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    दूध की गुणवत्ता परखने की जानकारी दी

    By JagranEdited By:
    Updated: Fri, 02 Jun 2017 06:26 PM (IST)

    संवाद सहयोगी, काशीपुर : उपभोक्ता जागरुकता दिवस पर आवास विकास स्थित पार्क में आयोजित कार्यक्रम में

    दूध की गुणवत्ता परखने की जानकारी दी

    संवाद सहयोगी, काशीपुर : उपभोक्ता जागरुकता दिवस पर आवास विकास स्थित पार्क में आयोजित कार्यक्रम में दूध की गुणवत्ता परखने की जानकारी दी गई। इस दौरान दूध पीओ प्रतियोगिता में लंबी मूंछ के निशान बनाने वाले बच्चे को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।

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    मुख्य अतिथि जेपी अग्रवाल ने लोंगों को दूध का महत्व और उसे जांचने का तरीका बताया। शुद्धता जांचने के लिए लेक्टोमीटर जार व सिंथेटिक मिल्क टेस्टिंग कीट वितरित किए। ऊधमसिंह नगर दुग्ध उत्पादन सहकारी संघ व डेरी विभाग के संयुक्त तत्वावधान में शुक्रवार को आवास विकास स्थित एक पार्क में जागरुकता कार्यक्रम किया। प्रधान प्रबंधक डॉ. एचएस कुटोला ने गुणवत्त्ता व दूध से बने उत्पादों के बारे में बताया। इस दौरान लेक्टोमीटर से दूध की गुणवत्ता परखने और दूध पीओ प्रतियोगिता हुई। दूध पीने से दूध के निशान से सबसे लंबी मूंछ बनाने में गौरव शर्मा प्रथम व अजनेय द्वितीय स्थान पर रहे। डेरी विभाग के सहायक निदेशक बृजेश सिंह ने विजेताओं को पुरस्कृत किया। इस दौरान करीब 150 लोगों को लेक्टोमीटर व टेस्टिंग कीट दिए गए। संचालन नवनीत चौहान ने किया। इस मौके पर मोहम्मद शफीक, शीतल सिंह, पुष्कर सिंह, मदन मोहन शर्मा, अजय अस्थाना, सहित अन्य मौजूद रहे।

    -इंसेट-

    ऐसे करें दूध की जांच

    दूध में सामान्य रूप से पानी पहले से ही होता है। गाय के दूध में 87.5 फीसद दूध व 12.5 फीसद पानी तथा भैंस के दूध में 82.5 फीसद दूध व 17.5 फीसद पानी पाया जाता है। शुद्ध दूध मापने के लिए लेक्टोमीटर को दूध से भरे जार में डूबो दें। इस यंत्र में 0 से लेकर 40 तक अंक होते है। इसको अगर पानी में डाला जाय तो इसकी रीडिंग 0 रहेगी। दूध यदि शुद्ध है तो रीडिंग 30 से 32 तक होगी। यदि इससे कम रीडिंग बताती है तो इसका मतलब दूध में अधिक पानी की मिलावट हो सकती है।

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