Uttarkashi Cloudburst Live: सीएम धामी ने बचाए गए लोगों से की मुलाकात, धराली में सेना के जवान करेंगे राहत कार्यों में सहयोग
Uttarkashi Cloudburst Live Update: गंगोत्री धाम का प्रमुख पड़ाव धराली खीर गंगा नदी में बादल फटने से आए सैलाब से तबाह हो गया, दोपहर करीब डेढ़ बजे अचानक आए सैलाब के चलते चारों ओर मलबा ही मलबा फैल गया।

जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी। Uttarkashi Cloudburst Live Update: गंगोत्री धाम का प्रमुख पड़ाव धराली खीर गंगा नदी में बादल फटने से आए सैलाब से तबाह हो गया, दोपहर करीब डेढ़ बजे अचानक आए सैलाब के चलते चारों ओर मलबा ही मलबा फैल गया। इस घटना में करीब 15 से 20 होटल व घरों को नुकसान की सूचना मिल रही है। जिला प्रशासन के अनुसार आपदा में पांच लोगों के मौत की पुष्टि हो चुकी है।
आपदा की सूचना पर एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना, पुलिस, राजस्व, आपदा प्रबंधन आदि की टीमों ने राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया है। धराली के ठीक सामने स्थित मुखबा गांव से लोगों ने खीर गंगा नदी में आए सैलाब को मोबाइल में कैद किया, कुछ ही देर में जलप्रलय के वीडियो इंटरनेट मीडिया पर तेजी से प्रसारित होने लगे। सैलाब की दिल दहलाने वाले कई वीडियो सामने आए हैं। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कुछ ही पलों में पूरा इलाका मलबे से ढक गया।
Uttarkashi Cloudburst Live Update in Hindi

डोईवाला: देहरादून एयरपोर्ट से चिनूक हेलीकॉप्टर ने देहरादून एयरपोर्ट से सेना के जवानों को लेकर फिर उड़ान भरी है। जल्द ही सेना के जवान धराली में आपदा राहत कार्यों में सहयोग के लिए पहुंचेंगे।
उत्तरकाशी में सीएम धामी ने रेस्क्यू कर लाए गए लोगों से मुलाकात कर हाल चाल जाना। सीएम लगातार राहत बाचव कार्यों की खुद मॉनिटरिंग कर रहे हैं और पल पल के अपडेट के साथ दिशा निर्देश दे रहे हैं।
डीएनए सैंपलिंग के लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला की एक टीम उत्तरकाशी के लिए रवाना हुई है।
राहत एवं बचाव कार्य के लिए 10 पुलिस उपाधीक्षक, 160 पुलिस कर्मी, उत्तरकाशी में रहे एसपी रैंक के तीन पुलिस अधिकारी को रवाना किया गया है। 1 कंपनी पीएसी व 1 कंपनी आपदा राहत दल समेत कुल 173 पुलिस अधिकारी व जवान जुटे हुए हैं।
अब तक 13 लोगों को हेलीकाप्टर से सुरक्षित रेस्क्यू किया गया है। जिसमें सेना के रेस्क्यू के दौरान घायल होने वाले 11 जवान, 2 स्थानीय लोग शामिल है। वहीं, 2 मृतकों के शव बरामद किए गए हैं। इनमें से 1 मृतक की पहचान हुई है।
उत्तरकाशी में भागीरथी नदी पर बनी झील को नियंत्रित विस्फोट से तोड़ा जाएगा ताकि पानी धीरे-धीरे निकले। सिंचाई विभाग की टीम भू-वैज्ञानिक डा. नीरज जोशी की निगरानी में यह कार्य करेगी।
ड्रोन वीडियो धराली में बादल फटने और भूस्खलन के प्रभावित घटनास्थल से है, जहां घरों और अन्य इमारतों को भारी नुकसान पहुँचा है।
#WATCH उत्तराखंड: ड्रोन वीडियो धराली में बादल फटने और भूस्खलन के प्रभावित घटना स्थल से है, जहां घरों और अन्य इमारतों को भारी नुकसान पहुँचा है।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 6, 2025
भारतीय सेना, ITBP, NDRF, SDRF और अन्य एजेंसियों द्वारा खोज और बचाव कार्य जारी है। pic.twitter.com/pfTQHwloK8
उत्तराखंड: ड्रोन वीडियो धराली में बादल फटने और भूस्खलन के प्रभावित घटनास्थल से है, जहां घरों और अन्य इमारतों को भारी नुकसान पहुंचा है। भारतीय सेना, ITBP, NDRF, SDRF और अन्य एजेंसियों द्वारा खोज और बचाव कार्य जारी है।
