Uttarkashi News: पहली बरसात भी नहीं झेल पाया फफराला गदेरे में 18 लाख रुपये का सुरक्षात्मक कार्य
Uttarkashi News उत्तरकाशी जनपद के मोरी ब्लाक के 22 गांवों को जोड़ने वाले मोरी सांकरी मार्ग पर फफराला गदेरा नासूर बना हुआ है। फफराला गदेरे में हर वर्ष लाखों रुपये खर्च किए जा रहे लेकिन स्थायी समाधान नहीं हो रहा है।

संवाद सूत्र, पुरोला (उत्तरकाशी): मोरी ब्लाक के 22 गांवों को जोड़ने वाले मोरी सांकरी मार्ग पर नासूर बने फफराला गदेरे में 18 लाख का सुरक्षात्मक कार्य जुलाई की पहली बरसात भी नहीं झेल पाया। यह कार्य दो माह पहले लोनिवि पुरोला ने किया था। पहले भी सुरक्षात्मक कार्य करने पर फफराला गदेरे में 52 लाख रुपये खर्च किए जा चुके हैं।
मोरी क्षेत्र के पंचगांई वह बडासु पट्टी के लगभग 22 गांव का मुख्य मार्ग मोरी-सांकरी-जखोल मार्ग का फफराला गदेरा सबसे बड़ा डेंजर जोन बना हुआ है। वर्षा काल शुरू होते ही लिवाडी, फिताडी, रेक्चा, जखोल, सांवणी, पांव तल्ला, पांव मल्ला, ओसला, ढाटमीर, गंगाड, तालुका, सांकरी सहित कई गांवों के लिए फफराला गदेरा मुसीबत बन जाता है।
हालांकि 20018-19 में लोक निर्माण विभाग ने करीब 52 लाख रुपये का सुरक्षात्मक कार्य करवाया। कुछ समय तक यह ठीक रहा, लेकिन गत वर्ष की वर्षा से काफी अधिक क्षतिग्रस्त हो गया। इसके लिए मई में 18 लाख रुपये की धनराशि से ह्यूम पाइप डालकर सुरक्षा कार्य किए, लेकिन इस वर्षाकाल में छह जुलाई को आए उफान से फफराले गदेरे में हुए कार्य क्षतिग्रस्त हो गए।
क्षेत्र पंचायत प्रमुख बचन पंवार ने कहा कि फफराला गदेरे में स्थायी समाधान होना चाहिए, ताकि सांकरी जखोल सहित 22 गांवों से सेब व अन्य नकदी फसलें मंडी तक पहुंचाई जा सके।
चेतना पुरोहित (सहायक अभियंता, लोनिवि पुरोला) ने कहा कि फफराला जोन में करीब 200 मीटर सड़क खड़ी चट्टान की दीवार पर टिकी है। कम चौड़ाई होने के कारण पहाड़ी की कटिंग करने से कोटगांव को खतरा पैदा होने का अंदेशा है।
वर्तमान में सड़क का 25 मीटर हिस्सा क्षतिग्रस्त है। ह्यूम पाइप बहने से दिक्कतें बढ़ गई हैं। हालांकि यातायात व्यवस्था सुचारु करने को मरम्मत कार्य जारी है। आवाजाही की वैकल्पिक व्यवस्था कोट गांव से हो रही है।
लकड़ी की पुलिया तैयार, पैदल आवाजाही शुरू
फफराला गदेरे में ग्रामीण व स्कूली बच्चे जान जोखिम में डालकर आवाजाही कर रहे थे। दैनिक जागरण ने 21 अगस्त के अंक में इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया। जिसके बाद पुरोला के विधायक दुर्गेश्वर लाल ने फफराला खंड का निरीक्षण किया तथा जान जोखिम में डालकर फफराला गदेरे को पार किया।
साथ ही लोनिवि को तत्काल अस्थायी पुलिया बनाने के निर्देश दिए। लोनिवि पुरोला ने पैदल आवाजाही के लिए लकड़ी की बल्ली डाली तथा पुल तैयार कर दिया है। जिससे ग्रामीणों की पैदल आवाजाही शुरू हो चुकी है।
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