Bird Flu: उत्तराखंड में नदन्ना गांव के पोल्ट्रीफार्म में 1985 मुर्गियों की मौत, मचा हड़कंप
उत्तराखंड के नदन्ना गांव में एक पोल्ट्री फार्म में अचानक 1985 मुर्गियों की मौत हो गई जिससे क्षेत्र में दहशत फैल गई। पशु चिकित्सा विभाग ने तुरंत मौके पर पहुंचकर जांच की और मृत मुर्गियों के नमूने परीक्षण के लिए भेजे। जांच रिपोर्ट में बर्ड फ्लू की पुष्टि नहीं हुई है प्रशासन ने राहत की सांस ली है। विभाग ने पोल्ट्री फार्म मालिकों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं।

जागरण संवाददाता, खटीमा । नदन्ना गांव स्थित एक पोल्ट्रीफार्म में करीब 1985 मुर्गियों की एक-एक कर मौत हो गई, जिससे हड़कंप मच गया। पशु चिकित्साधिकारी ने टीम के साथ पोल्ट्रीफार्म का निरीक्षण किया। उन्होंने बर्ड फ्लू की आशंका को लेकर मृत मुर्गियों के सैंपल जांच के लिए बरेली स्थित लैब में भेजे, जहां से रिपोर्ट निगेटिव आई है।
नदन्ना गांव निवासी हनुमान सिंह ने 35 दिन पूर्व खटीमा स्थित एक कंपनी से क्रय किए हुए 1985 मुर्गियों के चूजे अपने पोल्ट्रीफार्म में रखे थे। जो धीरे-धीरे बड़े होकर करीब दो किलोग्राम के हो गए थे। पोल्ट्रीफार्म स्वामी ने बताया कि सोमवार से उनके पोल्ट्रीफार्म में एक-एक कर अचानक मुर्गियां मरने लगी। बुधवार तक उनके पोल्ट्रीफार्म में रखी गई सभी 1985 मुर्गियां मर गई।
बता दें कि इन दिनों जिले में बर्ड फ्लू काे लेकर काफी सतर्कता बरती जा रही है। ऐसे में बड़ी मात्रा में मुर्गियों के मरने से क्षेत्र में हड़कंप मच गया। पाेल्ट्रीफार्म स्वामी ने इसकी सूचना पशु चिकित्साधिकारी डा.आरआर चैंतोला को दी। इस पर डॉ.चैंतोला अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने पोल्ट्रीफार्म में मृत पड़ी मुर्गियों का निरीक्षण किया।
साथ ही उनके गुदा द्वार, नाक एवं ब्लड के सैंपल लेकर जांच के लिए उत्तर प्रदेश के बरेली स्थित लैब में भेजे, जिसकी रिपोर्ट निगेटिव आई है। डॉ.चैंतोला ने बताया कि मुर्गियों की मौत के पीछे कोई अन्य वजह रही होगी। उन्होंने क्षेत्र में बर्ड फ्लू की आंशका से साफ इनकार किया है। मृत मुर्गियों को गड्ढा खोदकर उसमें दबा दिया गया है।
डॉ.चैंतोला ने बताया कि बर्ड फ्लू को लेकर जिलाधिकारी नितिन भदौरिया के निर्देश पर विशेष सतर्कता बरती जा रही है। सीमाओं पर चेकिंग करने के साथ ही बाहरी स्थानों व राज्यों से मीट, मांस व अंडे को नहीं आने दिया जा रहा है। पोल्ट्रीफार्मों का भी निरीक्षण किया जा रहा है। इधर, पोल्ट्रीफार्म स्वामी ने बताया कि मुर्गियोंं के मरने से उन्हें करीब 3.50 लाख रुपये का नुकसान हुआ है।
अगले तीन माह तक नए चूजे नहीं रखें पोल्ट्रीफार्म स्वामी
खटीमा : पशु चिकित्साधिकारी डॉ.आरआर चैंतोला ने बताया कि सीमांत में छोटे-बड़े करीब 60 पोल्ट्रीफार्म हैं, जिनकी निगरानी की जा रही है। उन्होंने पोल्ट्रीफार्म स्वामियों को शासन-प्रशासन के निर्देशों के तहत अगले तीन माह तक नए चूजे नहीं रखने, विशेष सतर्कता बरतने, मुर्गियों वाले पोल्ट्रीफार्मों में बाहरी व्यक्ति को प्रवेश नहीं करने देने, पोल्ट्रीफार्मों के चारों ओर एवं मुख्य प्रवेश द्वार पर चूने का छिड़काव अवश्य करने के निर्देश दिए हैं।
नदन्ना स्थित पोल्ट्रीफार्म में सोमवार से मुर्गियाें की मौत हो रही थी। बर्ड फ्लू की आशंका को लेकर उन्होंने मृत मुर्गियों के सैंपल जांच के लिए बरेली स्थित लैब में भेजे, जहां से रिपोर्ट निगेटिव आई है। रिपोर्ट के आधार यह स्पष्ट है कि मुर्गियों की मौत की वजह बर्ड फ्लू नहीं है। -डा.आरआर चैंतोला, पशु चिकित्साधिकारी, खटीमा
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