उत्तराखंड: नौ दिन बाद भी लापता पत्रकार का नहीं मिला कोई सुराग, दी जा रही थी वीडियो डिलीट करने की धमकी
उत्तरकाशी से डिजिटल मीडिया के पत्रकार राजीव प्रताप नौ दिनों से लापता हैं। पुलिस अधीक्षक ने गंगोत्री क्षेत्र में तलाशी अभियान का निरीक्षण किया। पत्रकार की पत्नी ने बताया कि राजीव कुछ दिनों से परेशान थे और उन्हें वीडियो डिलीट करने की धमकी मिल रही थी। पुलिस अपहरण के मामले में जांच कर रही है। सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। एसडीआरएफ-एनडीआरएफ की टीमें नदी में तलाश कर रही हैं।

जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी। बीते नौ दिनों से लापता डिजिटल मीडिया के पत्रकार राजीव प्रताप का कोई सुराग नहीं मिल पाया है। पुलिस अधीक्षक सरिता डोबाल ने घटनास्थल गंगोत्री क्षेत्र में पहुंचकर सर्च आपरेशन का जायजा लिया। इधर, लापता पत्रकार की पत्नी का कहना है कि उसके पति कई दिनों से परेशान थे। उन्हें कोई वीडियो डिलीट करने की धमकी दी जा रही थी।
बता दें कि बीते 18 सितंबर की रात करीब 11:30 बजे बाद से डिजिटल मीडिया के पत्रकार राजीव प्रताप गंगोरी क्षेत्र से लापता चल रहे थे। वह अपने एक दोस्त की कार मांग कर ले गये थे, जो कि अगले दिन भागीरथी नदी में स्यूंणा गांव के सामने गिरी मिली थी।
मामले में लापता पत्रकार के स्वजनों ने बीते शुक्रवार शाम को कोतवाली उत्तरकाशी में गुमशुदगी दर्ज कराई। नियमानुसार कोतवाली पुलिस ने इस गुमशुदगी को चौबीस घंटे बाद ही अपहरण की धाराओं में तब्दील किया। स्वजनों ने भी लापता पत्रकार के अपहरण की आशंका जतायी थी।
राजीव की पत्नी मुस्कान का कहना है कि उनकी अपने पति से रात 11 बजे हुई थी। उनके बाद से उसका अपने पति से कोई संपर्क नहीं हो पाया। बताया कि उन्होंने पिछले कुछ दिनों से परेशान होने की बात बताई थी।
इधर,पत्रकार के लापता व अपहृत की आशंका पर पुलिस खोजबीन में जुटी हुई है। एसडीआरएफ की डीप डाइविंग टीम समेत एनडीआरएफ की टीम नदी में सर्च आपरेशन चला रही है। वहीं, उत्तरकाशी व मनेरी कोतवाली की टीम सीसीटीवी फुटेज खंगालने व पत्रकार से अंतिम बार मिलने वाले व संपर्क करने वालों से पूछताछ में जुटी हुई है।
उत्तरकाशी कोतवाली प्रभारी इंस्पेक्टर भावना कैंथोला ने बताया कि एसपी ने भी घटनास्थल पर पहुंचकर सर्च आपरेशन का जायजा लिया। लापता पत्रकार की पत्नी के बयान के आधार पर भी मामले में जांच की जा रही है।
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