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प्लॉट बेचने के नाम पिता-पुत्र समेत तीन लोगों ने ठगे ढाई लाख, मुकदमा

प्लॉट के नाम पर ढार्इ लाख की ठगी करने वाले पिता और पुत्र समेत तीन लोगों के खिलाफ पीड़ित महिला की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Fri, 14 Dec 2018 05:28 PM (IST)Updated: Fri, 14 Dec 2018 05:28 PM (IST)
प्लॉट बेचने के नाम पिता-पुत्र समेत तीन लोगों ने ठगे ढाई लाख, मुकदमा
प्लॉट बेचने के नाम पिता-पुत्र समेत तीन लोगों ने ठगे ढाई लाख, मुकदमा

काशीपुर, जेएनएन। पिता-पुत्र समेत तीन लोगों ने प्लॉट का फर्जी बैनामा कराकर रेलवे कर्मी से दो लाख 48 हजार रुपये ठग लिए। रेलवे कर्मी की आकस्मिक मौत के बाद जब उनकी पत्नी प्लॉट को देखने पहुंची तो पता चला कि जमीन उन लोगों की थी ही नहीं। महिला ने जब उनसे रकम वापसी को कहा तो उन्होंने अभद्रता कर जान से मारने की धामकी दे डाली। पीड़िता की तहरीर पर पुलिस ने तीनों आरोपितों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया है। 

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दरअसल, इंद्रा कॉलोनी के वॉर्ड नंबर छह(काठगोदाम) नैनीताल निवासी जरीना बेगम पत्नी अकबर अली ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि साल 2010 में पति काशीपुर में रेलवे विभाग में कार्यरत थे। प्लॉट खरीदने की इच्छा हुई तो मोहल्ला खालसा निवासी सलीम उर्फ मैराज पुत्र आले नवी से पति की मुलाकात हुई। सलीम ने उन्हें मोहल्ला गंज निवासी रविंद्र कुमार गर्ग पुत्र त्रिलोकी नाथ से मिलाया। साथ ही बताया कि वह प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करता है और अपनी जमीन बेचना चाहता है। 

दोनों ने मोहल्ला लक्ष्मीपुरपट्टी में खसरा नंबर 126/158/2 में प्लॉट नंबर तीन दिखाया, जो उन्हें पसंद आ गया। प्लॉट की कीमत दो लाख रुपये बताई गर्इ। 16 जुलाई 2010 को पति ने प्लॉट के दो लाख रुपये दे दिए। उसी दिन आरोपितों ने प्लॉट के फर्जी कागजात तैयार कराकर बैनामा करा दिया। इस दौरान आरोपितों ने खर्चे के 26 हजार रुपये और ले लिए। मई 2012 में पति का पीलीभीत स्थानांतरण हो गया। गंगे बाबा रोड पर उनकी विवाहित बेटी रहती है। जनवरी 2013 में वह बेटी के घर आई थी। इस दौरान आरोपितों ने प्लॉट की चारदीवारी कराने के लिए 22 हजार रुपये और ले लिए। इस बीच 31 दिसंबर 2014 को पति का आकस्मिक निधन हो गया। पिता की जगह पुत्र को नौकरी मिल गई। 

दोनों मां-बेटा काठगोदाम हल्द्वानी में रहने लगे। 15 सितंबर 2018 को जरीना बेटी से मिलने काशीपुर आई तो पता लगा कि वो प्लॉट रविंद्र कुमार के नाम था ही नहीं। पूछताछ के लिए जब वह रविंद्र के घर पहुंची तो वहां सलीम और रविंद्र का पुत्र जयकुमार गर्ग मौजूद थे। आरोपितों से रकम वापसी के लिए कहा तो उन्होंने कहा कि उनकी ऊंची पहुंच है और उनका कुछ नहीं बिगड़ेगा। साथ ही दोबारा रकम मांगने पर जान से मारने की धमकी दी। पीड़ित की तहरीर पर पुलिस ने तीनों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया है। 

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