Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    US Nagar News: सेवानिवृत्त कुलपति को डिजिटल अरेस्ट कर 1.47 करोड़ ठगने वाला गिरफ्तार, कोर्ट में पेश कर भेजा जेल

    Updated: Mon, 01 Sep 2025 02:56 PM (IST)

    नैनीताल की सेवानिवृत्त कुलपति बीना शाह को डिजिटल अरेस्ट कर 1.47 करोड़ की धोखाधड़ी करने वाले साइबर अपराधी राजेंद्र कुमार को साइबर थाना पुलिस ने सोलन से गिरफ्तार किया। आरोपी ने मनी लांड्रिंग का डर दिखाकर 12 दिनों में कई खातों में धनराशि जमा कराई थी। पुलिस ने उसके पास से साइबर ठगी में प्रयुक्त मोबाइल फोन सिम कार्ड चेक बुक और अन्य सामान बरामद किया।

    Hero Image
    US Nagar News: सेवानिवृत्त कुलपति को डिजिटल अरेस्ट कर 1.47 करोड़ ठगने वाला गिरफ्तार, कोर्ट में पेश कर भेजा जेल

    जागरण संवाददाता, रुद्रपुर। नैनीताल निवासी सेवानिवृत्त कुलपति को डिजिटल अरेस्ट कर 1.47 करोड़ की धोखाधड़ी करने वाले साइबर अपराधी को साइबर थाना पुलिस ने हिमाचल सोलन से गिरफ्तार कर लिया है। 

    उसके पास से साइबर ठगी में प्रयुक्त तीन मोबाइल फोन, तीन सिम कार्ड, दो चेक बुक, तीन हस्ताक्षरित चेक, दो सेंट्रल बैंक ऑफ इंदिरा का ब्लैंक चेक, दो ब्लैंक चेक एक्सिस बैंक, तीन चेक इंडियन ओवरसीज बैंक, चार अलग अलग फर्मों की मोहरें, एक वाई फाई राउटर बरामद किया है। बाद में उसे कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    एसएसपी एसटीएफ नवनीत सिंह भुल्लर ने बताया कि नैनीताल निवासी और रुहेलखंड विश्वविद्यालय बरेली की सेवानिवृत्त कुलपति बीना शाह के वॉट्सऐप मोबाइल नंबर पर अगस्त 2025 में अज्ञात नंबर से कॉल आई। 

    कॉलर ने कहा कि वह महाराष्ट्र साइबर क्राइम विभाग से है। बताया कि उनके नाम से खुले बैंक खाते में मनी लांड्रिंग के 60 करोड़ रुपये के लेनदेन की बात कही। इसके लिए उन्होंने उनके खातों के वेरिफिकेशन कराए जाने के लिए वॉट्सऐप कॉल पर ही डिजिटली अरेस्ट करते हुए 12 दिनों में विभिन्न खातों में कुल 1.47 करोड़ की धनराशि जमा कराई थी। 

    इस पर साइबर थाना पुलिस ने प्राथमिकी पंजीकृत कर अपर पुलिस अधीक्षक स्वप्न किशोर, पुलिस उपाधीक्षक अंकुश मिश्रा तथा प्रभारी निरीक्षक अरूण कुमार ने जांच शुरू कर दी थी। 

    इस दौरान टीम ने घटना में प्रयुक्त बैंक खातों/ रजिस्टर्ड मोबाइल नंबरों/ व्हाट्सएप की जानकारी के लिए संबंधित बैंकों, सर्विस प्रदाता कंपनियों, मेटा कंपनी से पत्राचार कर डेटा प्राप्त किया। 

    एसएसपी एसटीएफ नवनीत सिंह ने बताया कि डेटा मिलने के बाद प्रकाश में आए बैंक खातों तथा मोबाइल नंबरों का सत्यापन किया गया। टीम ने तकनीकी / डिजिटल साक्ष्य एकत्र कर ग्राम लक्खीबंस रादौर यमुनानगर हरियाणा और हाल लीली अपार्टमेंट अमरावती बददी जिला सोलन हिमाचल निवासी राजेंद्र कुमार पुत्र सोमनाथ को चिह्नित कर लिया। 

    साथ ही उसकी तलाश शुरू कर दी गई थी। इसके लिए साइबर थाने की पुलिस टीम निरीक्षक अरूण कुमार, एएसआइ सत्येन्द्र गंगोला, हेड कांस्टेबल सोनू पांडे, मनोज कुमार हिमाचल पहुंचे और सोलन थाना बद्दी हिमाचल प्रदेश से उसे गिरफ्तार कर लिया। 

    उसके पास से तीन मोबाइल फोन, तीन सिम कार्ड, दो चेक बुक, तीन हस्ताक्षरित चेक, दो सेंट्रल बैंक आफ इंदिरा का ब्लैंक चेक, दो ब्लैंक चेक एक्सिस बैंक, तीन चेक इंडियन ओवरसीज बैंक, चार अलग अलग फर्मों की मोहरें, एक वाई फाई राउटर, एक एचडीएफसी बैंक का बिजनेस कार्ड, तीन अलग अलग बैंक के डेबिट कार्ड, जीएसटी रजिस्ट्रेशन प्रमाण पत्र, उद्यम रजिस्ट्रेशन प्रमाण पत्र, बिल बुक बरामद हुआ। बाद में पुलिस उसे रुद्रपुर ले आई और कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है।