उत्तराखंड की बेटी और यूपी की बहू का दर्दनाक अंत, बोरे में मिली सड़ी-गली लाश
उत्तराखंड की बेटी और यूपी की बहू की हत्या के मामले में पुलिस ने तेजी दिखाते हुए छह टीमों का गठन किया है। ये टीमें अलग-अलग पहलुओं पर जांच कर रही हैं, जिसमें सीसीटीवी फुटेज और अन्य साक्ष्य शामिल हैं। पुलिस का लक्ष्य जल्द से जल्द घटना का खुलासा करना है और दोषियों को गिरफ्तार करना है।

तीन से चार दिन पुराना बताया जा रहा शव। जागरण
जागरण संवाददाता, खटीमा । यहां पीलीभीत रोड स्थित मंडी के पीछे कच्चे रास्ते पर रेल पटरी के पास बोरी में बंद मिले एक महिला के सड़े-गले शव ने पूरे इलाके को सन्न कर दिया। पुलिस द्वारा हुलिया जारी करने के बाद स्वजनों ने महिला की पहचान की, जिसके बाद पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया और स्वजनों को सौंप दिया।
घटना शनिवार रात की है। रात 11:21 बजे नौगवांठग्गू निवासी रवि देव ने पुलिस को सूचना दी कि मंडी के पीछे कच्चे मार्ग को जाने वाले पर रास्ते पर रेल पटरी के आसपास किसी चीज के सड़ने की बहुत तेज बदबू आ रही है। इस सूचना पर वरिष्ठ उप निरीक्षक ललित मोहन रावल एवं उप निरीक्षक पंकज महर एवं विजय बोहरा व अन्य पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे।
पुलिस टीम को मौके पर पीले रंग का एक प्लास्टिक बोरा बरामद हुआ, जिसमें से बदबू उठ रही थी। बोरे के अंदर लगभग 25 वर्षीय महिला का शव था, जो तीन से चार दिन पुराना प्रतीत होता था और काफी सड़-गल चुका था। शव के बदन पर लाल रंग का सूट था, जिस पर सुनहरे रंग की कढ़ाई थी। शव के दाहिने हाथ की अंगुलियों पर अंग्रेजी में “आनंद” और बाएं हाथ की कोहनी पर “आनंद लवस” का टैटू गोदा मिला। उसने लाल रंग की चूड़ी व सिल्वर एवं गोल्ड कलर के प्लास्टिक के कड़े भी पहने थे। महिला उपनिरीक्षक रूबी मौर्य की उपस्थिति में शव का पंचनामा कर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया। साथ ही घटना की सूचना उच्चाधिकारियों को दी गई। अपर पुलिस अधीक्षक उत्तम सिंह नेगी, पुलिस क्षेत्राधिकारी बीएस धौनी ने भी घटनास्थल का निरीक्षण किया।
शव किस महिला का है, इस बारे में पता लगाने के लिए पुलिस ने मृतका का हुलिया जारी किया। हुलिया जारी करने पर उसके स्वजन सामने आए, जिनसे ज्ञात हुआ कि महिला का नाम सुनीता उपाध्याय है। वार्ड-16 पकड़िया निवासी उसके पिता प्रेम एक होटल में कुक हैं। मृतका का विवाह उत्तर प्रदेश के बरेली क्षेत्र के आनंद तोमर नामक व्यक्ति हुआ था। सुनीता के अपने पति के साथ संबंधों में खटपट थी और वह अक्सर पति से लड़-झगड़कर मायके आती रहती थी। यह भी पता चला है कि वह मादक द्रव्यों के सेवन की आदी थी।
पुलिस ने पोस्टमार्टम करवा कर शव मृतका के मायके वालों को सौंप दिया है। लेकिन पुलिस के सामने अभी उसके हत्यारों का खुलासा करने की चुनौती खड़ी है। उसे पता लगाना होगा कि यह किसी प्रेम कहानी का खौफनाक अंत है या घरेलू हिंसा की परिणति या सुनीता की नशे की लत का घातक अंत। इस चुनौती को भेदने के लिए पुलिस मामले में साक्ष्य जुटा रही है और आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं।
