अवैध संबंधों के चलते युवक की हत्या: दोस्तों ने पहले शराब पिलाई, फिर कुल्हाड़ी से काटा गला... शव नाले से बरामद
Udham Singh Nagar अवैध संबंधों के शक में युवक की उसके ही दोस्तों ने कुल्हाड़ी के वार से हत्या कर दी। उसके बाद उसका शव नाले में पत्थर बांध कर दबा दिया। आरोपितों के पकड़े जाने पर उनकी निशानदेही पर नाले से शव को 10 दिन बाद बरामद कर लिया।

जागरण संवाददाता, किच्छा (ऊधमसिंह नगर) : अवैध संबंधों के शक में युवक की उसके ही दोस्तों ने कुल्हाड़ी के वार से हत्या कर दी। उसके बाद उसका शव नाले में पत्थर बांध कर दबा दिया। आरोपितों के पकड़े जाने पर पूछताछ में उनसे मिली जानकारी के बाद पुलिस ने उनकी निशानदेही पर नाले से शव को 10 दिन बाद बरामद कर लिया। एसपी सिटी मनोज सिंह कत्याल ने भी कोतवाली पहुंच कर आरोपितों से गहन पूछताछ कर पुलिस को दिशा निर्देश दिए।
विश्वजीत विश्वास उम्र 19 वर्ष पुत्र हरिदास विश्वास निवासी सुभाष नगर वार्ड नंबर दो किच्छा में पेंटर का काम करता था। पांच मई को वह घर से हल्द्वानी काम करने जाने की बात कह कर निकला था। उसके बाद से ही लापता था। घर न लौटने पर पुलिस को 12 मई को सूचना दी गई तो दरऊ चौकी प्रभारी दीवान सिंह बिष्ट हरकत में आ गए। उसके साथ रहने वालों से कड़ाई से पूछताछ की गई तो सब कुछ सामने आ गया।
पुलिस की सख्ती के आगे उसके ही दो दोस्त करन पुत्र राजकुमार व सुकंतो पुत्र विकास निवासी कहलो फार्म आजादनगर वार्ड नंबर दो किच्छा सब कुछ बोलते चले गए। सोमवार शाम प्रभारी निरीक्षक धीरेंद्र कुमार ने उनकी निशानदेही पर पुलिस ने शव को आजादनगर वार्ड नंबर दो स्थित कालोनी के शिव मंदिर के आगे नाले से बरामद कर लिया। पुलिस ने उनकी निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त हथियार भी बरामद कर लिया है।
फारेंसिक टीम ने जुटाए साक्ष्य
युवक की हत्या कर शव नाले में पत्थर बांध कर दबा देने की जानकारी मिलने पर पुलिस ने फोरेंसिक टीम को भी बुला लिया। फोरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंच कर घटना स्थल का बारीकी से निरीक्षण करने के बाद मिट्टी के नमूने लिए। वहां पर कुछ खून के धब्बे भी दिखाई दिए जिसका सैंपल लेकर सुरक्षित रखा गया। इसके अतिरिक्त वहां पर एक मोटर की केबल का टुकड़ा भी मिला जिसे फोरेंसिक टीम ने कब्जे में ले लिया। संभवत: उसका प्रयोग मृतक को बांध कर उठाने में किया होगा।
आरोपितों को घेरा तो पुलिस के छूटे पसीने
पुलिस जब आरोपितों को लेकर घटना स्थल पर शव बरामद करने के लिए पहुंची तो इसकी भनक मृतक के स्वजनों को भी लग गई। पुलिस से पहले ही वहां पर भारी संख्या में भीड़ एकत्र हो गई। पुलिस जब नाले से शव को बरामद कर आरोपितों को ले जाने लगी तो भारी भीड़ पुलिस के वाहन के आगे आ गई और आरोपितों पर हमलावर होने लगी। जिस पर एक बार तो पुलिस के हाथ पांव फूल गए। परंतु पुलिस ने संयम से काम लेते हुए सकुशल आरोपितों को भीड़ के बीच से निकाला और दोनों को कोतवाली ले आई। कोतवाली पहुंचने पर पुलिस ने राहत की सांस ली।
बाइक मिलने के बाद हरकत में आई पुलिस
विश्वजीत की बाइक एक सप्ताह पूर्व भुड़िया कालोनी चौकी थाना बहेड़ी जनपद बरेली उत्तर प्रदेश से बरामद हुई थी। बाइक लावारिस हालत में बरामद होने की सूचना बहेड़ी पुलिस ने किच्छा पुलिस को दी। पुलिस ने स्वजनों को सूचित कर दिया। उसके बाद जाकर स्वजन हरकत में आए और 12 मई को पुलिस को विश्वजीत के लापता होने की जानकारी मिली।
शव तो निकाला बदबू से लोग परेशान
विश्वजीत का शव नाले में था तो वातावरण सामान्य था। शव नाले से बाहर निकालते ही वातावरण में बदबू का गुबार फैल गया। उसके बाद वहां पर खड़ा होना मुश्किल हो गया था। शव बुरी तरह से गल गया था। पुलिस ने शव के गलने की संभावना से उसे सुरक्षित निकाल कर पोस्टमार्टम के लिए ले जाने का पूरा इंतजाम कर लिया था। शव बाहर निकालने के बाद पुलिस ने पंचनामा भर कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
पांच भाई बहनों का लाडला था विश्वजीत