#WATCH उत्तराखंड: ड्रोन वीडियो धराली में बादल फटने और भूस्खलन के प्रभावित घटना स्थल से है, जहां घरों और अन्य इमारतों को भारी नुकसान पहुंचा है।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 6, 2025
भारतीय सेना, ITBP, NDRF, SDRF और अन्य एजेंसियों द्वारा खोज और बचाव कार्य जारी है। pic.twitter.com/E3ZFG2Dqmg
उत्तरकाशी में आपदा को लेकर राहत व बचाव कार्य के लिए हरिद्वार के रानीपुर विधायक आदेश चौहान ने अपना एक माह का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में देने की घोषणा की है।
सीएम धामी धराली में राहत एवं बचाव कार्यों की सघन निगरानी के लिए बुधवार को उत्तरकाशी में ही प्रवास करेंगे। वह अधिकारियों के साथ बैठक कर रेस्क्यू ऑपरेशन की लगातार समीक्षा भी कर रहे हैं।एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, सेना, आईटीबीपी एवं स्थानीय प्रशासन द्वारा पूरी तत्परता के साथ बचाव अभियान चलाया जा रहा है।
आपदा प्रभावितों के लिये राहत व बचाव कार्य निरंतर जारी है। अब तक आर्मी के घायल 11 जवानों को आइटीबीपी मातली में पहुंचाया जा चुका है।
नई टिहरी। उत्तरकाशी जनपद के धराली में आई आपदा से प्रभावितों के लिए टिहरी जिला प्रशासन की ओर से राहत सामग्री भिजवाई गई है। इस दौरान कहा गया कि इस संकट की घड़ी में टिहरी प्रशासन राहत कार्यों में हर संभव सहयोग करेगा।
बुधवार को आपदा प्रभावित इलाके से एक और शव बरामद हुआ है। जिसके बाद अब मृतकों की संख्या पांच हो गई है।
केंद्र और राज्य सरकार ने राहत- बचाव अभियान में ताकत झोंक दी है। मौसम की चुनौतियों के बावजूद सीएम पुष्कर सिंह धामी ग्राउंड जीरो पर पहुंचे। सेना, बीआरओ, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस, प्रशासन सहित तमाम एजेंसियां बचाव अभियान में जुटी हैं।
आपदा ग्रस्त धराली (उत्तरकाशी) में राहत एवं बचाव अभियान में केंद्र के साथ ही राज्य की एजेंसियां भी युद्धस्तर पर जुटी हुई हैं। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को मौसम की चुनौतियों के बावजूद, आपदाग्रस्त क्षेत्र का दौरा कर पीड़ितों से मुलाकात की है। सीएम ने बचाव और राहत अभियान में किसी तरह की कसर नहीं छोड़ने के निर्देश दिए हैं।
उत्तरकाशी के धराली में आई भीषण प्राकृतिक आपदा के संबंध में सांसदों अनिल बलूनी, महारानी माला राज्यलक्ष्मी शाह, त्रिवेंद्र सिंह रावत व अजय भट्ट जी के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री उत्तरकाशी में आई इस भीषण विपदा से मर्माहत, शोकाकुल और व्यथित हैं। वे स्वयं राहत एवं बचाव कार्य की लगातार समीक्षा कर रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार की तमाम एजेंसियां राहत, बचाव एवं पुनर्वास के कार्य में पूरी तत्परता के साथ जुटी हुई है। उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र सरकार धराली सहित सभी आपदा प्रभावित लोगों के साथ खड़ी है। साथ ही, केंद्र सरकार उत्तराखंड को इस आपदा से लड़ने और बाहर निकालने में हर तरह से मदद दे रही है।
प्रधानमंत्री ने सभी सांसदों से कहा कि वे अपने लोकसभा क्षेत्र के अतिवृष्टि और भूस्खलन के इलाकों में रह रहे लोगों से संपर्क में रहें एवं उन्हें हर संभव सहायता उपलब्ध कराने के लिए प्रयासरत रहें।
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने बुधवार को राजभवन में उत्तरकाशी आपदा के दृष्टिगत शासन, पुलिस, सेना एवं आईटीबीपी के वरिष्ठ अधिकारियों से राहत एवं बचाव कार्यों की जानकारी प्राप्त की।
