लापता लोगों की तलाश जारी, खोदाई के दौरान मलबे में दबा मिला तिमंजिला होटल
उत्तरकाशी के धराली में आई आपदा में बयाणा गांव के शोभित पंवार लापता हैं। वह धराली में होटल चलाते थे जो सैलाब में बह गया। परिजनों ने होटल के मलबे में दबे होने की आशंका जताई है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम खोजबीन कर रही है। सैलाब में 20 से अधिक होटल ढह गए थे।
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी । धराली आपदा में भटवाड़ी ब्लाक के बयाणा गांव का शोभित पंवार भी लापता है। शोभित धराली में एक तिमंजिला होटल को लीज पर लेकर अपने भाई के साथ उसका संचालन कर रहा था, कि बीते पांच अगस्त को आए सैलाब में वह होटल समेत लापता हो गया।
स्वजन ने धराली पहुंचकर आपदा के बाद इंटरनेट मीडिया में प्रसारित हुए वीडियो के आधार पर होटल से 100 मीटर दूर दबे होने की आशंका जताई, जिस पर एनडीआरएफ व एसडीआरएफ ने खोदाई की तो होटल वहीं मलबे में दबा मिला। हालांकि लापता शोभित को अभी नहीं खोजा जा सका है।
सैलाब के चलते करीब 20 से अधिक होटल और होमस्टे ढहे
बता दें कि खीरगंगा नदी में आए सैलाब के चलते धराली में करीब 20 से अधिक होटल व होमस्टे ताश के पत्तों की तरफ ढह गए थे, जो कि मलबे में कई फीट नीचे दब चुके हैं। गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग बंद होने से लापता लोगों के स्वजन भी धराली नहीं पहुंच पा रहे हैं।
परिजन जता रहे आशंका
गत मंगलवार को आपदा में लापता बयाणा गांव के शोभित पंवार का भाई मंदीप पंवार व अन्य धराली पहुंचे और एनडीआरएफ व एसडीआरएफ से मदद मांगी। इसके बाद स्वजन के बताये गए स्थान पर खोदाई शुरू की गई, जहां तिमंजिला होटल मिला है। स्वजन को आशंका है कि शोभित इस होटल की दूसरी मंजिल में हो सकता है, जहां पर होटल का रेस्टोरेंट हुआ करता था।
खोजी कुत्ते से भी की गई खोजबीन
हालांकि, बुधवार को हुई खोदाई में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ बीच की मंजिल तक नहीं पहुंच पाये। वहीं, यहां खोजी कुत्ते से भी खोजबीन कराई गई, जिसमें खोजी कुत्ते ने भी ऐसा कोई इशारा नहीं किया कि लापता शोभित वहां हो। स्वजनों को उम्मीद है कि शोभित मलबे में दबे होटल में हो सकता है। यहां गुरुवार को भी खोदाई की जाने की सूचना है।
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