दहेज की खातिर हत्या! एक करोड़ रुपये और फॉर्च्यूनर कार की मांग, आगे की कहानी और भी दर्दनाक
रुद्रपुर में एक विवाहिता की दहेज के लिए हत्या का मामला सामने आया है। आरोप है कि ससुराल वालों ने एक करोड़ रुपये और फॉर्च्यूनर कार की मांग की थी। गर्भवती होने पर अवैध रूप से लिंग परीक्षण कराया गया और कन्या भ्रूण होने पर गर्भपात कराया गया, जिससे महिला की हालत बिगड़ गई। बाद में उसे अस्पताल से डिस्चार्ज कर रास्ते में मारने का आरोप है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

गर्भवती होने पर लिंग परीक्षण कराने और कन्या होने पर गर्भपात कराने का लगाया आरोप। प्रतीकात्मक
जागरण संवाददाता, रुद्रपुर । दहेज में एक करोड़ और फार्च्यूनर कार की मांग को लेकर विवाहिता का उत्पीड़न किया जाने लगा। साथ ही गर्भवती होने पर अवैध रूप से लिंग परीक्षण कराया। कन्या होने की जानकारी मिलने पर गर्भपात करवा दिया। जिससे उसकी हालत बिगड़ गई। आरोप लगाया कि बाद में ससुरालियों ने उसे अस्पताल से डिस्चार्ज कर रास्ते में मार दिया। इसकी शिकायत पर पुलिस ने प्राथमिकी पंजीकृत कर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस के अनुसार, आवास विकास निवासी बलराम अग्रवाल ने सौंपी तहरीर में कहा था कि उसकी पुत्री ज्योति का विवाह 22 अप्रैल 2023 को प्रतापपुर नानकमत्ता निवासी दिपांशु मित्तल पुत्र सुनील मित्तल के साथ हुआ था। विवाह में 51 लाख रुपये नकद, इनोवा कार, सोने की चेन, अंगुठियां, 15 लाख रुपये कीमत के कपड़े और चार लाख रुपये कीमत के बर्तन और गृहस्थी का सामान दिया था।
विवाह के बाद से ही दिपांशु मित्तल और उसके स्वजन कम दहेज को लेकर उसकी पुत्री का उत्पीड़न करने लगे। 26 दिसंबर 2023 को ज्योति ने पुत्री को जन्म दिया तो उसके ससुराली और अधिक नाराज हो गए। इसके बाद उसके दामाद दिपांशु मित्तल, सास इंदु मित्तल, ससुर सुनील मित्तल, ननद दिव्यांशी एवं जेठ हिमांशु मित्तल ज्योति के साथ नियमित मारपीट कर प्रताड़ित करने लगे। उस पर एक करोड़ रुपये और फार्च्यूनर लाने का दबाव बनाने लगे।
वर्ष, 2025 में ज्योति गर्भवती हुई तो उसके ससुरालियों ने अवैध रूप से लिंग परीक्षण कराया। कन्या होने की जानकारी मिलने पर उसकी ननद डा. दिव्यांशी गोयल (जवाहर लाल नेहरू हास्पिटल, रुद्रपुर में कार्यरत), सास एवं अन्य स्वजन ने गर्भपात करवा दिया। गर्भपात के दौरान लापरवाही के कारण ज्योति की हालत बिगड़ गई। चार जुलाई 2025 को ज्योति के ससुराल वालों ने सूचना दी कि ज्योति अजीब व्यवहार कर रही है और उसे नशा मुक्ति केंद्र, नोएडा ले जा रहे हैं। इस पर वह वहां पहुंचे तो डाक्टर ने बताया कि ज्योति को नशे की नहीं, बल्कि गलत दवाइयों के कारण हालत खराब हुई है।
बाद में ज्योति को डे-केयर अस्पताल में भर्ती कराया, जहां एमआरआइ रिपोर्ट में ब्रेन ब्लीडिंग पाई गई। जिसके बाद पुत्री के ससुराली उसे गुरुग्राम स्थित अस्पताल ले गए। 10 जुलाई को ज्योति की हालत गंभीर हुई तो उसे आइसीयू में भर्ती कराया गया, लेकिन 11 जुलाई को उसे ससुराली डिस्चार्ज कर घर ले गए और उसे रास्ते में ही मार दिया। उन्होंने पुलिस से कार्रवाई की मांग की है।
तहरीर के आधार पर पुलिस ने आरोपित ससुालियों पर दहेज हत्या की प्राथमिकी पंजीकृत कर ली है। जांच की जा रही है, इसके बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
- मोहन पांडे, थानाध्यक्ष ट्रांजिट कैंप
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