राज्यपाल ने कहा कि इस समय खोज, राहत एवं बचाव कार्य सर्वाेच्च प्राथमिकता है और इसके लिए किसी भी प्रकार के संसाधनों की कमी नहीं होने दी जाएगी। उन्होंने निर्देश दिए कि आवश्यकता अनुसार मशीनों एवं उपकरणों का मूल्यांकन कर त्वरित मोबिलाइजेशन किया जाए। राज्यपाल ने कहा कि भारत सरकार भी इस आपदा की घड़ी में हर संभव सहायता के लिए तत्पर है।
सीएम पुष्कर सिंह धामी हर्षिल पहुंचे हैं। वह आपदा प्रभावितों से मिल रहे हैं। आपदा राहत सामग्री और खाद्य सामग्री लेकर एक हेलीकॉप्टर भी पहुंचा है।
सीएम धामी ने धराली (उत्तरकाशी) में आई आपदा में प्रभावित लोगों के परिजनों से भेंट कर संकट की इस घड़ी में उन्हें हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। कहा कि इस आपदा ने कई परिवारों को अपार दुःख दिया है, हम उनकी पीड़ा को समझते हैं।
हमारी सरकार पूरी तरह से प्रभावित परिवारों के साथ खड़ी है। आपदा प्रबंधन एवं राहत कार्यों को तेज़ी से संचालित किया जा रहा है। हमारी प्राथमिकता प्रत्येक लापता व्यक्ति की तलाश और प्रभावित परिवारों को पूर्ण सहयोग प्रदान करना है।
उत्तरकाशी में आज बुधवार को भी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। अभी बारिश थमी हुई है, लेकिन बादल लगे हुए हैं।
हर्षिल, धराली में राहत एवं बचाव कार्य तेजी से चल रहा है। पुलिस, सेना, आइटीबीपी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, फायर आदि आपदा दल प्रभावित क्षेत्र में राहत एवं बचाव कार्य में जुटें हैं। अभी तक 8 स्थानीय लोग, 2 नेपाली मूल के व्यक्ति तथा 9 आर्मी जवानों के लापता होने की जानकारी प्राप्त हुयी है, जिसमें रेस्क्यू टीम द्वारा एक स्थानीय व्यक्ति के शव को बरामद किया गया है।
गंगनानी के पास मार्ग अवरुद्ध होने के कारण जिलाधिकारी उत्तरकाशी, श्री प्रशांत आर्य एवं पुलिस अधीक्षक उत्तरकाशी श्रीमती सरिता डोबाल भटवाड़ी हेलीपैड से हेली के माध्यम से हर्षिल, धराली आपदा प्रभावित क्षेत्र के लिए रवाना हैं।
उत्तरकाशी आपदा के कारणों का स्पष्ट रूप से पता लगाने के लिए इसरो से सेटेलाइट इमेज का आग्रह किया गया है। उत्तराखंड अंतरिक्ष उपयोग केंद्र ने इस बाबत इसरो को अनुरोध पत्र जारी किया है। संभव है कि इसरो के हैदराबाद स्थित नेशनल रिमोट सेंसिंग सेंटर से सेटेलाइट इमेजेस प्राप्त कर उनका विश्लेषण किया जाएगा।
हल्द्वानी: उत्तराखंड में मानसून आफत बरसा रहा है। मौसम विज्ञान केंद्र ने बुधवार और गुरुवार को भी भारी वर्षा का रेड अलर्ट जारी किया है। इसे देखते हुए उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय ने दोनों दिन की परीक्षाएं स्थगित कर दी है। बुधवार को दोपहर और शाम की पाली की परीक्षा स्थगित की गई है। इस दिन होने वाले पेपर अब चार सितंबर को होंगे। जबकि, गुरुवार को तीनों पालियों की परीक्षाएं आठ सितंबर को कराने का निर्णय लिया गया है। विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक प्रो. सोमेश कुमार की ओर इस संबंध में आदेश जारी किया गया है।
लेफ्टिनेंट जनरल अनिंद्य सेनगुप्ता, पीवीएसएम, यूवाईएसएम, एवीएसएम, वाईएसएम, जीओसी-इन-सी, सेंट्रल कमांड, धराली भूस्खलन के बचाव कार्य का जायजा लेने की लिए उत्तरकाशी पहुंच सकते हैं। मौसम अनुकूल रहने पर उनके हेलीकॉप्टर से तेखला कैंप, उत्तरकाशी, पहुंचने की सूचना है।

केदारनाथ आपदा की तरह इस बार भी सेना देवदूत बनकर उतरी। भारतीय सेना के 150 जवान उत्तरकाशी आपदा के राहत-बचाव कार्य में जुटे हुए हैं।
