Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    नानकमत्ता दबिश के दौरान सड़क हादसे में घायल कांस्टेबल की मौत, ट्रक ने पुलिस टीम की कार में मारी थी टक्कर

    Updated: Sat, 12 Jul 2025 12:28 PM (IST)

    नानकमत्ता थाने में तैनात कांस्टेबल धनराज की सड़क हादसे में मृत्यु हो गई। चार जुलाई को दबिश के लिए जा रही पुलिस टीम के वाहन को एक ट्रक ने टक्कर मार दी थी जिसमें धनराज गंभीर रूप से घायल हो गए थे। रुद्रपुर के एक निजी अस्पताल में आठ दिन तक चले उपचार के बाद उन्होंने दम तोड़ दिया। पुलिस लाइन में उन्हें सलामी दी गई।

    Hero Image
    सड़क हादसे में घायल कांस्टेबल की उपचार के दौरान मृत्यु। प्रतीकात्‍मक

    जागरण संवाददाता, रुद्रपुर। दबिश के लिए जा रही नानकमत्ता थाना पुलिस टीम के वाहन में ट्रक ने टक्कर मार दी। इससे एक कांस्टेबल गंभीर रूप से घायल हो गया था। उसे उपचार के लिए रुद्रपुर के निजी अस्पताल में लाया गया था। जहां आठ दिन बाद उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई। इसका पता चलते ही स्वजन में कोहराम मच गया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    साथ ही पुलिस महकमे में शोक की लहर है। बाद में पुलिस लाइन में कांस्टेबल को सलामी दी गई, जिसके बाद शव स्वजन के सुपुर्द कर दिया। पुलिस के अनुसार, रायसी थाना लक्सर हरिद्वार निवासी 26 वर्षीय धनराज पुत्र सतवीर वर्ष, 2023 बैच का कांस्टेबल था। उसकी तैनाती नानकमत्ता थाने में थी। बताया जा रहा है कि चार जुलाई को नानकमत्ता थाना पुलिस वाहन से दबिश देने जा रही थी।

    टीम में धनराज भी था। इसी बीच नानकमत्ता थाना क्षेत्र में ही तेज रफ्तार ट्रक ने पुलिस टीम के वाहन में टक्कर मार दी थी। इससे धनराज गंभीर रूप से घायल हो गया था। उसे उपचार के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया था। जहां से उसे हाई सेंटर रेफर कर दिया था। जिसके बाद उसे रुद्रपुर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां पर उसका उपचार चल रहा था।

    शुक्रवार देर रात उपचार के दौरान धनराज की मृत्यु हो गई। इसका पता चलते ही स्वजन में कोहराम मच गया। सूचना पर एसएसपी मणिकांत मिश्रा, एसपी सिटी उत्तम सिंह नेगी, एसपी क्राइम निहारिका तोमर पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ अस्पताल पहुंचे।

    बाद में पुलिस ने पंचनामा भरकर शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। शनिवार को मृतक कांस्टेबल को पुलिस लाइन में सलामी दी गई, जिसके बाद शव स्वजन के सुपुर्द कर दिया गया है।