Updated: Sat, 27 Sep 2025 06:28 PM (IST)
भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल के हिमवीरों ने 19495 फीट ऊंचे कालिंदीखाल-बदरीनाथ ट्रेक को सफलतापूर्वक पार किया। गंगोत्री और बदरीनाथ को जोड़ने वाले इस दुर्गम मार्ग पर हिमवीरों को भीषण ठंड और ऑक्सीजन की कमी जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ा। उप सेनानी दीपक कुमार के नेतृत्व में दल ने साहस और टीमवर्क से यह उपलब्धि हासिल की जो आईटीबीपी की क्षमता का प्रमाण है।
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी। भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल (आइटीबीपी) की 35वीं वाहिनी के 15 हिमवीरों के दल ने समुद्रतल से 19,495 फीट की ऊंचाई पर स्थित विश्व के सबसे ऊंचे ट्रेक कालिंदीखाल-बदरीनाथ को सफलतापूर्वक पार कर लिया है।
इस दौरान हिमवीरों को भीषण ठंड, बर्फीले तूफान, आक्सीजन की कमी समेत कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। यह ट्रेक गंगोत्री धाम और बदरीनाथ धाम को जोड़ता है। यह दल इसी 16 सितंबर को कालिंदीखाल-बदरीनाथ ट्रेक के लिए रवाना हुआ था। उप सेनानी दीपक कुमार के नेतृत्व में दल ने अभियान की शुरुआत गंगोत्री से की और 25 सितंबर को सफलतापूर्वक ट्रेक को पार कर लिया।
विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
उप सेनानी दीपक कुमार ने बताया कि हिमवीरों ने साहस, धैर्य और टीमवर्क से ट्रेक को पार किया। यह उपलब्धि आइटीबीपी की राष्ट्र सेवा के प्रति अटूट निष्ठा, शौर्य और दृढ़ संकल्प का प्रमाण है। साथ ही उच्च हिमालयी क्षेत्रो में सुरक्षा व संचालन की बल की क्षमता को सिद्ध करती है। उन्होंने कहा कि बल के जवान न केवल राष्ट्र रक्षा में अग्रणी हैं, बल्कि उच्च हिमालयी क्षेत्रों में जीवटता व कौशल का उदाहरण भी प्रस्तुत करते हैं। दल छह अक्टूबर को उत्तरकाशी पहुंचेगा।
गंगोत्री से बदरीनाथ तक हिमालय की कंदराओं और ग्लेशियर के ऊपर से होकर गुजरने वाले इस 109 किमी लंबे ट्रेक पर हिमाच्छादित एक दर्जन नामचीन पर्वत चोटियों का दीदार होता है। भारत-चीन सीमा से लगा यह ट्रेक भारत ही नहीं, विदेशी पर्यटकों की भी पसंद है। हालांकि, इनर लाइन क्षेत्र में होने के कारण यहां चुनिंदा विदेशी पर्यटकों को ही अनुमति मिल पाती है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।