डीएम प्रशांत कुमार आर्य ने गंगगानी के पास लिमच्छा गाड में पुल बहने से बंद गंगोत्री हाईवे का जायजा लिया। वरिष्ठ आईएएस उत्तराखंड शासन मेहरबान सिंह बिष्ट एवं अभिषेक रुहेला ने स्मार्ट कंट्रोल रूम उत्तरकाशी पहुंचकर धराली एवं हर्षिल में आयी प्राकृतिक आपदा में राहत एवं बचाव कार्य की जानकारी प्राप्त की। एसओपी के तहत कार्य करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। सभी अधिकारी एवं कर्मचारियों व कार्यदायी संस्थाओं को समन्वय स्थापित करते हुए कार्य करने के निर्देश दिए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से की बातचीत, धराली आपदा पर ली जानकारी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बातचीत कर उत्तरकाशी जनपद के धराली क्षेत्र में हाल ही में हुई प्राकृतिक आपदा तथा राहत एवं बचाव कार्यों की अद्यतन स्थिति की जानकारी ली।
मुख्यमंत्री धामी ने प्रधानमंत्री को बताया कि राज्य सरकार राहत और बचाव कार्यों में पूरी तत्परता के साथ जुटी हुई है। लगातार हो रही भारी वर्षा के कारण कुछ क्षेत्रों में कठिनाइयां आ रही हैं, लेकिन सभी संबंधित एजेंसियां समन्वय के साथ कार्य कर रही हैं ताकि प्रभावित लोगों को त्वरित सहायता मिल सके। प्रधानमंत्री मोदी ने केंद्र सरकार की ओर से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।
भारतीय वायुसेना के चिनूक व एमआई-17 हेलीकॉप्टर पूरी तरह से तैयार स्थिति में हैं, ताकि आवश्यकतानुसार शीघ्रतम कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में है। देहरादून व ऋषिकेश में ICU सहित बेड आरक्षित किए। मानसिक स्वास्थ्य पर भी फोकस, 03 मनोचिकित्सक धराली भेजे गए।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा उत्तरकाशी आपदा नियंत्रण कक्ष से राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा की।
उत्तरकाशी जनपद के धराली क्षेत्र में आई भीषण प्राकृतिक आपदा के दृष्टिगत मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तरकाशी स्थित आपदा नियंत्रण कक्ष से राहत एवं बचाव कार्यों की गहन समीक्षा की।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों एवं सेना के प्रतिनिधियों से स्थिति की वस्तुनिष्ठ जानकारी प्राप्त की और उन्हें राहत कार्यों को तीव्र गति से आगे बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में रेस्क्यू एवं मेडिकल कैंप्स की स्थापना कर दी गई है तथा प्रभावितों के लिए भोजन एवं आवश्यक सामग्री की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राहत एवं बचाव कार्य युद्धस्तर पर प्रारम्भ कर दिए गए हैं।
भारतीय वायुसेना के चिनूक व एमआई-17 हेलीकॉप्टर पूरी तरह से तैयार स्थिति में हैं, ताकि आवश्यकतानुसार शीघ्रतम कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके। प्रदेश सरकार राहत कार्यों को प्राथमिकता देते हुए प्रत्येक प्रभावित नागरिक तक सहायता पहुँचाने हेतु कटिबद्ध है।
उत्तरकाशी: उत्तरकाशी में बादल फटने के कारण खीर गंगा नदी में आए सैलाब से गंगोत्री धाम के प्रमुख पड़ाव धराली कस्बे में राहत और बचाव कार्य शुरू करने में परेशानियां आ रही हैं। गंगोत्री हाईवे पर गंगनानी के पास लिमच्छा नदी पर बना पुल बह गया है। इस कारण राहत एवं बचाव टीमें धराली तक नहीं पहुंच पा रही हैं। अब यहां पर टीम को रोप के सहारे ट्रांसमिट करने की तैयारी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उत्तरकाशी पहुंच गए हैं। उन्होंने धराली बाजार, हर्षिल और आस-पास के क्षेत्रों में आपदा से हुई क्षति का हवाई सर्वेक्षण किया है। मुख्यमंत्री उत्तरकाशी स्मार्ट कंट्रोल रूम में आला अधिकारियों के साथ आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत-बचाव कार्यों की समीक्षा कर रहे हैं।
