क्या आपको भी है दीपावली की डेट को लेकर कन्फ्यूजन? तो यहां मिलेगा सॉल्यूशन, इस दिन मनाएं दिवाली
दीपावली की तिथि को लेकर लोगों में भ्रम था, जो अब दूर हो गया है। विद्वानों ने 'एक राष्ट्र, एक धर्म, एक पर्व' के तहत इस दीपावली मनाने का निर्णय लिया है। ज्योतिषाचार्य डा. मंजू के अनुसार, सभी धर्मस्थलों ने भी इसी दिन दीपावली मनाने का फैसला किया है।

ज्योतिषि ने माना कि 20 को है लक्ष्मी गणेश पूजन मुहूर्त। प्रतीकात्मक तस्वीर
जागरण संवाददाता, रुद्रपुर । दीपावली को लेकर आम जनमानस में भ्रम की स्थिति बनी हुई थी, जो कि अब पूर्णतया समाप्त हो चुकी है। संपूर्ण राष्ट्र के विद्वानों ने ‘एक राष्ट्र, एक धर्म, एक पर्व’ का बिगुल बजाते हुए संपूर्ण भारतवर्ष में 20 अक्टूबर को ही सर्वसम्मति से एवं शास्त्र सम्मत होकर दीपावली पर्व मनाने का संकल्प लिया है।
ज्योतिषाचार्य डा. मंजू ने बताया कि इसी दिन दीपावली है। भारतवर्ष में सभी बड़े धर्मस्थल काशी से लेकर अयोध्या तक, उज्जैन से लेकर बद्रीनाथ तक, 20 अक्टूबर 2025 को ही दीपावली पर्व मनाने का निर्णय ले चुके हैं। साथ ही हमारे वैदिक ग्रंथ धर्म सिंधु, निर्णय सिंधु, मुहूर्त चिंतामणि इत्यादि ग्रन्थों का भी अवलोकन करते हुए हम सभी को सर्वसम्मति से इसी तिथि को सहर्ष दीपावली पर्व मनाना चाहिए।
बीस अक्टूबर को दीपावली मनाने का है शास्त्रीय प्रमाण- प्रदोष के उपरांत भी निशा काल (मध्य रात्रि) का 24 मिनट का समय एक दंड कहलाता है। इसका योग होने पर अमावस्या दूसरे दिन होती है, तब प्रथम दिन छोड़कर अगले दिन सुखरात्रि होती है। यद्यपि-दीपावली के दिन निशीथकाल में लक्ष्मी का आगमन शास्त्रों में वर्णित है और कर्मकाल (लक्ष्मी पूजन, दीपदान-आदि का काल) प्रदोष माना जाता है।
लक्ष्मीपूजन, दीपदान के लिए प्रदोषकाल ही शास्त्र प्रतिपादित है और वर्ष 2025 में 21 अक्टूबर में इनमें से कोई भी स्थिति नहीं बन रही है। इस स्थिति में दीपावली पर्व केवल बीस अक्टूबर को ही मान्य होगा।
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