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    Income Tax Raid: काशीपुर की नामी फर्म पर छापा, 1.50 करोड़ का जुर्माना वसूला

    Updated: Thu, 13 Nov 2025 08:16 PM (IST)

    काशीपुर में राज्य कर विभाग ने जीएसटी चोरी के मामले में एक प्रतिष्ठित फर्म पर छापा मारा। फर्म पर फर्जी बिलों के माध्यम से इनपुट टैक्स क्रेडिट का लाभ लेने का आरोप है। जांच में पता चला कि फर्म ने लगभग 10 करोड़ की फर्जी खरीद दिखाई और स्कूटर जैसे वाहनों पर खर्च को भी आयरन-स्टील की खरीद बताया। फर्म ने मौके पर ही 1.50 करोड़ रुपये का जुर्माना भरा।

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    लोहे की चादर बेचने वाली फर्म ने स्कूटर और ट्रैक्टर की खरीद को दिखाया आयरन-स्टील। प्रतीकात्‍मक

    संवाद सहयोगी जागरण, काशीपुर । राज्य कर विभाग, संयुक्त आयुक्त के नेतृत्व में जीएसटी चोरी में लिप्त व्यापारियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई है। विभाग ने बिना माल की आपूर्ति के फर्जी बिलों के माध्यम से इनपुट टैक्स क्रेडिट (आइटीसी) का लाभ लेने का प्रयास कर रही काशीपुर की एक प्रतिष्ठित फर्म पर तलाशी और अभिग्रहण की कार्रवाई की है।

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    आयुक्त कर सोनिका और अपर आयुक्त डीएसओ नबियाल के मार्गदर्शन में, संयुक्त आयुक्त श्याम तिरुवा ने टीम गठित कर आयरन स्टील, लोहे की चादर, पाइप आदि की ट्रेडिंग करने वाली काशीपुर की नामी फर्म पर गुरुवार को छापा मारा। जांच में कई चौंकाने वाले खुलासे सामने आए। फर्म द्वारा मुरादाबाद, रामपुर और अन्य स्थानों पर की कई फर्जी फर्मों से लगभग 10 करोड़ की खरीद दिखाई जा रही थी।

    जांच में यह खुलासा हुआ कि फर्म ने स्कूटर पर खर्च हुए 20 लाख रुपए को आयरन-स्टील की खरीद के रूप में दिखाया। इसी प्रकार थ्री व्हीलर और कृषि में उपयोग होने वाले ट्रैक्टर के उपयोग पर खर्च हुए 59 लाख को भी आयरन स्टील की खरीद बताते हुए मुरादाबाद व अन्य स्थानों से दिखाया गया।

    विभागीय टीम ने व्यापार स्थल से मिले अभिलेखों, इलेक्ट्रानिक रिकार्ड्स की जांच कर कई दस्तावेजों को जब्त किया है। कार्रवाई के दौरान व्यापारी ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए कुल 1.50 करोड़ रुपए की धनराशि मौके पर ही राज्य कर विभाग को सरेंडर कर दी। यह बड़ी कार्रवाई डिप्टी कमिश्नर विनय ओझा के नेतृत्व में की गई, जिसमें सहायक आयुक्त मो. जीशान मलिक, अमर कुमार, राज्य कर अधिकारी मंजीत सिंह राणा, मुकेश पांडे, विश्वजीत सिंह, स्वर्णलता सहित करीब 20 अधिकारी व कर्मचारी सम्मिलित थे।

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