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    Uttarakhand News: उत्तर प्रदेश के एसडीआरएफ के जवानों ने उत्‍तरकाशी में लिया सर्च एंड रेस्क्यू का प्रशिक्षण

    By Jagran NewsEdited By: Sunil Negi
    Updated: Thu, 17 Nov 2022 12:48 PM (IST)

    Uttarakhand News उत्‍तरकाशी में उत्तर प्रदेश के एसडीआरएफ के जवानों ने रोप क्राफ्ट बेसड सर्च एंड रेस्क्यू का 21 दिवसीय प्रशिक्षण लिया। यह प्रशि‍क्षण ...और पढ़ें

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    Uttarakhand News: उत्तर प्रदेश के एसडीआरएफ के जवानों ने उत्‍तरकाशी में सर्च एंड रेस्क्यू का प्रशिक्षण लिया।

    जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : आजादी के अमृत महोत्सव के तहत उत्तर प्रदेश राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) के जवानों ने रोप क्राफ्ट बेसड सर्च एंड रेस्क्यू का 21 दिवसीय प्रशिक्षण लिया।

    नंदादेवी एडवेंचर एंड आउट डोर एजुकेशन इंस्टीट्यूट कफलो उत्तरकाशी में आयोजित इस प्रशिक्षण में यूपी एसडीआरएफ के जवानों रस्सियों के जरिये बहुमंजिला भवनों में फंसे व्यक्तियों, गहरी खाई व कुएं में गिरे व्यक्तियों तथा बाढ़ में फंसे व्यक्तियों के खोज बचाव का प्रशिक्षण लिया।

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    प्रशिक्षण में यूपी एसडीआरएफ के 36 जवान हुए शामिल

    इस प्रशिक्षण में यूपी एसडीआरएफ के 36 जवान शामिल हुए। इन जवानों को 11800 फीट की ऊंचाई पर हाईट गेन भी कराया गया। समापन अवसर उत्तरकाशी के सहासिक पर्यटन खेल अधिकारी मोहम्मद अली ने इन जावनों का हौसला बढ़ाया साथ ही रेस्क्यू संबंधित जानकारी दी।

    उत्तराखंड के उत्तरकाशी में लिया प्रशिक्षण

    उत्तर प्रदेश एसडीआरएफ के सेनानायक डा. सतीश कुमार के निर्देश पर राज्य आपदा मोचन बल के जवानों को बेहतर प्रशिक्षण देने के लिए उत्तराखंड के उत्तरकाशी भेजा गया। यहां नंदादेवी एडवेंचर एंड आउट डोर एजुकेशन इंस्टीट्यूट कफलो में इन जवानों ने प्रशिक्षण लिया।

    29 अक्टूबर से शुरू हुआ ये प्रशिक्षण

    इस प्रशिक्षण के पर्यवेक्षक उपनिरीक्षक मेघराज सिंह ने कहा कि यह प्रशिक्षण 29 अक्टूबर से शुरू हुआ। इस प्रशिक्षण में मुख्य प्रशिक्षक जगमोहन सिंह रावत (पूर्व प्रशिक्षक निम), प्रशिक्षक दिनेश राणा (ढासड़ा), उम्मेद राणा (कोटी), मनमोहन रजवार (नाल्ड), दीपक रावत (नाल्ड), धर्मेंद्र नेगी (उत्तरों) ने प्रशिक्षण दिया।

    सेनानियों के नाम से रखे गए दल के नाम

    नंदादेवी एडवेंचर एंड आउट डोर एजुकेशन इंस्ट्यूट कफलो के एग्जीक्यूटिव डायरेटर सुनील कैंथोला ने कहा कि इस प्रशिक्षण में जवानों को अलग-अलग दलों में बांटा गया। दलों के नाम स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के नाम से रखे गए।

    सेनानियों के बलिदान की गौरव गाथा बतायी

    जिनमें काकोरी ट्रेन एक्शन के बलिदानियों में राम प्रसाद विस्मिल, अशफक उल्लाह खां, ठाकुर रोशन सिंह, राजेंद्र नाथ लाहिणी के नाम से रखे गए। रोप क्रॉफ्ट बेसड सर्च एवं रेस्क्यू प्रशिक्षण लेने के साथ जवानों को इन स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के बलिदान की गौरव गाथा बतायी गई।

    इस प्रशिक्षण में प्रशिक्षुओं को चार दिवसीय हाई एटीट्यूड एंडियोरेंस ट्रैक पर भी कराया गया। जिसके अंतर्गत 11800 फीट की ऊंचाई पर स्थित सियारी टॉप तक ले जाया गया।

    अलग-अलग यूनिट से आए थे जवान

    उप निरीक्षक मेघराज सिंह ने कहा कि प्रशिक्षण लेने के बाद सभी जवान एसडीआरएफ के मुख्यालय लखनऊ जाएंगे। जहां से जवानों को मुरादाबाद, बरेली, लखनऊ, अयोध्या, प्रयागराज, वाराणसी, गोरखपुर व इटावा यूनिट में जाएंगे।

    • बुलंदशहर निवासी प्रशिक्षु अरुण चौधरी, कोटा राजस्थान निवासी सूरज सिंह, आगरा निवासी आकाश यादव, करनौज उप्र अवनेश कुमार ने बताया कि यह प्रशिक्षण बेहद ही महत्वपूर्ण रहा है। इस प्रशिक्षण में उन्होंने काफी नया कुछ सीखा है।
    • एक भवन की छत से दूसरे भवन की छत में जाना, फंसे हुए व्यक्तियों को रासियों के जरिय रैपलिंग करना, ब्रह्म ब्रिज बनाना, जुमारिंग, डबल मेन रेस्क्यू, सिंगल मैन रेस्क्यू सहित कई प्रशिक्षण लिया। इससे पहले एनडीआरएफ की ओर से दो दिन का प्रशिक्षण लिया था। लेकिन 21 दिवसीय रेस्क्यू उनके लिए काफी कुछ सीखा है।

    कोर्स सीनियर खुशीनगर निवासी नीरज कुमार मिश्रा ने बताया कि इस तरह का प्रशिक्षण पहली बार लिया है। प्रशिक्षण में काफी कुछ नई चीज सीखे हैं। उत्तर प्रदेश में अधिकत्तर आपदा की घटनों में रोप रेस्क्यू की आवश्यकता होती है।