उत्तरकाशी: गंगोत्री हाईवे पर गंगनानी के पास लिमच्छा गाड पर बना पुल बहा, इस कारण राहत एवं बचाव टीमें धराली तक नहीं पहुँच पा रही हैं। अब यहां पर टीम को रोप के सहारे ट्रांसमिट करने की तैयारी है।
धराली हादसे के दूसरे दिन बुधवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उत्तरकाशी पहुंचे हैं। मुख्यमंत्री ने धराली बाजार, हर्षिल एवं आस-पास के क्षेत्रों में आपदा से हुई क्षति का हवाई सर्वेक्षण किया। मुख्यमंत्री उत्तरकाशी स्मार्ट कंट्रोल रूम में आला अधिकारियों के साथ आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत-बचाव कार्यों की समीक्षा कर रहे हैं।
उत्तरकाशी के धराली में आई प्राकृतिक आपदा से विद्युत आपूर्ति भी पूर्ण रूप से ठप हो गई है। बिजली बहाल करने के लिए ऊर्जा निगम की टीम मौसम साफ होने और क्षतिग्रस्त लाइनों की जांच किए जाने का इंतजार कर रही है।

गंगोत्री हाईवे का भटवाड़ी के पास डेढ़ सौ मीटर हिस्सा ध्वस्त, सड़क पूरी तरह से धंस चुकी है। जिला मुख्यालय से उपला टकनौर और हर्षिल क्षेत्र का सड़क संपर्क कट गया है। जो फोर्स या रसद धराली भेजी जा रही थी वो भी रास्ते में फंस गई है। जिलाधिकारी रात को भटवाड़ी तक ही पहुंच पाए थे। आज सुबह कुछ स्थानों पर वाहन और फिर पैदल ही आगे बढ़े हैं।
जिले में लगातार हो भारी बारिश और मौसम विभाग की ओर से बुधवार के लिए जारी भारी बारिश के अलर्ट जारी किया गया है।
देहरादून के 12वीं तक के स्कूलों में आज अवकाश
धराली की घटना ने केदारनाथ में वर्ष 2013 में आई आपदा की याद दिला दी है। इस बीच रुद्रप्रयाग जिले में भी लगातार वर्षा हो रही है। धराली में आई आपदा के बाद तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए प्रशासन ने केदारनाथ यात्रा को अस्थायी तौर पर स्थगित कर दिया है।
हर्षिल पीएचसी, भटवाड़ी पीएचसी, जिला अस्पताल उत्तरकाशी के साथ ही एम्स ऋषिकेश और दून अस्पताल में उपचार के लिए आवश्यक तैयारियां करते हुए बेड रिजर्व कर दिए गए हैं। जिलाधिकारी प्रशांत कुमार आर्य ने चिकित्सकों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं।
धराली में बादल फटने से आई विनाशकारी बाढ़ के कुछ घंटे बाद ही जिले में दो और स्थानों पर बादल फटा। दोपहर करीब तीन बजे हर्षिल और गंगनानी के बीच सुक्की टाप के पास बादल फटने से लोग दहशत में आ गए।
धराली में युद्धस्तर पर राहत और बचाव कार्य चल रहा है, लेकिन हालात को देखते हुए राज्य सरकार ने वायुसेना से भी मदद मांगी है। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से दो एमआइ हेलीकाप्टर व एक चिनूक हेलीकाप्टर के लिए वायु सेना को अनुरोध पत्र भेजा गया है।
उत्तराखंड में वर्षा भारी कहर बरपा रही है। पहाड़ से मैदान तक जोरदार वर्षा से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित है। बीते दो दिनों से ज्यादातर क्षेत्रों में रुक-रुककर वर्षा हो रही है। पहाड़ों में भूस्खलन और अतिवृष्टि से भारी नुकसान हुआ है। वहीं, मैदानी जिलों में भी नदी-नालों के उफान के कारण आपदा जैसे हालात हो गए हैं। फिलहाल प्रदेश में आसमानी आफत से राहत मिलने के आसार कम हैं। मौसम विभाग की ओर से आज के लिए भी उत्तरकाशी समेत छह जिलों में भारी से बहुत भारी वर्षा को लेकर आरेंज अलर्ट जारी किया गया है। देहरादून में भी