Updated: Tue, 30 Sep 2025 06:30 AM (IST)
काशीपुर में हुए उपद्रव की जांच उत्तर प्रदेश तक पहुंची जिसमें यूपी के कई जिलों से तार जुड़े होने की आशंका है। पुलिस ने मास्टरमाइंड समेत 24 आरोपियों को गिरफ्तार किया है और नाबालिगों को हिरासत में लिया है। पुलिस को उपद्रव से पहले भड़काऊ भाषणों के फुटेज भी मिले हैं। पुलिस का कहना है कि सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
अभय कुमार पांडेय, काशीपुर। हाल ही में हुए उपद्रव प्रकरण में जांच का दायरा अब उत्तर प्रदेश तक पहुंच गया है। पुलिस की तफ्तीश में यह बात सामने आ रही है कि उपद्रव भड़काने वालों के तार यूपी के कई जिलों से जुड़े हो सकते हैं।
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खास तौर पर कानपुर, बरेली और मुरादाबाद क्षेत्र से कुछ लोगों की सक्रियता चिह्नित की गई है। खुफिया विभाग इन बाहरी संपर्कों की गहन पड़ताल में जुटा है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, विवादित आई लव मोहम्मद जुलूस का आइडिया सबसे पहले यूपी के कानपुर से शुरू हुआ था, जिसके बाद यह अन्य जिलों में फैला और 21 सितंबर को काशीपुर तक पहुंचा।
यही वजह है कि अब जांच में यूपी एंगल प्रमुखता से सामने आ रहा है। पुलिस को आशंका है कि उपद्रव केवल स्थानीय स्तर पर नहीं, बल्कि बाहरी तत्वों की मदद से योजनाबद्ध तरीके से भड़काया गया। इस बीच पुलिस की कार्रवाई लगातार जारी है।
अब तक उपद्रव के मास्टरमाइंड नदीम अख्तर समेत 24 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। इसके अलावा 17 नाबालिगों को हिरासत में लेकर किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष पेश किया गया है। ताजा कार्रवाई में शुक्रवार को पांच नाबालिगों को पकड़ा गया, जिन पर पत्थरबाजी और पुलिस पर हमला करने का आरोप है।
पुलिस ने साफ कर दिया है कि चाहे बालिग हों या नाबालिग, किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। फिलहाल कई आरोपी अब भी फरार हैं। इनमें हनीफ गांधी और दानिश चौधरी प्रमुख नाम हैं, जिनकी तलाश में पुलिस लगातार दबिश दे रही है।
क्षेत्र में सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल वीडियो और अन्य डिजिटल सबूत खंगालकर उपद्रवियों की पहचान की जा रही है। पुलिस अधिकारियों ने दोहराया है कि सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और यूपी से जुड़े तारों की भी गहराई से जांच होगी।
प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने और अफवाहों से दूर रहने की अपील की है। यूपी के कई मोबाइल नंबर मिले थे काशीपुर में सक्रिय सूत्रों की माने तो काशीपुर में उपद्रव की घटना से पहले संवदेनशील क्षेत्र में उत्तराखंड के अलावा कई यूपी के नंबर सक्रिय मिले हैं।
इन सभी नंबरों के आधार पर जांच आगे बढाई जा रही है। काशीपुर में उपद्रव के बाद बरेली में उपजा विवाद में पैटर्न मिलता जुलता रहा है। यही कारण है कि उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड पुलिस भी आपस में महत्वपूर्ण इनपुट शेयर कर इस मामले में रची गई व्यू रचना को तोड़ने का प्रयास कर रहे हैं।
उपद्रव से पहले भड़काऊ भाषण के फुटेज भी लगे हैं हाथ
काशीपुर में उपद्रव की घटना से पहले भीड़ में युवाओं को उकसाने काम किया गया है, पुलिस को हाथ लगे उपद्रव से पहले की घटना में से ठीक पहले कुछ मुस्लिम नेताओं ने धार्मिक उन्माद के नाम पर भीड़ को उकसाते दिख रहे हैं।
पुलिस ने इस मामले में उकसाने और उपद्रव में शामिल होने के मामले में आधा दर्जन लोगों को उठा भी चुकी है। इन आरोपितों से पूछताछ के से कई घटना के पीछे के नेटवर्क का का पूरा खेल धीरे - धीरे सामने आने लगा है।
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