विश्वजीत पांच भाई बहनों में सबसे छोटा होने के कारण सबका लाडला भी था। उसके बड़े भाई अनिल व दो बहनों की शादी हो चुकी थी और बड़े भाई निमई व विश्वजीत अभी कुंवारे थे। विश्वजीत को सभी बहुत प्यार करते थे। उसकी इस तरह हत्या पर उनका रो-रो कर बुरा हाल था।
बाइक की नंबर प्लेट उतार लावरिस उत्तर प्रदेश ले जाकर छोड़ा
विश्वजीत की हत्या को पूरे फिल्मी अंदाज में पूरी योजना के साथ अंजाम दिया गया। बाइक को उत्तर प्रदेश में लावारिस छोड़ नंबर प्लेट उतार उसकी चाबी भी लगी छोड़ दी, ताकि कोई उसे उठा कर ले जाए। परंतु हत्यारोपितों की किस्मत खराब थी कि वह बाइक पुलिस के हाथ लग गई और आरोपितों तक पहुंच गई। बाइक पुलिस के स्थान पर किसी और के हाथ लग जाती तो आरोपितों का पकड़ा जाना मुश्किल हो जाता।
पहले शराब पिलाई फिर नशा होने पर कुल्हाड़ी से किया वार
विश्वजीत का संबंध आजादनगर कालोनी में रहने वाली महिला के साथ था। हत्यारोपितों का भी संबंध उस महिला के साथ था। इसकी जानकारी मिलने पर आरोपितों ने विश्वास में लेकर विश्वजीत को बुलाया। उसके बाद किच्छा आकर उन्होंने दरऊ चौक से शराब की बोतल ली। छक कर विश्वजीत को शराब पिलाने के बाद जब वह नशे में आ गया तो उस पर कुल्हाड़ी का वार कर उसकी हत्या कर दी। जहां पर विश्वजीत की हत्या की गई उसके पास ही उस महिला का घर भी है। हत्या करने के बाद योजनाबद्ध तरीके से शव को ठिकाने लगाया गया। वहीं, शिव मंदिर के पास खेत से एक बड़ी पत्थर उठाया और शव को उठा कर वह दरऊ नाले में ले गए। वहां उन्होंने पत्थर को विश्वजीत के शरीर से बांध कर नाले के पानी में दबा दिया।
विश्वजीत की बाइक को ठिकाने लगाने की कोशिश
शव को ठिकाने लगाने के बाद विश्वजीत की बाइक उनके लिए सबसे बड़ा खतरा थी। उसका भी उन्होंने इंतेजाम कर दिया और सितारगंज मार्ग पर कठंगरी से बुडिया कालोनी चौकी क्षेत्र थाना बहेड़ी जनपद बरेली उत्तर प्रदेश ले जाकर उसकी नंबर प्लेट उतारने के बाद उसकी चाबी लगी छोड़ चले गए। ताकि कोई उसक बाइक को ले जाए और कहीं पकड़ा भी जाए तो विश्वजीत की हत्या का आरोप उस पर लगे। परंतु बाइक लावारिस हालत में पुलिस के हाथ लग गई और बहेड़ी पुलिस ने उसका चेसीज नंबर लेकर उसके माध्यम से बाइक स्वामी का पता लगा किच्छा पुलिस को इसकी सूचना दी।
बाइक से ही आरोपितों तक पहुंची पुलिस
किच्छा पुलिस ने जब विश्वजीत के स्वजनों को सूचित किया तो वह हरकत में आ गए। उन्होंने बहेड़ी पुलिस से जानकारी ली और बाइक सुपुर्दगी में ले वापस आ गए। 12 मई को पुलिस को उन्होंने प्रार्थना पत्र देकर विश्वजीत के लापता होने की जानकारी दी। उसके बाद पुलिस ने काल डिटेल खंगाल कर पूछताछ शुरू की तो करन और सुकंतो पुलिस के हाथ लग गए। सूत्रों की माने तो आरोपित नहीं चाहते थे कि विश्वजीत उस महिला से संबंध रखे यहीं उसकी हत्या का कारण बन गया।
एक माह तक काम पर बाहर रहने के कारण स्वजनों ने नहीं ली सुध
विश्वजीत पेंटर का काम करने के कारण अक्सर घर से बाहर ही रहता था। 5 मई को भी जब वह हल्द्वानी काम करने की बात कह कर घर से गया तो स्वजनों से समझा वह हल्द्वानी है और काम निपटाने के बाद ही घर आएगा। अक्सर वह काम के सिलसिले में एक माह से भी अधिक समय तक बाहर रहता था। जिसके चलते उसके परिवार के लोगों ने भी उससे संपर्क नहीं किया। बाइक मिलने के बाद वह समझ गए कि कुछ न कुद अनहोनी उसके साथ हुई है।
महिला की तलाश में दी दबिश पर नहीं मिली
पुलिस ने महिला का नाम सामने आने पर उसकी तलाश में दबिश दी परंतु महिला अपने घर पर नहीं थी। पुलिस ने महिला की जानकारी लेकर संदिग्ध ठिकानों पर दबिश दी परंतु उसका कुछ पता नहीं चला। पुलिस आरोपितों की कॉल डिटेल खंगाल कर उसके आधार पर महिला की हत्या में संलिप्तता की जानकारी जुटाने में लगी है। इधर मृतक विश्वजीत के स्वजनों को जब महिला के बारे में पता चला तो उन्होंने भी उसका घर घेर लिया। परंतु वह अपने घर पर नहीं थी। पुलिस उसकी तलाश में जुटी है।
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