तीव्र वर्षा के दौर हो सकते हैं। गुरुवार के बाद से भारी वर्षा से कुछ राहत मिलने की उम्मीद है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग, मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून द्वारा जारी पूर्वानुमान के अनुसार दिनांक छः अगस्त को जनपद चमोली में कहीं-कहीं भारी वर्षा की संभावना व्यक्त की गई है। अपर जिलाधिकारी, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण विवेक प्रकाश द्वारा जारी आदेश में छात्र-छात्राओं की सुरक्षा के दृष्टिगत जनपद में संचालित समस्त शासकीय, गैर-शासकीय एवं निजी विद्यालयों (कक्षा 1 से 12 तक) एवं आंगनबाड़ी केंद्रों में दिनांक कल आज को अवकाश घोषित किया गया है।
दो आईजी, तीन एसपी, एक कमांडेंट, 11 डिप्टी एसपी सहित 300 पुलिस कर्मी रवाना
उत्तरकाशी जनपद के धराली क्षेत्र में प्राकृतिक आपदा की गंभीरता को दृष्टिगत रखते हुए राहत एवं बचाव कार्यों के प्रभावी संचालन हेतु वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों एवं विशेष पुलिस बलों की तत्काल तैनाती की गई है।
उत्तराखण्ड में मौसम विभाग की बारिश की चेतावनी को देखते हुए। राज्य के चंपावत, पौड़ी और उधमसिंह नगर में कक्षा 1 से 12वीं तक सभी विद्यालयों एवं आंगनबाड़ी केंद्रों में अवकाश घोषित किया गया है।
ITBP द्वारा 80 स्थानीय लोगों को कोपांग राहत शिविर में रखा गया है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फ़ोन पर बात की। मुख्यमंत्री योगी ने पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। मुख्यमंत्री ने सीएम धामी को हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
सेना के प्रवक्ता के अनुसार 11 लापता जवानों में 2 को सकुशल बचाए गए
निचले हर्षिल क्षेत्र में एक शिविर से 8-10 भारतीय सेना के जवान लापता बताए जा रहे हैं। इस घटना में अपने ही लोगों के लापता होने के बावजूद, भारतीय सेना के जवान राहत कार्यों में लगे हुए हैं: भारतीय सेना के अधिकारी
मौसम विज्ञान केंद्र के आटोमेटिक वेदर स्टेशन भटवाड़ी और हर्षिल में स्थापित हैं। धराली में कोई उपकरण नहीं लगे हैं। ऐसे में हर्षिल और भटवाड़ी क्षेत्र में 24 घंटे के भीतर 100 मिमी से कम वर्षा दर्ज की गई है। जिससे धराली में अतिवृष्टि होने को लेकर शंका बनी हुई है। हालांकि, मौसम साफ होने पर विशेषज्ञों की टीम घटना की पड़ताल करने में जुटेगी। लेकिन, फिलहाल इसे अतिवृष्टि के कारण आई आपदा ही माना जा रहा है।
रुद्रप्रयाग। लगातार बारिश होने के चलते यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने केदारनाथ यात्रा को अस्थाई रूप से रोक दिया है।
उत्तरकाशी में बादल फटने की घटना पर कांग्रेस नेता हरीश रावत ने कहा कि खीर गंगा में आई प्राकृतिक आपदा ने खूबसूरत गांव धराली को अपनी चपेट में ले लिया, यह बेहद चिंताजनक घटना है। उन्होंने कहा कि बादल फटने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। केदारनाथ त्रासदी के दौरान भी हमने इसका विनाशकारी प्रभाव देखा था जोकि चिंता का विषय है।
#WATCH | Dehradun, Uttarakhand: On the cloudburst incident in Uttarkashi, Congress leader Harish Rawat, says, "A sudden cloudburst in Kheer Ganga triggered a massive flood, and the beautiful village of Dharali was caught in its grip... This is a very alarming incident. Cloudburst… pic.twitter.com/iDPG6Ufq9y
— ANI (@ANI) August 5, 2025
