उत्तराखंड में अपहरण और दुष्कर्म, मारकर यूपी में फेंका नाबालिग किशोरी का शव; पांच गिरफ्तार
मुरादाबाद में नाबालिग से दुष्कर्म और हत्या के मामले में पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। काशीपुर पुलिस के अनुसार कुंडा थाना क्षेत्र से लापता किशोरी का शव 22 सितंबर को कांठ में मिला था। परिजनों ने डर के कारण गुमशुदगी की रिपोर्ट देर से दर्ज कराई। जांच में पता चला कि एजेंट और उसके साथियों ने किशोरी के साथ दुष्कर्म किया और उसकी हत्या कर दी।

जागरण संवाददाता, काशीपुर। काशीपुर के कुंडा थाना क्षेत्र की लापता नाबालिग किशोरी की सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या कर शव उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले के कांठ थाना क्षेत्र में फेंक दिया गया था। पुलिस ने घटना का पर्दाफाश करते हुए पांच आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्रा के निर्देशन में वारदात का पर्दाफाश किया। मामले में सात दिन तक नाबालिग के शव की पहचान न हो पाना बड़ा सवाल खड़े कर गया।शेरकोट, जनपद बिजनौर का परिवार एक एजेंट के बहकावे में आकर काम की तलाश में काशीपुर आया था। इसी दौरान परिवार की 15 वर्षीय मानसिक रूप से कमजोर बेटी 10 सितंबर को संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गई।
स्वजन ने तत्काल नहीं की पुलिस से शिकायत
डर और धमकी के चलते स्वजन ने तत्काल पुलिस से शिकायत नहीं की। उन्हें पुलिस वैरीफिकेशन और चालान का भय दिखाया था। इसी बीच 22 सितंबर को कांठ थाना क्षेत्र के बेगमपुर गांव निवासी अरविंद के गन्ने के खेत में एक अज्ञात युवती का अर्द्धनग्न शव मिला। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सिर पर भारी वस्तु से हमला कर हत्या की पुष्टि हुई। चूंकि शव की तत्काल पहचान नहीं हो सकी, इसलिए चार दिन बाद अंतिम संस्कार कर दिया गया।
पुलिस कई दिनों तक सुराग तलाशने में नाकाम रही। इस बीच, 29 सितंबर को काशीपुर स्थित कुंडा थाना क्षेत्र से किशोरी की गुमशुदगी दर्ज कराई गई। मुकदमा दर्ज होते ही पुलिस ने जांच शुरू की मुरादबाद में कपड़े और फोटो दिखाने पर स्वजन ने शव की पहचान अपनी पुत्री के रूप में की। जांच में खुलासा हुआ कि नाबालिग को आरोपित बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गए थे। जब उसने घर लौटने की बात कही तो पकड़े जाने के भय से आरोपितों ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म कर हत्या कर दी और शव को मुरादाबाद में फेंक दिया।
पुलिस ने घटना में संलिप्त इमरान पुत्र मो. सफीक निवासी लालपुर कुंडा, इस्लाम पुत्र शेर मोहम्मद निवासी सर्वरखेडा कुंडा, असगर उर्फ नन्हे पुत्र भोलू खान निवासी डीलारी मुरादाबाद हाल निवासी सर्वरखेडा कुंडा, मीनाक्षी पत्नी स्व. राजकुमार निवासी शेरकोट बिजनौर तथा शीला पत्नी अकुंश कुमार निवासी कोतवाली काशीपुर को गिरफ्तार किया है। एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने कहा कि ऐसे जघन्य अपराधों में संलिप्त किसी भी आरोपी को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा।
उन्होंने आमजन से अपील की है कि आसपास कोई संदिग्ध गतिविधि दिखे तो तुरंत पुलिस को सूचना दें, सूचना देने वाले का नाम गोपनीय रखा जाएगा। पर्दाफाश करने वालों में क्षेत्राधिकारी काशीपुर दीपक सिंह, प्रभारी निरीक्षक कुंडा रवि कुमार सैनी सहित उपनिरीक्षक सुरेंद्र सिंह, जगदीश तिवारी, अरविंद बहुगुणा व अन्य पुलिसकर्मियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
पुलिस आरोपितों से पूछताछ कर रही है और पूरे प्रकरण से जुड़े अन्य पहलुओं की भी जांच की जा रही है।मानसिक रूप से कमजोर होने कही गई थी बात नाबालिग के गुमशुदगी रिपोर्ट में स्वजन ने उसके मानसिक रूप से कमजोर होने की बात दी थी। यही कारण था कि आरोपितों ने नाबालिग को झांसे में ले लिया। इस दौरान वह 10 दिनों तक विभिन्न ठिकानों पर घुमाते रहे। दुष्कर्म कर उसे मुरादाबाद के कांठ इलाके में खेत में फेंक दिया गया, जिससे उसकी पहचान न हो सके।
इमरान ने नौकरी का झांसा देकर बुलाया
पीड़ित पिता के कुल चार बच्चे थे। यह बड़े बेटे के बाद दूसरी बेटी थी। परिवार को इमरान ने काशीपुर में नौकरी का लालच देकर बुलाया। काशीपुर के कुंडा क्षेत्र में उसे कमरे भी दिला दिया। इस दौरान इमरान परिवार के साथ घुल मिल गया। इमरान के साथ मीनाक्षी भी घर आती रहती थी। 10 सितंबर को इन लोगों ने बहकावे में लेकर नाबालिग को गाड़ी में बैठाकर निकल गए।
मृतका को रखा शीला के घर
आरोपितों ने नाबालिग को जब कुंडा से गए तो पहले इस्लाम के घर रखा, स्वजन को शक न हो इसके लिए इसे वहां से दूर काशीपुर शहर में शीला के घर पर काशीपुर पर रुके थे। इसके बाद वह मुरादाबाद में मीनीक्षी के घर रखकर अनैतिक कार्य करते रहे। इसके दौरान लड़की की मानसिक स्थिति भी बिगड़ने लगी, उसे दौरे पड़ने लगे। जिसके बाद उसकी हत्याकर उसका शव फेंक दिया।

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