Rudrapur: पंतनगर एयरपोर्ट पर साफ नहीं टॉयलेट, पार्किंग की भी किल्लत, एएआई को नहीं एयरपोर्ट की कोई सुध
रुद्रपुर पंतनगर एयरपोर्ट पर साफ-सफाई के पर्याप्त इंतजाम नहीं हैं। टॉयलेट ब्लाक के नल में पानी नहीं आ रहा। न ही पार्किंग की समुचित सुविधा है और न शापि ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : आम धारणा है कि शहर में साफ-सफाई के इंतजाम कैसे भी हों मगर एयरपोर्ट पर चकाचक व्यवस्था और सुविधाएं यात्रियों को मुग्ध कर देती हैं। अमूमन फ्लाइट में उच्च श्रेणी के लोग सफर करते हैं। ऐसे में पूर्वाग्रह भी होना स्वाभाविक है लेकिन पंतनगर एयरपोर्ट पर स्थितियां इसके विपरीत हैं। यहां साफ-सफाई के पर्याप्त इंतजाम नहीं हैं। टॉयलेट ब्लाक के नल में पानी नहीं आ रहा। न ही पार्किंग की समुचित सुविधा है और न शापिंग की। फिर भी भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) का ध्यान इस पर नहीं जा रहा है।
217 एकड़ में बना है पंतनगर एयरपोर्ट
नैसर्गिक सौंदर्य से परिपूर्ण कुमाऊं घूमने के लिए देसी-विदेशी पर्यटकों का आना जाना लगा रहता है। पर्यटकों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए वर्ष 1955 में 217 एकड़ में पंतनगर एयरपोर्ट की स्थापना की गई। इसके बाद पंत विवि की स्थापना हुई। जब राज्य बना तो ऊधम सिंह नगर में विभिन्न सेक्टर के सूक्ष्म, लघु, मध्यम व बड़े मिलाकर 9400 से अधिक उद्योग लगे। इनमें सिडकुल पंतनगर में करीब साढ़े तीन सौ, सिडकुल सितारगंज में करीब 83 बड़े उद्योग स्थापित हुए। इसके अलावा काशीपुर, महुआखेड़ागंज, जसपुर, बाजपुर, किच्छा, खटीमा, रुद्रपुर में भी उद्योग लगे। सिडकुल पंतनगर में ताइवान, नेपाल की भी कंपनी है। कुछ कंपनियों में लगी कुछ मशीनें चीन, जर्मनी व अन्य देशों की हैं। जिनके विशेषज्ञ आते रहते हैं।
पंतनगर एयरपोर्ट पर साफ नहीं टॉयलेट, पार्किंग की भी किल्लत
लोग जब दिल्ली, जयपुर व लखनऊ से जैसे एयरपोर्ट से होते हुए पंतनगर एयरपोर्ट पहुंचते हैं तो अंतर साफ नजर आता है। टर्मिनल बिल्डिंग में वीवीआइपी को बैठने की पर्याप्त जगह नहीं है। जो टॉयलेट ब्लाक हैं, उसकी सफाई ठीक से न होने से दुर्गंध उठती है। एयरपोर्ट पर पार्किंग की जगह कम होने से यात्री को लेने आए लोग एयरपोर्ट के बाहर ही कार खड़ी कर देते हैं। शापिंग की भी सुविधा नहीं है। ऐसे में यात्री एयरपोर्ट पर कुछ क्षण समय बिताने के बजाय अपने गंतव्य के लिए निकल जाते हैं।
सुविधाओं के अभाव से बोर होने लगते हैं यात्री
दिल्ली, जयपुर व अन्य जगह जाने के लिए यात्री समय से पहले एयरपोर्ट पहुंच जाते हैं तो वे सुविधाओं के अभाव में बोर होने लगते हैं। एयरपोर्ट पर यात्रियों की जानकारी के लिए टैक्सी की रेट लिस्ट तक नहीं जारी की गई है। इससे टैक्सी चालक मनमाना किराया वसूलते हैं। यहां तक चालक की ड्रेस कोड नहीं है। बताया जा रहा है कि कई कार चालकों के पास पहाड़ पर वाहन चलाने का हिल्स लाइसेंस तक नहीं है जो यात्रियों के लिए जोखिम से कम नहीं है।
ये हैं उपलब्ध सुविधाएं
- टर्मिनल बिल्डिंग
- कार पार्किंग की सीमित सुविधा
- प्राथमिक उपचार की सुविधा
- स्नैक्स बार
- तीन टायलेट ब्लाक व बिल्डिंग के बाहर एक टायलेट ब्लाक
ये भी होनी चाहिए सुविधाएं
- एयरपोर्ट पर फूड कोर्ट
- शापिंग कांप्लेक्स
- एटीएम
- मेडिकल की सुविधाएं बेहतर होनी चाहिए
रोजाना फ्लाइट का समय
सुबह सवा नौ बजे दिल्ली से पंतनगर एयरपोर्ट आती है फ्लाइट
9.35 बजे पंतनगर से दिल्ली के लिए रवाना
दोपहर 12 बजे दिल्ली से पंतनगर के लिए उड़ान
12.20 बजे पंतनगर से दिल्ली के लिए उड़ान
अपराह्न दो बजे जयपुर से दिल्ली होते पंतगनर फ्लाइट लैंड करती है
यहां से 2.30 बजे दिल्ली के लिए उड़ान
सप्ताह में तीन दिन
मंगलवार, गुरुवार व शनिवार
तीन बजे लखनऊ से पंतनगर एयरपोर्ट पर पहुंची है फ्लाइट
यहां से 3.30 बजे लखनऊ के लिए उड़ान
पंतनगर एयरपोर्ट के निदेशक समित सक्सेना का कहना है कि एयरपोर्ट पर यात्रियों के लिए बेहतर सुविधाएं हैं। किसी प्रकार की यात्रियों को दिक्कत नहीं होती है। नियमित साफ-सफाई कराई जाती है।

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