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    ई-रिक्शा ठेकेदारी प्रथा पर नकेल कसने की तैयारी, पंजीकृत संचालकों को मिलेगा सरकारी लाभ

    Updated: Sun, 14 Sep 2025 08:49 AM (IST)

    काशीपुर नगर निगम शहर में ई-रिक्शा ठेकेदारी पर नियंत्रण के लिए सख्त कदम उठा रहा है। महापौर दीपक बाली ने ई-रिक्शा का पंजीकरण अनिवार्य कर दिया है। बिना पंजीकरण के ई-रिक्शा चलाने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। निगम और एआरटीओ मिलकर संयुक्त पंजीकरण अभियान चलाएंगे। बिजली चोरी करने वालों के खिलाफ भी सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पंजीकृत ई-रिक्शा चालकों को सरकारी योजनाओं का लाभ मिलेगा।

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    काशीपुर में ई-रिक्शा ठेकेदारी प्रथा पर नकेल कसने की तैयारी। जागरण फोटो

    जागरण संवाददाता, काशीपुर। काशीपुर नगर निगम ने शहर में फैल चुकी ई-रिक्शा ठेकेदारी प्रथा पर नियंत्रण पाने के लिए ठोस कदम उठाने की योजना बनाई है। महापौर दीपक बाली ने स्पष्ट किया कि सैकड़ों ई-रिक्शा संचालित करने वाले ठेकेदारों पर सख्ती बरती जाएगी और हर ई-रिक्शा का पंजीकरण अनिवार्य किया जाएगा।

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    हाल के वर्षों में नगर के विभिन्न हिस्सों में ई-रिक्शाओं की संख्या में अचानक वृद्धि हुई है। निगम और परिवहन विभाग के निरीक्षण में यह पाया गया है कि कई ठेकेदार शहर के बाहर से श्रमिकों को बुलाकर बड़े पैमाने पर ई-रिक्शा चला रहे हैं, जिससे संचालकों का शोषण हो रहा है।

    आरोप है कि ऐसे ठेकेदार कई ई-रिक्शा बिना पंजीकरण और आवश्यक कर्तव्यों के संचालित कर रहे हैं। महापौर ने कहा, हम शहर में यातायात, सुरक्षा और कराधान संबंधी नियमों का पालन सुनिश्चित करेंगे। कोई भी ई-रिक्शा बिना पंजीकरण और आवश्यक दस्तावेजों के सड़क पर नहीं चलने दिया जाएगा।

    उन्होंने यह भी कहा कि शहर में स्वरोजगार के लिए कोई भी ई-रिक्शा चला सकता है, लेकिन इसे व्यापार बनाकर बाहर से लोगों को बुलाकर ठेकेदारी प्रथा को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। निगम-एआरटीओ समन्वय और कदम निगम ने बताया है कि ई-रिक्शा चालकों और ठेकेदारों का पंजीकरण अब आवश्यक शर्त होगा न सिर्फ परिवहन विभाग (एआरटीओ) में बल्कि नगर निगम में भी रिकॉर्ड बनना अनिवार्य किया जाएगा।

    इसके लिए एक संयुक्त पंजीकरण अभियान चलाया जाएगा जिसमें ड्राइवरों के आधार, पता, वाहन के कागजात, और ठेकेदारों की जानकारी शामिल होगी। कुछ सप्ताह में निरीक्षण दल गठित किए जाएंगे, जिनमें निगम के कर, पॉल्यूशन और लोकहित निरीक्षक तथा एआरटीओ के प्रतिनिधि होंगे।

    निरीक्षण के दौरान नियमों के उल्लंघन पर जुर्माना, वाहन जब्ती और आवश्यकतानुसार मुकदमे की कार्रवाई की संभावनाओं पर भी बात चल रही है।  बिजली की चोरी और सुरक्षा-चिंताएं स्थानीय लोगों का कहना है कि कई ई-रिक्शा संचालक रात के समय बिजली की अवैध आपूर्ति से वाहन चार्ज करते हैं, जिससे बिजली चोरी की घटनाएं बढ़ी हैं।

    महापौर ने चेतावनी दी कि बिजली चोरी पाए जाने पर संबंधित ठेकेदार और चालक के खिलाफ सख्त कानूनी कदम उठाए जाएंगे।

    काशीपुर नगर निगम में पंजीकृत ई-रिक्शा संचालकों को सरकारी योजनाओं में लाभ दिलाने का प्रयास किया जाएगा और समय-समय पर स्वास्थ्य कैंप का आयोजन भी किया जाएगा।  दीपक बाली, मेयर काशीपुर।