Uttarkashi Disaster: चार दिन से तेखला में फंसे अटोर वाहन, आपदाग्रस्त इलाके में बन सकते हैं आस
उत्तराकाशी में आपदाग्रस्त हर्षिल-धराली क्षेत्र के लिए सेना द्वारा मंगवाए गए अटोर वाहन तेखला में फंसे हुए हैं। ये विशेष वाहन दुर्गम क्षेत्रों में चलने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। पांच अगस्त को आई बाढ़ से धराली में भारी नुकसान हुआ था और हर्षिल में आर्मी कैंप भी प्रभावित हुआ था। अटोर वाहनों के पहुंचने से राहत और खोजबीन कार्यों में मदद मिलने की उम्मीद है।

अटोर वाहन की विशेषता
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हाल में ही सेना के बेड़े में शामिल अटोर वाहन स्पेशल मोबिलिटी व्हीकल (एसएमवी) नाम से जाने जाते हैं। -
ये वाहन दुर्गम व चुनौतीपूर्ण क्षेत्रों में संचालन के लिए विशेष रुप से डिजाइन किए गए हैं। -
अपने उभयचर डिजाइन, कम दबाव और विशेष टायरों से यह बर्फ, दलदल, यहां तक कि नदी व झीलों में भी चलाए जा सकते हैं। -
पारंपरिक वाहनों के लिए अगम्य माने जाने वाले क्षेत्रों में इनके आसानी से संचालन के कारण यह सेना के बेड़े का अहम हिस्सा हैं।
सेना की ओर से आपदाग्रस्त क्षेत्र में चलाए जा रहे राहत एवं खोजबीन कार्य में प्रशासन की पूरी मदद की जा रही है। इसके लिए सेना ने अपनी मशीन कृत्रिम झील के चैनलाइजेशन के काम में भी लगाई है। संभवत: अटोर वाहन भी इसी उद्देश्य से मंगवाए गए होंगे। - लेफ्टिनेंट कर्नल मनीष श्रीवास्तव, जनसंपर्क अधिकारी, सेना

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