पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय की अनूठी पहल, दिल्ली में लगाई आम की प्रदर्शनी
उत्तराखंड के पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय ने दिल्ली में आम की प्रदर्शनी आयोजित की जिसमें कई किस्मों के आमों का प्रदर्शन किया गया। सीडीएस जनरल अनिल चौहान और एयर चीफ मार्शल एपी सिंह जैसे अधिकारियों ने प्रदर्शनी की सराहना की। विश्वविद्यालय द्वारा विकसित आम की गुणवत्ता और विविधता को सराहा गया और इसे कृषि नवाचार में एक महत्वपूर्ण कदम बताया गया।
संसू, पंतनगर। गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, पंतनगर की ओर से दिल्ली में आम की प्रदर्शनी की गई। इससे न केवल आम उपभोक्ताओं और किसानों को आकर्षित किया, बल्कि देश की सर्वोच्च सैन्य और प्रशासनिक हस्तियों का भी विशेष ध्यान खींचा। इस अवसर पर भारत के चीफ आफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान, एयर चीफ मार्शल एपी सिंह तथा अनेक वरिष्ठ सैन्य और प्रशासनिक अधिकारियों ने अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।
उन्होंने विवि की ओर से विकसित उत्कृष्ट आम की किस्मों का अवलोकन किया और विभिन्न प्रजातियों का स्वाद भी चखा। पंतनगर विश्वविद्यालय के वैज्ञानियों एवं उद्यानिकी विशेषज्ञों ने प्रदर्शनी में दशहरी, लंगड़ा, चौसा, अमरापाली, मल्लिका, रातौल, अल्फान्सो जैसी परंपरागत और उन्नत प्रजातियों के साथ-साथ विवि की अनुसंधान प्रयोगशालाओं में विकसित कुछ विशेष किस्मों का भी प्रदर्शन किया।
इन प्रजातियों की गुणवत्ता, उत्पादन क्षमता और रोग प्रतिरोधक विशेषताओं की जानकारी उपस्थित अतिथियों को दी गई। सीडीएस जनरल अनिल चौहान ने विवि के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि पंतनगर कृषि विवि कृषि नवाचार में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। ऐसी प्रदर्शनियों से किसानों और उपभोक्ताओं के बीच ज्ञान का आदान-प्रदान होता है तथा देश में कृषि विविधीकरण को गति मिलती है।
एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने भी विवि के वैज्ञानियों और शोधार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि यह प्रदर्शनी हमारी कृषि विरासत को सशक्त करने के साथ-साथ आने वाली पीढ़ियों में फल-संवर्धन के प्रति जागरूकता उत्पन्न करेगी। विवि के कुलपति डा. मनमोहन सिंह चौहान ने कहा कि विवि निरंतर अनुसंधान एवं नवाचार के माध्यम से उन्नत फल प्रजातियों के विकास के लिए संकल्पबद्ध है।
यह आयोजन न केवल आम की बहुलता, विविधता और गुणवत्ता को दर्शाने का प्रभावी माध्यम बना, बल्कि कृषि वैज्ञानियों और सैन्य अधिकारियों के बीच संवाद एवं सहयोग का भी सशक्त मंच सिद्ध हुआ।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।