Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    तेलगाड़ में भूस्खलन के बाद सही स्थिति का पता लगाने के लिए बड़े ड्रोन की जरूरत

    Updated: Sat, 06 Sep 2025 10:59 PM (IST)

    उत्तरकाशी में तेलगाड के मुहाने पर भूस्खलन के बाद वास्तविक स्थिति का पता लगाने के लिए बड़े ड्रोन की आवश्यकता है। एसडीआरएफ के जिला प्रभारी जेपी बिजल्वाण ने बताया कि भौगोलिक स्थिति कठिन होने के कारण मुहाने तक पहुंचना मुश्किल है। सेना के ड्रोन से भी दूर की तस्वीरें ही मिल पाई हैं जिससे पानी का प्रवाह अवरुद्ध होता दिख रहा है।

    Hero Image
    तेलगाड़ में भूस्खलन के बाद वास्तविक स्थिति का पता लगाने को बड़े ड्रोन की दरकार। जागरण

    जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी । तेलगाड के मुहाने पर हुए भूस्खलन के बाद वास्तविक स्थिति जानने को बड़े ड्रोन की दरकार है। एसडीआरएफ के जिला प्रभारी जेपी बिजल्वाण का कहना है कि विकट भौगोलिक परिस्थिति के चलते मुहाने तक पहुंच पाना संभव नहीं है। उनके पास बड़ा ड्रोन नहीं है, जिससे वास्तविक स्थिति का पता किया जा सके।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सेना के ड्रोन से भी दूर की ही तस्वीरें सामने आईं

    सेना के ड्रोन से भी यहां दूर की ही तस्वीरें सामने आईं हैं, जिससे दो जगह पर गाड के पानी का प्रवाह अवरुद्ध होता नजर आ रहा है। हालांकि कुछ पानी नीचे से आता भी दिख रहा है। एसडीआरएफ के जिला प्रभारी बिजल्वाण ने कहा कि तेल गाड के मुहाने पर जहां भूस्खलन हुआ है, वहां पर हवाएं बहुत तेज गति से चल रही है। ऐसे में छोटे ड्रोन से वास्तविक स्थिति जानने का प्रयास सफल होना असंभव है। छोटा ड्रोन हवा से नीचे कर सकता है।

    बताया कि यहां पर करीब 15 किलो से ऊपर के बड़े ड्रोन से ही वास्तविक स्थिति का पता चल सकता है, जिला प्रशासन की ओर से इस तरह का ड्रोन मंगवाये जाने की जानकारी मिली है। बताया कि ऐसे ड्रोन से फोटो व वीडियोग्राफी कराई जायेगी तो तेलगाड में झील बनने व भूस्खलन के मलबे से भविष्य में किसी तरह का खतरा हो सकता है या नहीं। इसका पता चल जायेगा।

    comedy show banner
    comedy show banner