प्राथमिक शिक्षकों के स्थानांतरण में हुआ ‘खेल’
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : सीमांत जनपद उत्तरकाशी में प्राथमिक शिक्षकों के अनिवार्य स्थानांतरण में धांधली का मामला सामने आया है। गंगोत्री विधायक सुरेश चौहान और जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला के हस्तक्षेप के बाद विभाग फिर से शिक्षकों के प्रत्यावेदन को खंगालने और त्रुटियों को सुधारने में जुट गया है। शिकायत मिलने पर जिलाधिकारी ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को तलब किया, जिससे शिक्षा विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। उत्तरकाशी जनपद में 10 जुलाई को शिक्षा विभाग ने 156 प्राथमिक शिक्षकों के स्थानांतरण का आदेश किया। लेकिन, इसकी सूची दो दिन पहले जारी की। शिक्षकों को जब अपने स्थानांतरण के बारे में जानकारी मिली तो उन्होंने विधायक सुरेश चौहान और जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला से शिकायत की। जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को तलब किया। दरअसल अनुरोध के आधार, सुगम से दुर्गम के आधार और दुर्गम से सुगम के आधार पर शिक्षा विभाग ने शिक्षकों से प्रत्यावेदन मांगे थे। प्रत्यावेदन में दस विकल्प भी मांगे। लेकिन जब स्थानांतरण की बारी आई तो शिक्षा विभाग ने मानकों को दरकिनार करते हुए मनमाने तौर पर स्थानांतरण कर डाले। विकल्प और वरिष्ठता के अनुरूप स्थानांतरण नहीं किए गए। इसके अलावा, कई शिक्षकों का सर्विस रिकार्ड पोर्टल में दर्ज नहीं किया गया है, जिसके कारण उनका नाम स्थानांतरण सूची में नहीं आया है। सुगम के अधिकांश स्कूलों में पद रिक्त होने के बाद भी विकल्प वाले शिक्षकों का संबंधित स्कूलों में स्थानांतरण नहीं किया गया है। मंगलवार शाम को जब जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला ने नियम अनुसार स्थानांतरण करने के सख्त निर्देश दिए तो तब शिक्षा विभाग हरकत में आया और मंगलवार देर शाम को खामियों को सुधारने में जुटा। उत्तरकाशी के मुख्य शिक्षाधिकारी जेएन काला ने बताया कि प्राथमिक शिक्षकों के स्थानांतरण में शिकायतें मिली हैं, जिसका संशोधन और निस्तारण किया जा रहा है। ---------- कुछ शिक्षकों के स्थानांतरण में खामियों की शिकायत प्राप्त हुई थी। इसके लिए शिक्षा विभाग को नियमानुसार स्थानांतरण करने के निर्देश दिए गए हैं। अगर फिर भी खामियां मिली, तो संबंधित जिम्मेदार अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। -अभिषेक रुहेला, जिलाधिकारी उत्तरकाशी
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।