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    Jaspur Rape and Murder: एक माह पहले जेल में पिता से मिलकर आई थी किशोरी, क्या पता था होगी आखिरी मुलाकात

    Updated: Thu, 18 Sep 2025 08:00 AM (IST)

    उधमसिंह नगर के जसपुर में दुष्कर्म और हत्या की शिकार हुई नाबालिग के पिता जो एनडीपीएस मामले में जेल में हैं को प्रशासन ने अंतिम संस्कार में शामिल होने की अनुमति दी है। पूर्व विधायक के हस्तक्षेप के बाद परिवार की गुहार पर यह फैसला लिया गया। किशोरी एक माह पूर्व ही अपने पिता से जेल में मिली थी। पोस्टमार्टम हल्द्वानी में होगा।

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    स्टोरी::: एक माह पहले जेल में पिता से मिलकर आई थी किशोरी

    अभिषेक रावत, जागरण  काशीपुर। जसपुर में दुष्कर्म और हत्या का शिकार हुई नाबालिग के पिता पिछले पांच वर्षों से एनडीपीएस मामले में जेल में हैं। एक माह पहले ही वह हल्द्वानी जेल में अपने पिता से मिलकर आई थी। उसे क्या पता था कि उसकी अपने पिता से यह अंतिम मुलाकात होगी। बेटी की निर्मम हत्या की खबर से पिता बेसुध है। घटना की सूचना मिलते ही पूर्व विधायक डा. शैलेंद्र मोहन सिंघल पीड़ित परिवार से मिलने उनके घर पहुंचे।

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    परिवार ने उनसे गुहार लगाई कि बच्ची के पिता, जो पिछले कुछ समय से जेल में बंद हैं, उन्हें अंतिम संस्कार में शामिल होने की अनुमति दिलाई जाए। परिवार की इस मांग पर डा. सिंघल ने तुरंत डीएम, कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा और जेल अधीक्षक से बात की। इसी बीच बच्ची के स्वजन की भावनाओं को देखते हुए प्रशासन ने एक बड़ा फैसला लिया गया। पहल का नतीजा यह रहा कि प्रशासन ने पिता को बेटी के अंतिम संस्कार में शामिल होने की अनुमति देने पर सहमति जता दी है।

    जानकारी के अनुसार किशोरी के पिता छोटा हाथी वाहन चलाते थे और सामान लोड-अनलोडिंग का कार्य किया करते थे। जो करीब पांच वर्ष पहले अल्मोड़ा से वापस आते समय पुलिस चेकिंग के दौरान नशीले पदार्थ के साथ पकड़े गए थे। तब से किशोरी की मां घरों में काम कर परिवार चलाती है।

    नाबालिग के अलावा उनके तीन छोटे बच्चे और एक बुजुर्ग ससुर हैं। करीब एक माह पहले की किशोरी अपनी मां के साथ हल्द्वानी जेल में बंद अपने पिता से मिलकर आई थी। लेकिन पिता को क्या मालूम था कि अब वह अपनी बेटी को आखिरी बार देख रहा है। जानकारी के अनुसार पिता को सितारगंज जेल भेज दिया गया था, जहां से अब वह वहां से पैरल पर अंतिम संस्कार के लिए घर आएंगे।

    हल्द्वानी में हुआ पोस्टमार्टम

    इस संवेदनशील मामले को देखते हुए प्रशासन ने बच्ची का पोस्टमार्टम काशीपुर में न कराकर हल्द्वानी में कराने का निर्णय लिया है। मेडिकल कालेज हल्द्वानी में विशेषज्ञ डाक्टरों का पैनल पोस्टमार्टम करेगा। प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी और फारेंसिक टीम को शामिल किया जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि जांच पूरी तरह पारदर्शी और वैज्ञानिक तरीके से की जाएगी।