फॉरेंसिक फील्ड यूनिट व एसओजी ने शुरू की जांच-पड़ताल
खटीमा : घटना की सूचना पर रविवार सुबह रुद्रपुर से फॉरेंसिक फील्ड यूनिट की टीम भी मौके पर पहुंची। टीम ने घटना स्थल से साक्ष्य एकत्र किए। इसके बाद मौके पर एसओजी की टीम भी पहुंची, जिसने लाश के पास मिले मोबाइल फोनों की कॉल डिटेल खंगालनी शुरू कर दी है।
मोबाइल व हाथ में गुदे टेटू से हुई मृतका की शिनाख्त
खटीमा : पुलिस को मृतका की लाश की शिनाख्त करने के लिए एसओजी टीम की भी मदद लेनी पड़ी। मृतका की लाश के पास मिले दोनों मोबाइल ऐरोप्लेन मोड में थे, जिन्हें बाद में एसओजी टीम ने सामान्य मोड में किया तो फोन में कॉल करने वालों के मैसेज आए। तब पुलिस ने उनसे भी संपर्क किया। इसके अलावा पुलिस ने वाट्सएप ग्रुप में भी मृतका की लाश की फोटो प्रसारित की। तब जाकर पकड़िया के लोगों व स्वजनों ने मृतका की शिनाख्त पकड़िया वार्ड 16 निवासी प्रेम चंद्र उपाध्याय की 25 वर्षीय पुत्री सुनीता उपाध्याय के रुप में की।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह स्पष्ट नहीं, बिसरा सुरक्षित रखा
खटीमा : सुनीता की लाश का पंचनामा तहसीलदार वीरेंद्र सिंह सजवाण ने भरा, जिसके बाद लाश का पोस्टमार्टम डॉ.अब्बास, डॉ.निशिकांत एवं डॉ.कोमल के पैनल ने किया। डॉ.अब्बास ने बताया कि लाश पर कोई चोट के निशान नहीं थे। लाश काफी सड़ चुकी थी। उस पर कीड़े भी पड़े थे। मौत की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी है। इसके लिए लाश का बिसरा सुरक्षित रख लिया गया है, जिसे जांच के प्रयोगशाला भेजा जाएगा। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद ही मौत की वजह स्पष्ट हो पाएगी।
आठ माह पूर्व बरेली के आनंद से हुई थी शादी
खटीमा : सुनीता की शादी आठ माह पूर्व बरेली के शाहजहांपुर रोड निवासी आनंद तोमर से हुई थी। मृतका की मां रेखा उपाध्याय ने बताया कि उसने शादी अपनी पसंद से बरेली के एक मंदिर में की थी, जहां वह एवं उनकी बहू शामिल हुए थे। मां रेखा का आरोप है कि शादी के बाद सुनीता का पति अक्सर उसके साथ मारपीट किया करता था, जिसकी शिकायत उसने कई बार उनसे की थी, लेकिन वह समझा-बुझाकर उसे ससुराल भेज दिया करती थी। सावन के महीने में सुनीता मायके आई थी। इसके बाद वह श्राद्ध पक्ष में ससुराल गई। भैयादूज पर्व पर वह घर आई थी। चार दिन पहले से वह लापता थी, जिसके बाद से उसका कोई पता नहीं चल पा रहा था।
घटना के खुलासे को पुलिस की छह टीमें गठित की गई हैं, जिसमें पहली टीम झनकइया थाने के प्रभारी निरीक्षक देवेंद्र गौरव, एसएसआई ललित मोहन रावल, दूसरी टीम एसआई पंकज महर, तीसरी टीम एसआई अशोक कांडपाल, चौथी टीम एसआई विकास कुमार, पांचवीं टीम एसआई ललित बिष्ट व छठी टीम एसआई प्रदीप शर्मा के नेतृत्व में गठित की गई हैं, जो मैनुअल, सीसी टीवी फुटेज आदि के माध्यम से हत्या समेत विभिन्न बिंदुओं पर जांच-पड़ताल कर रही है।
- उत्तम सिंह नेगी, अपर पुलिस अधीक्षक

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