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    Uttarkashi: धराली आपदा के 19 दिन बाद भी गंगोत्री हाईवे बंद, हर्षिल में जलमग्न मार्ग की बहाली चुनौती

    Uttarkashi Disaster Update उत्तरकाशी में धराली आपदा के 19 दिन बाद भी गंगोत्री हाईवे गंगोत्री तक नहीं खुल पाया है क्योंकि हर्षिल-धराली के बीच हाईवे जलमग्न है। बीआरओ ने भटवाड़ी से सोनगाड तक हाईवे बहाल कर दिया है लेकिन हर्षिल में झील खोलने का काम प्रदेश सरकार करेगी। सोनगाड में फंसी एक्सावेटर मशीन को भी निकाल लिया गया है।

    By ajay kumar Edited By: Nirmala Bohra Updated: Sun, 24 Aug 2025 02:09 PM (IST)
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    हर्षिल में जलमग्न गंगोत्री हाईवे की बहाली बना चुनौती. File

    जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी। धराली आपदा के 19 दिन बाद गंगोत्री हाईवे गंगोत्री तक आवागमन के लिए नहीं खुल पाया है। हर्षिल-धराली के बीच बनी अस्थायी झील में जलमग्न हाईवे की बहाली चुनौती बनी हुई है।

    गत शुक्रवार शाम को बीआरओ की मशीनें सोनगाड से हर्षिल की ओर रवाना हाे गयी थी। लेकिन बीआरओ के अधिकारियों का कहना है कि हर्षिल बनी झील को खोलने का काम प्रदेश सरकार की ओर से ही किया जाएगा।

    बता दें कि धराली आपदा के बाद सामरिक व चारधाम यात्रा के लिए महत्वपूर्ण गंगोत्री हाईवे भटवाड़ी से लेकर सोनगाड तक जगह-जगह क्षतिग्रस्त हो गया था। बीआरओ व लोनिवि ने कड़ी मशक्कत कर हाईवे को 19 दिन में सोनगाड तक बहाल कर दिया है। यहां से हर्षिल तक वर्तमान में हल्के वाहन रवाना हो रहे हैं।

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    वहीं, भारी वाहनों के लिए हाईवे को तैयार करने का काम जारी है। लेकिन बीआरओ की भारी अर्थ मूविंग मशीनें हर्षिल की ओर रवाना हाेने के बावजूद झील खोलने में मदद की उम्मीद को झटका लगा। बीआरओ के कमांडर राजकिशोर का कहना है कि हर्षिल धराली के बीच करीब 500 मीटर से अधिक हाईवे जलमग्न है, लेकिन झील खोलने का काम प्रदेश सरकार की ओर से ही किया जाएगा।

    दो दिन बाद निकाली गई सोनगाड में फंसी एक्सावेटर मशीन

    बीते गुरुवार को सोनगाड में गंगोत्री हाईवे की बहाली के दौरान दलदल व पानी में फंसी एक्सावेटर मशीन को शनिवार को निकाल लिया गया। बीआरओ कमांडर ने बताया कि वाटर पंप की मदद से पानी को खाली कर मशीन को निकाला गया है। यह मशीन गत गुरुवार को भागीरथी नदी को चैनलाइज करने के दौरान बुरी तरीके से दलदल में फंस गयी थी।