Chardham Yatra: उत्तरकाशी में यमुनोत्री धाम मार्ग पर भूस्खलन, ज्ञानसू-मनेरा मार्ग से हटाया गया मलबा
उत्तरकाशी में यमुनोत्री पैदल मार्ग पर राम मंदिर के पास भारी बारिश के चलते भूस्खलन हुआ जिससे कोई हताहत नहीं हुआ। वहीं ज्ञानसू-मनेरा मार्ग पर बरसाली नाले से आए मलबे को दैनिक जागरण में खबर छपने के बाद लोक निर्माण विभाग ने हटा दिया। लोगों को अभी भी बारिश में दोबारा मलबा आने का डर है इसलिए निगरानी रखने की मांग की है।

जासं, उत्तरकाशी। यमुनोत्री पैदल मार्ग पर फिर गत गुरुवार रात को वर्षा के बीच भूस्खलन हुआ। राममंदिर व भंडेली गाड के बीच हुए इस भूस्खलन के चलते शुक्रवार को धाम की यात्रा पर आए तीर्थयात्रियों व कांवड़ यात्रियों को जोखिम के बीच आवाजाही के लिए मजबूर होना पड़ा।
वहीं, गनीमत रही कि रात्रि के समय भूस्खलन से काेई इसकी चपेट में नहीं आया, नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था। बता दें कि बीते 23 जून को यमुनोत्री पैदल मार्ग पर नौकैंची के पास हुए भारी भूस्खलन के चलते रिश्ते में पिता-पुत्री दो यात्रियों की मौत हो गई थी, जबकि दो अन्य लापता हो गए थे। स्थानीय विवेक, लकी व नरेश ने बताया कि भूस्खलन के चलते चट्टान से भारी भरकम बोल्डर आने के साथ मलबा आ गिरा।
इससे दिनभर पैदल मार्ग पर जोखिम के साथ आवाजाही हुई। वर्षाकाल के बीच पैदल मार्ग पर जगह-जगह भूस्खलन का खतरा बना हुआ है। वहीं, कई स्थानों पर जल भराव व कीचड़ के चलते पैदल आवाजाही भी जोखिम के साथ हाे रही है। इधर, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी शार्दुल सिंह गुसाईं ने बताया कि यमुनोत्री पैदल मार्ग पर भूस्खलन के चलते आए बोल्डर को हटा दिया गया था, उसके मलबे को हटाने का काम चल रहा है।
ज्ञानसू-मनेरा मार्ग पर आया मलबा हटाया
उत्तरकाशी। नगर पालिका क्षेत्र अंतर्गत ज्ञानसू-मनेरा मार्ग पर बरसाली नाले के चलते आया मलबा नहीं हटने के संबंध में प्रकाशित दैनिक जागरण की खबर का प्रभाव हुआ है। गुरुवार को आखिरकार यहां लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड ने बैकहो लोडर मशीन से मलबा हटा दिया।
बीते 12 जुलाई के अंक में दैनिक जागरण ने 'सुरक्षा कार्य तो दूर, सड़क पर आया मलबा भी नहीं हट रहा' शीर्षक से खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था, जिसमें लंबे समय से बदहाल चल रहे मार्ग पर सुरक्षा कार्य तो छोड़िए बरसाती नाले के चलते आ रहे मलबे को भी नहीं हटाए जाने की समस्या उठाई गई गई थी।
यह मार्ग शहर के दो बड़े आबादी वाले क्षेत्रों को जोड़ता है। इस मार्ग से स्थानीय लोगों के साथ केंद्रीय विद्यालय मनेरा व एक अन्य निजी स्कूल के छात्र-छात्राएं व उनके अभिभावक पैदल व दोपहिया वाहन से आवाजाही करते हैं। लेकिन बरसाती नाले के चलते आए मलबे के कारण उन्हें मलबे के ऊपर से ही जोखिम के साथ आवाजाही करनी पड़ी रही थी।
दैनिक जागरण ने जन समस्या को प्रमुखता से उठाया तो चार दिन बाद आखिरकार लोनिवि प्रांतीय खंड ने यहां मलबा हटा दिया। हालांकि वर्षाकाल के चलते यहां वर्षा होने पर दोबारा बरसाती नाले से मलबा आने की आशंका बनी हुई है। इस कारण लोगों ने मार्ग की निगरानी कर मलबा आने पर तत्काल इसे साफ किए जाने की मांग की है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।