Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Rudrapur: शेयर ट्रेडिंग के नाम पर एक करोड़ सात लाख की ठगी, जांच में जुटी पुलिस

    Updated: Wed, 10 Sep 2025 01:09 PM (IST)

    रुद्रपुर में साइबर ठगों ने आवास विकास के एक व्यक्ति को शेयर ट्रेडिंग के नाम पर एक करोड़ सात लाख रुपये की ठगी की। पीड़ित मनोज कुमार गुप्ता ने इंटरनेट मीडिया पर एक विज्ञापन देखकर एक व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन किया जहाँ उसे निवेश के नाम पर ठगा गया। साइबर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और रुपये वापस दिलाने की मांग की है।

    Hero Image
    साइबर ठगों पर प्राथमिकी पंजीकृत कर जांच शुरू कर दी है। Concept Photo

    जागरण संवाददाता, रुद्रपुर। आवास विकास निवासी व्यक्ति से शेयर ट्रेडिंग के नाम पर साइबर ठगों ने एक करोड़ सात लाख की ठगी कर ली। इसका पता चलते ही उनके होश उड़ गए। उन्होंने साइबर थाना पुलिस को शिकायती पत्र सौंपते हुए रुपये वापस दिलाने की मांग की है। तहरीर के आधार पर साइबर थाना पुलिस ने अज्ञात साइबर ठगों पर प्राथमिकी पंजीकृत कर जांच शुरू कर दी है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    आवास विकास रुद्रपुर निवासी मनोज कुमार गुप्ता ने बताया कि इंटरनेट मीडिया के प्लेटफार्म में उन्होंने एक विज्ञापन देखा। इस पर सात जून 2025 को उन्होंने लिंक पर क्लिक किया। जिसके बाद वह एक व्हाटसएप ग्रुप से जुड़ गया था। ग्रुप में एक व्यक्ति ने खुद को शून्य बाय फिनवेसिया सिक्योरिटी प्राइवेट लिमिटेड के प्रतिनिधि सर्वजीत सिंह विर्क बताया। जो निवेश, सलाह और बाजार विश्लेषण के लिए दिन में तीन से चार बार उससे और अन्य लोगों से व्हाटसएप ग्रुप में संवाद करता था।

    14 जून से छह जुलाई के बीच में ट्रेडिंग शेयर के नाम पर वह जो भी कहते थे वह करता रहा। सात जुलाई को उसे वीआइपी प्रोग्राम नाम से एक ट्रेडिंग प्रोग्राम में शामिल होने के लिए कहा गया। जहां अर्जित लाभ पर 10 प्रतिशत कमीशन के लिए न्यूनतम 50 प्रतिशत लाभ का वादा किया। साथ ही ट्रेडिंग के लिए उनके ट्रेडिंग एप शूनैक्सएचएनआइ का उपयोग करने को कहा।

    उसने एप का उपयोग किया तो वह ट्रेडिंग प्रोग्राम में शामिल हो गया। उनके दिए लिंक पर क्लिक कर उसने उनका एप डाउनलोड किया। जिसके बाद से वह रुपये जमा करने, एप से जुड़ी समस्या और प्रश्नों के लिए उनके कस्टमर सपोर्ट एक्जीक्यूटअिव से व्हाटसएप के जरिए संपर्क करता था। उसने उनके दिए खातों में एक करोड़ सात लाख 25 हजार सौ रुपये जमा कर दिए।

    19 जुलाई को उसने पांच हजार रुपये निकाले। इसके बाद उसने रुपये निकालने के लिए कई बार प्रयास किया लेकिन नहीं निकले। तीन सिंतबर को उसे व्हाटसएप पर ब्लाक कर दिया गया। उसने आरोपितों पर कार्रवाई कर रुपये वापस दिलाने की मांग की है। साइबर थाना प्रभारी अरूण कुमार ने बताया कि शेयर ट्रेडिंग के नाम पर धोखाधड़ी की गई है। जांच की जा रही है, इसके बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।