हांगकांग में प्रोजेक्ट मैनेजर की नौकरी और वेतन 7.50 लाख₹, रुद्रपुर में सेवानिवृत्त प्रोफेसर से लाखों की ठगी
रुद्रपुर में सेवानिवृत्त प्रोफेसर को हांगकांग में नौकरी का झांसा देकर साइबर ठगों ने 7.50 लाख रुपये की ठगी की। उन्हें प्रोजेक्ट मैनेजर के पद का प्रस्ताव मिला और मकान किराए पर लेने के नाम पर पैसे मांगे गए। बाद में, वीजा और प्रमाण पत्र के बारे में जानकारी मांगने पर टालमटोल किया गया, जिसके बाद उन्हें ठगी का एहसास हुआ। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

सांकेतिक तस्वीर।
जागरण संवाददाता, रुद्रपुर। प्रोजेक्ट मैनेजर के रूप में हांगकांग में चयन होने का झांसा देकर साइबर ठगों ने सेवानिवृत्त प्रोफेसर से किराए के मकान और अन्य दस्तावेज के नाम पर 7.50 लाख की ठगी कर ली। मामले में पुलिस ने प्राथमिकी पंजीकृत कर जांच शुरू कर दी है।
प्रोजेक्ट मैनेजर के रूप में हांगकांग में चयन का आया था मेल
पुलिस के अनुसार, एलाइंस सिटी निवासी व्यक्ति ने सौंपी तहरीर में बताया कि वह पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय से प्रोफेसर के पद से सेवानिवृत्त हैं। ऑनलाइन जॉब के लिए गूगल पर सर्च कर रहे थे। आठ अगस्त को उनकी मेल आईडी में एक मेल आई। जिसमें बताया गया था कि उनका चयन प्रोजेक्ट मैनेजर के रूप में हांगकांग चीन के लिए हो गया है। बाद में दूसरी मेल आईडी से उन्हें कई दस्तावेज भेजे गए। जिसे भरकर उन्होंने वापस भेज दिया। इस बीच उन्हें बताया गया कि हांगकांग में मकान तथा वीजा के संबंध में जानकारी दी।
हांगकांग में मकान लेना बताया अनिवार्य
मेल कर उन्हें बताया गया कि हांगकांग में मकान लेना अनिवार्य है, इसके लिए कुछ धनराशि भेजनी होगी। ताकि सरकारी मकान किराए पर उपलब्ध कराया जा सके। साथ ही चाइना के बैंक का खाता नंबर दिया गया। इस पर उन्होंने सरकारी मकान के लिए और वर्क वीजा तथा क्रिमिनल प्रमाण पत्र के लिए नौ सितंबर 2025 तथा 26 सितंबर को 7.50 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए। बाद में जब उन्होंने वर्क बीजा व क्रिमिनल प्रमाण पत्र के संबंध में जानकारी लेनी चाही तो टालमटोल करने लगे। इस पर उन्हें ठगी का एहसास हुआ। उन्होंने पुलिस से मामले की जांच कर कार्रवाई की मांग की है।
कोतवाल मनोज रतूड़ी ने बताया कि पीड़ित की शिकायत पर अज्ञात साइबर ठगों पर प्राथमिकी पंजीकृत कर जांच शुरू कर दी है।

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