Uttarakhand Crime: एसएसबी का जवान बताकर युवती से दुष्कर्म, 2.77 लाख भी ठगे
खटीमा में एक युवती के साथ एसएसबी जवान बनकर एक युवक ने दुष्कर्म किया और 2.77 लाख रुपये की ठगी की। आरोपी ने शादी का झांसा देकर युवती से पैसे लिए और बाद में मुकर गया। संदेह होने पर युवती ने एसएसबी कैंप में शिकायत की, जिसके बाद पुलिस ने न्यायालय के आदेश पर मामला दर्ज किया।

2.77 लाख रुपये की ठगी करने का भी लगाया आरोप. Concept
जागरण संवाददाता, खटीमा। एक युवक ने खुद को एसएसबी में एएसआई बताकर युवती से 2.77 लाख की ठगी कर ली। इतना ही नहीं आरोपित ने उसे शादी का झांसा देकर दुष्कर्म भी किया। इस मामले में पुलिस ने न्यायालय के आदेश पर आरोपित समेत तीन के विरुद्ध प्राथमिकी पंजीकृत कर ली है। साथ ही मामले की विवेचना शुरू कर दी है।
कोतवाली क्षेत्र की रहने वाली एक युवती ने न्यायालय में दिए प्रार्थना पत्र में बताया कि ग्राम दियूरी निवासी आकाश सिंह वर्ष 2021 में उसके माता-पिता के पास उससे विवाह का रिश्ता लेकर आया। माता-पिता के मना करने पर आरोपित, उसकी मां विमला देवी व छोटी बहन अंजलि ने बताया कि आकाश एसएसबी में एएसआई है। आरोपित ने फेसबुक व मोबाइल में अपनी एसएसबी की ड्रेस एवं डीआईजी से इनाम लेते हुए फोटो दिखाकर विश्वास में लिया।
साथ ही शादी के लिए दबाव बनाने लगा, जिस पर सितंबर 2022 में उसके माता-पिता ने आकाश से उसकी सगाई करा दी। पीड़िता ने आरोप लगाया कि इसके बाद आरोपित ने उससे अपनी बहन अंजलि व दोस्तों के मोबाइल नंबरों पर आनलाइन रुपये मंगाए। 4 दिसंबर 2022 से 8 सितंबर 2023 तक आरोपित ने विभिन्न मोबाइल नंबर पर 77 हजार रुपये ले लिए। उसके बाद आरोपित ने नौकरी से सस्पेंड होने की बात कहते हुए कहा कि उसका खाता सीज हो गया है और उसे जुर्माना जमा करना है, जिसके लिए उसके पास पैसे नहीं है। इस पर उसने पीड़िता से तीन लाख रुपये मांगे।
पीड़िता ने स्वजन व अन्य लोगों से उधार लेकर आकाश को दो लाख रुपये दे दिए। 23 दिसंबर 2023 को आकाश उसे घुमाने के लिए नैनीताल ले गया, जहां उसने एक होटल में उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए, लेकिन बाद में शादी की बात करने पर टालमटोली करने लगा। 23 मार्च 2024 को आरोपित उसके घर आया और अकेला पाकर दुष्कर्म किया। तब से आरोपित शादी की बात कहने पर आए दिन पैसे मांगने लगा, जबकि आरोपित की मां ने उसके हिस्से की जमीन बेटे के नाम करने पर ही शादी करने की बात कही। कोतवाल मनोहर सिंह दसौनी ने बताया कि प्राथमिकी पंजीकृत कर विवेचना की जा रही है, जिसके बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
संदेह होने पर एसएसबी कैंप में किया पता
पीड़िता ने बताया कि संदेह होने पर उसने व स्वजन ने एसएसबी कैंप मेलाघाट जाकर पता किया व फोटो दिखाई तो पता चला कि आकाश एसएसबी का जवान नहीं है। इसकी शिकायत उसने पुलिस एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से भी की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस पर न्यायालय ने कोतवाली पुलिस को आरोपितों के विरुद्ध प्राथमिकी पंजीकृत करने के आदेश दिए, जिसके बाद पुलिस ने दियूरी गांव निवासी आकाश सिंह के विरुद्ध दुष्कर्म व विमला देवी, अंजलि के विरुद्ध विभिन्न धाराओं में प्राथमिकी पंजीकृत कर ली।

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