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    Chardham Yatra 2025: पांच किमी में 178 गड्ढे, सिर पर चारधाम यात्रा; बन सकता है दुर्घटना का कारण

    Updated: Fri, 11 Apr 2025 08:06 AM (IST)

    चारधाम यात्रा से पहले उत्तराखंड के उत्तरकाशी में स्थित गंगोत्री हाईवे की बदहाली यात्रियों के लिए परेशानी का सबब बन रही है। ज्ञानसू से गंगोरी तक करीब 5 किलोमीटर के हिस्से में 178 गड्ढे हैं। आगामी 30 अप्रैल से चारधाम यात्रा शुरू हो रही है लेकिन अभी तक गड्ढों की मरम्मत का काम शुरू नहीं हो सका है। इस स्थिति में चारधाम आने वाले श्रद्धालुओं को खासी परेशानी झेलनी पड़ेगी।

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    चारधाम यात्रा सिर पर होने के बावजूद बीआरओ नहीं दे रहा इस तरफ ध्यान (फाइल फोटो)

    जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी। किसी भी जनपद का मुख्यालय वहां उपलब्ध मूलभूत सुविधाओं का आईना होता है, लेकिन उत्तरकाशी जिला मुख्यालय में यात्रियों का स्वागत गड्ढे करते हैं। इसके बाद यात्रियों को पांच किमी तक इन गड्ढों में हिचकोले खाने पड़ते हैं। कारण यह कि यहां गंगोत्री हाईवे बदहाल है। हाईवे पर ज्ञानसू से गंगोरी तक करीब पांच किमी में 178 गड्ढे हैं। आगामी 30 अप्रैल से चारधाम यात्रा शुरू हो रही है, लेकिन गड्ढों की मरम्मत का काम अभी शुरू नहीं हो सका है। यही स्थिति रही तो चारधाम आने वाले श्रद्धालुओं को खासी परेशानी झेलनी पड़ेगी।

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    चीन सीमा से लगे उत्तरकाशी जनपद से गंगोत्री हाईवे का करीब 143 किमी हिस्सा गुजरता है। इस पर चिन्यालीसौड़ से लेकर चुंगी बड़ेथी ओपन टनल तक तो चारधाम सड़क (आलवेदर रोड) परियोजना के तहत चौड़ीकरण कार्य हो चुका है। गंगनानी से हिना और झाला से हर्षिल के बीच भी बार्डर रोड आर्गनाइजेशन (बीआरओ) की ओर से रि-सरफेसिंग व रि-कारपेटिंग का काम किया जा रहा है। लेकिन, जिला मुख्यालय में ज्ञानसू से लेकर गंगोरी तक हाईवे बदहाल है। दैनिक जागरण की टीम ने हाईवे पर ज्ञानसू से गंगोरी तक पड़ताल की तो लगभग पांच किमी हिस्से में कुल 178 गड्ढे मिले। हाईवे की सबसे बुरी हालत ज्ञानसू क्षेत्र में है। यहां 70 से अधिक गड्ढे हैं। कई स्थानों पर पेयजल लाइनों के रिसाव से गड्ढों की समस्या है। इनमें तांबाखाणी सुरंग के आगे पुलिस चौकी के निकट लंबे समय से गड्ढा बना हुआ है। भटवाड़ी रोड पर उजेली, तेखला आदि में भी जगह-जगह गड्ढे हादसे को न्योता दे रहे हैं।

    हाल में होटल एसोसिएशन उत्तरकाशी ने भी इस समस्या को लेकर जिलाधिकारी डा. मेहरबान सिंह बिष्ट को ज्ञापन सौंपा था, जिसमें उनका कहना था कि यहां वर्ष 2008 के बाद से डामरीकरण नहीं हुआ है। उन्होंने आगामी चारधाम यात्रा को देखते हुए जिला प्रशासन व बीआरओ से शीघ्र डामरीकरण कार्य करने की मांग की थी, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

    बीआरओ कमांडर विवेक श्रीवास्तव ने बताया कि जिला मुख्यालय में हाईवे की दशा सुधारने के लिए 1.24 करोड़ रुपये बजट मांगा गया है, जो अभी मिला नहीं। इसमें ड्रेनेज सिस्टम के साथ लंबे-लंबे सरफेस को ठीक किया जाना प्रस्तावित है। फिलहाल, चारधाम यात्रा को देखते हुए शीघ्र पैचवर्क किया जाएगा। इसके लिए सामग्री मंगवाई जा रही है।