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून में राज्य आपदा परिचालन केंद्र में अधिकारियों के साथ बैठक की और उत्तरकाशी में बादल फटने की घटना के बाद स्थिति का जायजा लिया।
#WATCH | Dehradun: Uttarakhand Chief Minister Pushkar Singh Dhami holds a meeting with the officials at the State Disaster Operations Centre in Dehradun and takes stock of the situation following the incident of cloudburst in Uttarkashi. pic.twitter.com/qG7zfzIPOK
— ANI (@ANI) August 5, 2025
- 1:30 बजे धराली में बादल फटने से आई विनाशकारी बाढ़
- 1:40 बजे घटना की सूचना आपदा प्रबंधन केंद्र को मिली
- 1.49 बजे घटना के वीडियो इंटरनेट मीडिया पर तेजी से हुए प्रसारित
- 2:00 बजे राहत एवं बचाव दल घटनास्थल के लिए हुए रवाना
- 2:00 बजे हर्षिल में तैनात से ने शुरु किया राहत एवं बचाव कार्य
- 2.54 बजे एसपी सरिता डोबाल घटनास्थल को रवाना हुई
- 03:24 बजे राहत एवं बचाव दलों ने राहत एवं बचाव कार्य शुरु किया
- 03:41 बजे जिलाधिकारी घटनास्थल के लिए हुए रवाना
तेल गाड़ में आए उफान का वीडियो
तेल गाड़ में आए उफान का वीडियो pic.twitter.com/2wEpvFopt8
— UP Desk (@NiteshSriv007) August 5, 2025
जिला आपदा प्रबंधन विभाग पौड़ी से मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार शाम पांच बजे तक जनपद में 30 ग्रामीण मोटर मार्गों पर यातायात ठप हैं। जिनमें लोक निर्माण विभाग व पीएमजीएसवाई की सड़कें शामिल है। जिन्हें सुचारू करने के लिए दोनों विभाग की कार्रवाई गतिमान है। इसके अलावा अन्य कोई बड़ी घटना या जन-धन की हानि आदि की सूचना नहीं हैं।
उत्तरकाशी जिले के हर्षिल क्षेत्र में सोमवार दोपहर पौने दो बजे धराली गांव के पास बादल फटने से भारी तबाही मच गई। अचानक तेज बहाव के साथ पानी और मलबा गांव में घुस आया, जिससे कई घर क्षतिग्रस्त हो गए। सूचना मिलते ही हर्षिल में तैनात सेना की यूनिट हरकत में आ गई और मात्र पंद्रह मिनट में राहत-बचाव कार्य शुरू कर दिया गया।
सेना के जनसंपर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल मनीष श्रीवास्तव ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही सेना ने तत्काल प्रतिक्रिया दी। करीब 100 जवानों की टीम मौके पर भेजी गई, जिसने पंद्रह मिनट के भीतर राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिए। कठिन परिस्थितियों के बावजूद सेना अब तक करीब 20 लोगों को सुरक्षित निकाल चुकी है। घटना स्थल पर आइबेक्स ब्रिगेड (माउंटेन ब्रिगेड) के वरिष्ठ अधिकारी स्वयं राहत कार्यों की निगरानी कर रहे हैं। ब्रिगेड के चिकित्सक घायलों को मौके पर ही प्राथमिक उपचार प्रदान कर रहे हैं। सेना ने इंजीनियरिंग उपकरणों को भी जल्द से जल्द घटनास्थल तक पहुंचाने के प्रयास तेज कर दिए हैं, जिससे मलबा हटाने और राहत कार्यों में तेजी लाई जा सके।लेफ्टिनेंट कर्नल श्रीवास्तव ने कहा कि सेना का उद्देश्य है कि लापता सभी लोगों को जल्द खोजा जाए और नुकसान को न्यूनतम किया जाए।
उत्तरकाशी जिले के धराली गांव में आई आपदा के दृष्टिगत जिला प्रशासन उत्तरकाशी द्वारा निम्न हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं।
01374-222126, 222722
9456556431-- DEOC Uttarkashi
चमोली में मलारी नीती हाइवे पर तपोवन के पास लगभग 50 मीटर सड़क धंसी, आवाजाही बंद , नीती मलारी क्षेत्र को जोड़ने वाली एक मात्र सड़क है यह , सीमा में सेना वाहनों की आवाजाही भी बंद
चमोली: मलारी नीती हाइवे पर तपोवन के पास लगभग 50 मीटर सड़क धंसी , आवाजाही बंद , नीती मलारी क्षेत्र को जोड़ने वाली एक मात्र सड़क है यह , सीमा में सेना वाहनों की आवाजाही भी बंद pic.twitter.com/oS6Uzgmfex
