पिछले 13 सालों में भारत के 18 लाख लोगों ने भारतीय नागरिकता छोड़ी, RTI में चौंकाने वाला खुलासा
आरटीआई के अनुसार, पिछले 13 वर्षों में 18 लाख भारतीयों ने नागरिकता छोड़ी है। विदेश मंत्रालय के आंकड़ों से पता चलता है कि 2022 में सबसे अधिक 2,25,620 भा ...और पढ़ें

सर्वाधिक 2022-23 में दो लाख 25 हजार से अधिक भारतीय लाेगों ने विदेशी नागरिकता ली. Concept
जागरण संवाददाता, काशीपुर। जिस प्रकार दूसरे देश के लोगा भारत की नागरिकता लेने के लिए आतुर हैं, उसी प्रकार भारत के लाखों लोगों ने पिछले 13 वर्षों में दूसरे देश की नागरिकता ली और भारत की नागरिकता त्याग दी है। यह आंकडें विदेश मंत्रालय में लगाई गई सूचना का अधिकार के अंतर्गत प्राप्त हुई है। जिसमें 18 लाख भारतीयों के नागरिकता छोड़ने की पुष्टि हुई है।
आरटीआई के माध्यम से विदेश मंत्रलय के जन सूचना अधिकारी से भारत की नागरिकता छोड़कर विदेशों की नागरिकता प्राप्त करने वालाें की संख्या की सूचना चाही थी। इसके उत्तर में विदेश मंत्रालय के जन सूचना अधिकारी व अवर सचिव तरूण कुमार ने उत्तर उपलब्ध कराया है। जन सूचना अधिकारी ने राज्यसभा में कपिल सिब्बल तथा डा. जोहन बिट्स के प्रश्नों के उत्तर में जानकारी सार्वजनिक रूप से उपलब्ध होने को लिखित करते हुये उसका इंटरनेट लिंक उपलब्ध कराया है। उक्त लिंक से उत्तर डाउनलोड करने पर वर्ष 2011 से 2023 तक भारत की नागरिकता छोड़ने वाले भारतीयों की संख्या प्रकाश में आई है।
आरटीआई कार्यकर्ता व एडवोकेट नदीम को उपलब्ध सूचना के अनुसार वर्ष 2022 में पिछले 13 वर्षों में सर्वाधिक 2,25,620 भारतीय नागरिकों ने अपनी भारतीय नागरिकता स्वेच्छा से छोड़ी है। दूसरे स्थान पर वर्ष 2023 में 2,16,219 भारतीय नागरिकों ने अपनी नागरिकता छोड़ी हैं। पिछले 13 वर्षों में सबसे कम नागरिकता छोड़ने वाले भारतीय नागरिकों की संख्या 85256 वर्ष 2020 में रही हैं। विदेश मंत्रलय द्वारा उपलब्ध करायी गयी सूचना के अनुसार भारतीय नागरिकता छोड़कर विश्व के 135 देशों की नागरिकता इन व्यक्तियों द्वारा प्राप्त की गई है।
इन देशों में भारतीयों की रूचि
बांग्लादेश, म्यांमार, नेपाल, पाकिस्तान, श्रीलंका शामिल है। वहीं विकसित माने जाने वाले देश यूके, यूएस, रूस, चीन, इटली, फ्रांस, जर्मनी व जापान तथा आर्थिक संपन्न वाले देशों में इराक, इरान, इटली, तुर्की, यमन, जम्बिया, कजाकश्तान, केनिया, मलेशिया, मालद्वीव, ओमान, कतर, सऊदी अरब, साउथ अफ्रीका, सुडान देश भी शामिल हैं।
स्वेच्छा से भारतीय नागरिकता त्यागने वालों की संख्या
- वर्ष -संख्या
- वर्ष 2011 -1,22,819
- वर्ष 2012 -120,923,
- वर्ष 2013 -1,31,405
- वर्ष 2014 -1,29,328,
- वर्ष 2015- 1,31,489,
- वर्ष 2016- 1,41,603,
- वर्ष 2017- 1,33049,
- वर्ष 2018- 134561,
- वर्ष 2019 -1,44017,
- वर्ष 2020 -85256,
- वर्ष 2021 -163370,
- वर्ष 2022 -225620,
- वर्ष 2023- 2,16,219
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