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    Uttarakhand Panchayat Chunav: चुनाव में बाधा नहीं बनेंगे वर्षा और तूफान, तैयार है आकस्मिक प्लान

    Updated: Sun, 20 Jul 2025 06:25 PM (IST)

    उत्तराकाशी में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दौरान मौसम की चुनौतियों से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने आकस्मिक योजना बनाई है। भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में पोलिंग पार्टियों के लिए वाहन और घोड़े-खच्चर की व्यवस्था की गई है। मतदान दलों के ठहरने के लिए पंचायत घरों का उपयोग किया जाएगा ताकि चुनाव प्रक्रिया सुचारू रूप से संपन्न हो सके।

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    पंचायत चुनाव बारिश में भी होगा मतदान, प्रशासन ने की तैयारी। प्रतीकात्‍मक

    जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी । त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में मौसम की बाधा से पार पाने के लिए जिला प्रशासन ने कंटीजेंसी प्लान (आकस्मिक कार्ययोजना) बनाई है। इसके तहत भारी वर्षा के चलते राष्ट्रीय राजमार्ग सहित लिंक मोटरमार्गों पर भूस्खलन संभावित क्षेत्रों के आगे गाड़ियों की व्यवस्था रहेगी, वहीं भूस्खलन के चलते पैदल ज्यादा जाना पड़ेगा तो वहां पर पोलिंग पार्टियों के लिए घोड़े-खच्चरों की व्यवस्था की जाएगी।

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    दरअसल, हरिद्वार जनपद को छोड़कर प्रदेशभर में हो रहे त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव इस बार मानसून के चुनौतीपूर्ण मौसम में होने जा रहे हैं, जिसमें प्रत्याशियों के साथ ही चुनाव संपादित कराने वाले मतदान कर्मियों को भी मौसम की चुनौती से जूझना पड़ सकता है।

    खासतौर पर उत्तरकाशी जैसे पहाड़ी जनपद में मानसून के दौरान भारी वर्षा के चलते गंगोत्री व यमुनोत्री हाईवे समेत ग्रामीण क्षेत्रों के लिंक मोटरमार्गों पर भूस्खलन का खतरा रहता है। इस कारण भूस्खलन के चलते स्थानीय लोगों के साथ चुनाव से जुड़े कार्मिकों को भी परेशानी उठानी पड़ सकती है। इसी के मध्येनजर जिला प्रशासन ने कंटीजेंसी प्लान याने कि आकस्मिक कार्ययोजना तैयार की है।

    जिला निर्वाचन अधिकारी व जिलाधिकारी प्रशांत कुमार आर्य ने दैनिक जागरण से बातचीत में इस कार्ययोजना की जानकारी देते हुए बताया कि मौसम में चुनाव बाधा न बने इसके लिए अलग से प्लान बनाया गया है, जिसमें वर्षा के चलते जहां पर भूस्खलन ज्यादा होता है, वहां दूसरी ओर गाड़ियों की व्यवस्था रहेगी।

    बताया कि वर्षा के चलते भूस्खलन के कारण मलबा व बोल्डर आने से मार्ग बंद होता है तो पोलिंग पार्टियों को पैदल मार्ग पार करवाकर दूसरी ओर की गई गाड़ियों की व्यवस्था से उनके मतदान केंद्रों तक पहुंचाया जाएगा। इसके अलावा भूस्खलन के कारण यदि पोलिंग पार्टियों को ज्यादा पैदल दूरी नापनी पड़ती है तो वहां पर घोड़े-खच्चरों की व्यवस्था की जाएगी, ताकि पोलिंग पार्टियों व उनकी चुनाव सामग्री को केंद्रों तक पहुंचाया जा सके।

    निकटवर्ती पंचायत घर में रुकेगी पोलिंग पार्टी

    डीएम आर्य ने बताया कि कई जगह मतदान केंद्र व पोलिंग बूथ पुराने हैं, आदतन ब्लाक से पुराने मतदान केंद्रों व बूथों को ही मतदान के लिए उनके नाम दे दिए जाते हैं, जहां साफ-सफाई कर मतदान कराया जा सकता है, लेकिन वहां पोलिंग पार्टियों को नहीं रुकवाया जा सकता है।

    ऐसे में निकटवर्ती पंचायत घर, आंगनबाड़ी केंद्र, प्राथमिक विद्यालय या इंटर कालेज में उनके रुकने की व्यवस्था की जा सकती है। इसके लिए सेक्टर मजिस्ट्रेट मौके पर ही निर्णय ले सकते हैं। हालांकि, मतदान वहीं होगा, जहां नाम दिया गया है।

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