— UP Desk (@NiteshSriv007) August 5, 2025
जिला आपदा प्रबंधन विभाग से मिली रिर्पोट के अनुसार मंगलवार शाम पांच बजे तक जनपद में कुल सात मोटर मार्ग बाधित हैं। जिनमें लोक निर्माण विभाग का एक जिला मार्ग और दो ग्रामीण मार्ग, कुल तीन सड़कें अभी अवरोधित है। जबकि पीएमजीएसवाई की कुल चार मोटर मार्ग बाधित हैं। जिन्हें सुचारू करने के लिए दोनों विभाग की कार्रवाई गतिमान है। इसके अलावा अन्य कोई बड़ी घटना या जन-धन की हानि आदि की सूचना नहीं हैं।
टिहरी लोकसभा सांसद माला राज्यलक्ष्मी शाह ने उत्तरकाशी जनपद के धराली में आई भीषण प्राकृतिक आपदा में हताहत हुई व्यक्तियों एवं उनके परिजनों की प्रति संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने घायलों की शीघ्र कुशलता हेतु ईश्वर से प्रार्थना की। कहा कि हम सम्बंधित अधिकारियों, जिला प्रशासन से लगातार संपर्क में हैं। राहत और बचाव कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। एस डी आर एफ और एन डी आर एफ के अधिकारियों से भी संपर्क किया। उन्हें भी त्वरित कार्यवाही के लिए कहा गया है। स्वास्थ्य विभाग को भी मोबाइल टीमों के साथ और अस्पताल में उचित व्यवस्था बनाए रखने के साथ तैयार किया गया ।
हर्षिल आर्मी कैंप के पास तेलगाड़ के उफान पर आने से भागीरथी नदी का प्रवाह रुकने से झील बनने की सूचना। झील बनने के चलते सुरक्षा के मध्येनजर हर्षिल को खाली करवाया गया है। उपला टकनौर जन कल्याण मंच के अध्यक्ष माधवेंद्र सिंह रावत ने बताया कि अतिवृष्टि के चलते तेलगाड़ उफान पर आया, इस कारण उफान के साथ आए मलबे के कारण भागीरथी नदी का प्रवाह बाधित होने से बनी झील के चलते एहतिहातन हर्षिल को खाली करवाया गया है। हालांकि अब झील का पानी धीरे-धीरे निकल रहा है।
गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर सुक्की के सामने अवाना बुग्याल से आने वाली भेला नदी में उफान देखा जा रहा है। स्थानीय लोगों के अनुसार 2013 की आपदा से अधिक उफान भागीरथी में आ गया है, इससे डबराणी के पास गंगोत्री हाइवे को भी खतरा हो गया है।
#गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर #सुक्की के सामने अवाना बुग्याल से आने वाली भेला नदी में उफान।
— Shailendra Prasad (शैलेंद्र गोदियाल) (@shailly_godiyal) August 5, 2025
स्थानीय लोगों के अनुसार 2013 की #आपदा से अधिक उफान भागीरथी में आ गया है, इससे डबराणी के पास #गंगोत्री_हाइवे को भी खतरा हो गया है।@JagranNews @pushkardhami @narendramodi #Dharali pic.twitter.com/wNq0fm0txQ
धराली खीरगंगा में रुक-रुक कर उफान आ रहा है, शाम 4:00 बजे खीरगंगा में फिर से उफान आया। जिससे कुछ और होटल और मकान तबाह हुए।
#धराली खीरगंगा में रुक-रुक कर उफान आ रहा है
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शाम 4:00 बजे खीरगंगा में फिर से उफान आया। जिससे कुछ और होटल और मकान तबाह हुए। @JagranNews@pushkardhami @narendramodi #harshil #dharali pic.twitter.com/oe2DsDUUwf
उत्तरकाशी के धराली में खीर गंगा नदी में आई विनाशकारी बाढ़
#गंगोत्री धाम के प्रमुख पड़ाव #धराली में खीर गंगा नदी में आई विनाशकारी बाढ़....
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स्थानीय लोग जान बचाने के लिए भाग रहे हैं।
5 अगस्त 2025 समय दोपहर 1:35 बजे के करीब की घटना @JagranNews @dm_uttarkashi @pushkardhami @narendramodi pic.twitter.com/NTjjV373ul
