Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Uttarkashi News: अतिक्रमणकारियों के आगे झुका निगम, सरकारी जमीन पर कुंडली मारे बैठे लोग; कॉलोनी तक पर अवैध कब्जा

    Uttarkashi News निगम ने बताया कि जिले में बाड़ाहाट नगर पालिका क्षेत्र के वार्ड नंबर आठ में उसकी आवासीय कालोनी है। यहां 16 भवनों में पिछले कई वर्ष से अतिक्रमणकारी काबिज हैं। इनमें से आठ व्यक्ति बाहरी हैं और अवैध रूप से यहां रह रहे हैं। इसके अलावा छह व्यक्ति सिंचाई विभाग से सेवानिवृत्त होने के बाद भी कई वर्ष से आवास पर कब्जा किए हैं।

    By Jagran News Edited By: Aysha SheikhUpdated: Mon, 05 Feb 2024 02:39 PM (IST)
    Hero Image
    Uttarkashi News: अतिक्रमणकारियों के आगे झुका निगम, सरकारी जमीन पर कुंडली मारे बैठे लोग; कॉलोनी तक पर अवैध कब्जा

    शैलेंद्र गोदियाल, उत्तरकाशी। सरकारी संपत्ति की सुरक्षा को लेकर विभाग किस कदर आंख मूंदे हैं, उत्तराखंड जल विद्युत निगम लिमिटेड (यूजेवीएनएल) इसका प्रमाण है। राज्य के सीमांत उत्तरकाशी जिले में यूजेवीएनएल की जमीन खुलेआम 'लुट' रही है और निगम के अधिकारी अतिक्रमणकारियों के आगे नतमस्तक हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    यहां 75 से अधिक अतिक्रमणकारी वर्षों से निगम की भूमि व कालोनी पर कुंडली मारे बैठे हैं और सरकारी मशीनरी उन्हें नोटिस भेजने से आगे नहीं बढ़ पा रही। वजह है अतिक्रमणकारियों का रसूख, उनकी नेताओं समेत निगम के कुछ उच्चाधिकारियों से भी घनिष्ठता है। ऐसे में निगम के नोटिस सिर्फ रद्दी साबित हो रहे हैं।

    'सूचना का अधिकार' के तहत मिली जानकारी से हुआ खुलासा

    'सूचना का अधिकार' अधिनियम के तहत मांगी गई जानकारी में यह स्याह हकीकत सामने आई। दैनिक जागरण की ओर से मांगी गई जानकारी में निगम ने बताया कि जिले में बाड़ाहाट नगर पालिका क्षेत्र के वार्ड नंबर आठ में उसकी आवासीय कालोनी है।

    यहां 16 भवनों में पिछले कई वर्ष से अतिक्रमणकारी काबिज हैं। इनमें से आठ व्यक्ति बाहरी हैं और अवैध रूप से यहां रह रहे हैं। इसके अलावा छह व्यक्ति सिंचाई विभाग से सेवानिवृत्त होने के बाद भी कई वर्ष से आवास पर कब्जा किए हैं।

    सिंचाई विभाग का एक कर्मचारी तो स्थानांतरण होने के बावजूद निगम का आवास खाली नहीं कर रहा, जबकि एक कर्मचारी के निधन के बाद उसका परिवार आवास पर कब्जा जमाए हुए है। निगम का कहना है कि इन सभी को कई बार आवास खाली करने का नोटिस दिया गया और रिमाइंडर भेजे गए, लेकिन कोई असर नहीं हुआ।

    इसी तरह जोशियाड़ा, ज्ञानसू और मनेरा क्षेत्र में निगम की करीब एक हेक्टेयर भूमि पर 61 अतिक्रमणकारी काबिज हैं। इनमें से किसी ने पक्का मकान तो किसी ने दुकान बना ली है। एक व्यक्ति ने तो मनेरा क्षेत्र में निगम की 16 नाली से अधिक भूमि कब्जा रखी है। यहां भी निगम कार्रवाई के नाम पर सिर्फ कागज काले कर रहा है।