आस्था और पर्यटन भी... जरमोला-देवजानी होते हुए केदार कांठा बुग्याल तक लें ट्रैकिंग का मजा, रूट पर ये हैं प्राचीन मंदिर
उत्तरकाशी में अब पर्यटक जरमोला-देवजानी होते हुए केदार कांठा बुग्याल तक तीर्थाटन और ट्रैकिंग का आनंद ले सकेंगे। मुख्यमंत्री की घोषणा से पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा। गडूगाड़ पट्टी के ग्रामीणों की लंबे समय से चली आ रही मांग पूरी हो गई है। यह मार्ग बांज बुरांश और देवदार के जंगलों से घिरा हुआ है और इस क्षेत्र में कई प्राचीन मंदिर भी स्थित हैं।

राधेकृष्ण उनियाल, जागरण, पुरोला। गडूगाड़ पट्टी के जरमोला-जीवाणु एवं देवजानी होते हुए केदार कांठा बुग्याल तक पर्यटन क्षेत्र घोषित करने की मुख्यमंत्री की घोषणा से क्षेत्र पर्यटन को पंख लगना तय है। यह महत्वाकांक्षी योजना धरातल पर उतर गई तो हर साल केदार कांठा दीदार को आने वाले देशी-विदेशी पर्यटक ट्रैकिंग के साथ ही क्षेत्र की धार्मिक आस्था व आतिथ्य सत्कार व गांव-गांव में लगने वाले पारंपरिक मेलों, सांस्कृतिक रंगों का आनंद उठा सकेंगे।
भेड़−बकरियों की चारा घास चरान चुगान के रूप में केदार कांठा बुग्यालों से जुड़े गडूगाड़ पट्टी के कुमणाई, सतरा, जीवाणु, देवजानी आदि दर्जनों गांवों के ग्रामीण हर साल गर्मियों में मवेशियों के साथ केदार कांठा, मानिर, पुष्टारा बुग्याल व सरूताल में रहते हैं। क्षेत्र के ग्रामीणों की दो दशक से केदार कांठा बुग्याल एवं पर्यटक को जरमोला-देवजानी-जीवाणु से जोड़ने की मांग आखिर सोमवार को पूरी हो गई है।
पर्यटक गांव-गांव में तीर्थाटन, ट्रैकिंग, पर्यटन के साथ आतिथ्य सत्कार का ले सकेंगे आनंद
हालांकि जरमोला से केदार कांठा पर्यटन मार्ग विभाग की नजरों से ओझल व मानचित्र में न होने के बाद भी हर साल सैंकड़ों पर्यटक जरमोला-देवजानी से पैदल ट्रैक केदार कांठा बुग्याल दीदार के साथ गांव के मेले, त्योहारों में सांस्कृतिक परंपराओं का आनंद भी लेते हैं।
बांज-बुरांश-देवदार के घने जंगलों के बीच सरल व सुगम पैदल ट्रैक है जरमोला-देवजानी केदार कांठा
मुख्यमंत्री के ओरा देवजानी केदार कांठा पर्यटक क्षेत्र घोषित करने पर पूर्व प्रधान जयराम चौहान, जोगेंद्र चौहान ने खुशी जताई व कहा कि यह मार्ग बांज, बुरांश देवदार के जंगलों के बीच सरल, सुगम पैदल मार्ग है बीते चार-पांच वर्षों से सैकड़ों देशी व विदेशी पर्यटक क्षेत्र के गांव गांव में मेले त्योहारों में शामिल होकर केदार कांठा बुग्याल का भी दीदार करने पंहुचते हैं।
केदार कांठा बुग्याल पहुंचने के दो रूट
- पुरोला-जरमोला-मोरी-नेटवाड-सांकरी व सौड़ तक 60 किमी
- टैक्सी,बस से तथा सौड़ से केदार कांठा 12 किमी पैदल ट्रैक।
(सौड़ से केदार कांठा बुग्याल तक संपूर्ण गोविंद पशु विहार प्रतिबंधित क्षेत्र )
मुख्यमंत्री की ओरा देवजानी केदार कांठा घोषणा के बाद
- पुरोला से जरमोला वाया बस व टैक्सी 18 किमी
- जरमोला से जीवाणु
- 10 किमी - जीवाणु से देवजानी
- 5 किमी - देवजानी ओरा से गसना
- 7 किमी - गहना से केदार कांठा
- 8 किमी - कुल 30 किमी पैदल ट्रैक।ट्रैक रूट पर ये हैं प्राचीन मंदिर
- जरमोला-जीवाणु-देवजानी पैदल ट्रैक पर गांव व देवी देवताओं के मंदिर
- देवजानी व जीवाणु ओरा में खंडा सूरी महाराज के गांव-गांव में मंदिर हैं साथ ही जरमोला के पास ही चार किमी आगे रामा व कमल सिरांई क्षेत्र का कमलेश्वर महादेव प्रसिद्ध मंदिर
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