Chardham Yatra: यमुनोत्री पैदल मार्ग पर भूस्खलन में दबे यात्रियों की तलाश जारी, दो मृतकों की पहचान; पैदल यात्रा रुकी
उत्तरकाशी में यमुनोत्री पैदल मार्ग पर हुए भूस्खलन के मलबे में दबे दो यात्रियों की तलाश एसडीआरएफ कर रही है। इस हादसे में पांच लोग फंसे थे, जिनमें से दो शव (पिता-पुत्री) बरामद कर लिए गए हैं और एक घायल अस्पताल में भर्ती है। यमुनोत्री यात्रा रोक दी गई है, जबकि गंगोत्री, केदारनाथ और बदरीनाथ धाम की यात्राएं जारी हैं, हालांकि केदारनाथ मार्ग फिसलन भरा और बदरीनाथ राजमार्ग कुछ जगहों पर खतरनाक है। जिलाधिकारी और विशेषज्ञ भूस्खलन के कारणों का सर्वेक्षण कर रहे हैं।

जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी। यमुनोत्री पैदल मार्ग पर सोमवार को नौकैंची क्षेत्र में हुए भूस्खलन के मलबे में दबे दो यात्रियों की तलाश एसडीआरएफ टीम मंगलवार सुबह से कर रही है। मलबे की चपेट में पांच यात्री आ गए थे, जिसमें दो यात्रियों के शव गत दिवस ही निकाल लिए गए थे।
मृतकों की पहचान हरिशकंर (47) और उनकी बेटी ख्याति (09) निवासी जौनपुर उत्तर प्रदेश के रूप में हुई है। मलबे में दबकर घायल हुए रसिक भाई निवासी मुंबई को चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। अब मलबे में दबी भाविका शर्मा (11) निवासी बी-58 कृष्ण विहार दिल्ली और कमलेश जेठवा (35) निवासी मुंबई थाने, महाराष्ट्र की एसडीआरएफ खोज रही है।
यमुनोत्री में पैदल यात्रा रोक दी गई है। यात्री जानकीचट्टी पड़ाव पर ठहरे हैं और रेस्क्यू समाप्त होने का इंतजार कर रहे हैं। जिलाधिकारी प्रशांत आर्य भी जानकीचट्टी में भूस्खलन विशेषज्ञों की टीम के साथ पहुंचे हैं। विशेषज्ञ भूस्खलन के कारणों को लेकर सर्वे कर रहे हैं।
गंगोत्री, केदारनाथ व बदरीनाथ धाम की यात्रा सुचारु है। केदारनाथ पैदल मार्ग वर्षा के कारण फिसलनभरा हो गया है। चमोली में बदरीनाथ राजमार्ग पीपीलकोटी में खतरनाक बना है। यहां पुलिस की मदद से यात्रियों की आवाजाही कराई जा रही है।
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