देश ही नहीं दुनियाभर में प्रतिष्ठित है कुमाऊं रेजिमेंट की सैन्य परंपरा है: लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत
राज्यपाल गुरमीत सिंह ने केआरसी मुख्यालय का दौरा किया और कहा कि कुमाऊं रेजिमेंट भारतीय थल सेना की सबसे बड़ी इन्फैंट्री रेजिमेंटों में से एक है। उन्होंने केआरसी के गौरवशाली इतिहास और राष्ट्र की सुरक्षा के लिए सैनिकों के बलिदान की सराहना की। राज्यपाल ने वीर नारियों को सम्मानित किया और सैन्य अधिकारियों जवानों और प्रशिक्षु अग्निवीरों से मुलाकात की। उन्होंने सैनिकों के कल्याण के लिए कई सुझाव भी दिए।

जागरण संवाददाता, रानीखेत। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (अवकाश प्राप्त) गुरमीत सिंह ने कहा कि कुमाऊं रेजिमेंट का इतिहास व सैन्य परंपरा गौरवशाली रही है। केआरसी के जांबाजों ने समय-समय पर राष्ट्र की रक्षा के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है।
उन्होंने कहा कि यह भारतीय थल सेना की सबसे बड़ी इन्फैंट्री रेजिमेंट्स में से एक है। वर्तमान में इसमें 23 बटालियन कार्यरत हैं। केआरसी न केवल देश की सीमाओं की रक्षा में अग्रणी रही है बल्कि उसकी सुदृढ़ प्रशिक्षण परंपरा व अनुशासनात्मक संस्कृति भी विश्वस्तर पर प्रतिष्ठित है। राज्यपाल ने वीर नारियों को सम्मानित भी किया।
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत गुरुवार को केआरसी मुख्यालय के दौरे पर पहुंचे। उन्होंने सैन्य अधिकारियों, जवानों व प्रशिक्षु अग्निवीरों से मुलाकात की। कमांडेंट ब्रिगेडियर संजय कुमार यादव ने सेंटर की वर्तमान गतिविधियों व भविष्य की योजनाओं से रूबरू कराया।
राज्यपाल ने फौजियों के लिए एआइ आधारित कार्यक्रम, उद्यानिकी के साथ ही पूर्व सैनिकों व उनके स्वजन को होमस्टे, मौन पालन आदि कल्याणकारी योजनाओं से जोड़ने तथा स्थानीय स्तर पर केंद्र स्थापित करने का सुझाव भी दिया। यहां सेंटर की ओर से आउटरीच कार्यक्रमों के तहत सैनिकों व उनके परिवार के लिए कौशल विकास कार्यक्रमों की जानकारी ली। दस्तावेजों का इलेक्ट्रानिक तकनीक से रखरखाव तथा उच्च शिक्षण संस्थानों से समन्वय के प्रयासों को सराहनीय बताया।
राज्यपाल ने सैन्य प्रशिक्षण की कार्यप्रणाली का अवलोकन किया। आईटी व आनलाइन कोर्सेज, जेसीओ के लिए आनलाइन परीक्षा केंद्र आदि नवाचार की तारीफ की। उन्होंने कहा कि सैनिकों के शारीरिक एवं मानसिक विकास को तीरंदाजी, मुक्केबाजी, ताइक्वांडो आदि खेलों का प्रशिक्षण अनुकरणीय प्रयास है। उन्होंने केआरसी के वूलन केंद्र का भी निरीक्षण किया। यहां पूर्व सैनिकों की आश्रित महिलाएं ऊन के विविध उत्पाद तैयार करती हैं। इससे पूर्व उन्हें गार्ड आफ आर्नर दिया गया।
राज्यपाल ने कर्मचारियों उत्पादों की उच्च गुणवत्ता बनाए रखने के लिए उत्साह बढ़ाया। बाद में वह मां झूला देवी मंदिर में पूजा अर्चना कर प्रदेशवासियों की सुख समृद्धि की कामना की। इस दौरान केआरसी कमांडेंट ब्रिगेडियर संयज के साथ ही डीएम आलोक पांडेय, कप्तान देवेंद्र पींचा, संयुक्त मजिस्ट्रेट राहुल आनंद, एएसपी हरबंश सिंह व वरिष्ठ सैन्य अधिकारी मौजूद रहे।

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