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    उत्तराखंड में यूपी से नशा तस्करी पर एसटीएफ का प्रहार, तस्करों पर कसेगा शिकंजा

    Updated: Thu, 02 Oct 2025 04:56 PM (IST)

    एसटीएफ ने बरेली से उत्तराखंड में हो रही नशीली पदार्थों की तस्करी पर लगाम कसने के लिए एक नई रणनीति बनाई है। कुमाऊं यूनिट को मजबूत किया जा रहा है। हाल ही में दो तस्कर सात किलो अफीम के साथ पकड़े गए। तस्करों के उत्तराखंड कनेक्शन की जांच चल रही है और उनकी अवैध संपत्ति को जब्त करने की तैयारी है। एसटीएफ का लक्ष्य नशा तस्करों पर शिकंजा कसना है।

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    एसटीएफ कुमाऊं यूनिट को धारदार बनाने के लिए बढ़ाया जा रहा कुनबा। प्रतीकात्‍मक

    जागरण संवाददाता, किच्छा। बरेली से उत्तराखंड नशे की बड़ी खेप पहुंचा रहे तस्करों के लिए एसटीएफ की नई रणनीति काल बनेगी। राडार पर आ चुके नशा तस्करों पर नकेल कस सही जगह पहुंचाने के लिए एसटीएफ के कुनबे को बढ़ाया जा रहा है। जिससे नशा तस्करी रोकने के लिए किसी तरह संख्या बल में कोई कमी प्रभावी रोक में बाधक न बन सके।

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    इसके लिए देहरादून मुख्यालय स्तर पर रणनीति तैयार की जा रही है। एसएसपी एसटीएफ नवनीत भुल्लर ने कुमाऊं यूनिट को फ्री हेंड दे नशा तस्करों पर प्रभावी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। जिस कड़ी में एसटीएफ को सोमवार को बड़ी सफलता प्राप्त हुई। दो नशा तस्करों को सात किग्रा अफीम के साथ गिरफ्तार किया गया।

    पकड़े गए तस्करों से उत्तराखंड में नशा तस्करी को लगातार बढ़ावा देने वाले बड़े तस्कर डालचंद्र का नाम सामने आया। डालचंद्र इतना शातिर है कि वह कभी स्वयं सामने नहीं आता, और पैडलर के माध्यम से ही मांग आने पर डिलीवरी करवाता है। जिसके चलते वह उत्तराखंड पुलिस की पकड़ से बचा हुआ है। उत्तर प्रदेश में उसके विरुद्ध एनडीपीएस एक्ट के कई प्राथमिकी पंजीकृत है।

    डालचंद्र का नाम सामने आने पर उसे भी एनडीपीएस एक्ट के प्रावधानों के तहत अफीम तस्करी में आरोपित बना उस पर शिकंजा कसा जा रहा है। बरेली के दो शातिर तस्करों के पकड़े जाने पर एसटीएफ उनके आगे-पीछे के संपर्कों को कुरेदने में जुट गई है। दोनों उत्तराखंड में किस-किस के संपर्क में थे, इसकी भी पूरी कुंडली खंगाली जा रही है।

    पकड़े गए तस्करों के उत्तराखंड कनेक्शन होगा डीकोड

    सात किग्रा अफीम के साथ पकड़े गए दोनों तस्कर हरपाल और चमन प्रकाश पूर्व में भी कई बार उतराखंड में अफीम की आपूर्ति कर चुके हैं। इस बार पकड़े गए तस्करों को जेल भेजने की कार्रवाई से आगे बढ़ एसटीएफ उनके उत्तराखंड आने का पूरा रिकार्ड खंगाल, यहां डिलीवरी कहां और किसको दी, इसका पूरा डाटा खोजने में जुट गई है। इसके लिए उनके मोबाइल की काल डिटेल व लोकेशन का डाटा निकालने की कार्रवाई प्रारंभ कर दी है।

    संपत्ति पर भी निगाहे टेढ़ी

    देवभूमि के युवाओं को नशे का आदी बनाने वाले नशा तस्कर अकूत संपत्ति एकत्र कर चुके हैं। उनका नाम सामने आने के बाद एसटीएफ ने अब उनके द्वारा नशे के कारोबार से अर्जित संपत्ति पर भी निगाहे टेढ़ी कर दी हैं। संपत्ति का डाटा तैयार कर एनडीपीएस एक्ट के प्रावधानों के तहत कुर्क करने की कार्रवाई में जुट गई है।

    नशा तस्करों पर शिकंजा कसने के लिए एसटीएफ का पूरा फोकस है। पकड़े गए बरेली के तस्करों के आगे व पीछे के संपर्कों को चिह्रित कर आरोपित बनाया जाएगा। एसटीएफ को और प्रभावी बनाने के लिए कुमाऊं यूनिट में संख्या बढ़ाई जा रही है। नए लोगों के आने पर नई उर्जा के साथ एसटीएफ और प्रभावी कार्रवाई करेगी। आने वाले एक डेढ़ माह में एसटीएफ की नशा तस्करों के विरुद्ध बड़ी कार्रवाई देखने को मिलेगी। - नवनीत भुल्लर, एसएसपी, एसटीएफ उत्तराखंड