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    Uttarakhand Forest Fire: नई टिहरी के पास जंगल में लगी आग हुई बेकाबू, वन विभाग के छूटे पसीने

    Uttarakhand Forest Fire सुबह सारज्यूला पट्टी के बुडोगी गांव के पास जंगल में आग लगी और उसके बाद आग विकराल हो गई और नई टिहरी के पास डाइजर क्रू स्टेशन के पास के चीड़ के जंगल में फैल गई। आग बुझाने के लिये कंट्रोल फायर भी दिया गया जिससे आग ज्यादा नहीं फैली। हालांकि जंगल में चट्टानी क्षेत्र होने के कारण आग से काफी नुकसान हुआ है।

    By Anurag uniyal Edited By: Nirmala Bohra Updated: Tue, 28 May 2024 03:40 PM (IST)
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    Uttarakhand Forest Fire: वनकर्मी और फायर की टीम जुटी रही आग बुझाने में

    जागरण संवाददाता,नई टिहरी: Uttarakhand Forest Fire: जिला मुख्यालय नई टिहरी में जंगल पूरी तरह जल गया। वन विभाग के डीएफओ आवास, क्रू स्टेशन और रेंज कार्यालय के पास जंगल की आग को फायर ब्रिगेड की मदद से काबू करने का प्रयास किया गया, लेकिन उसमें सफलता नहीं मिली।

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    मंगलवार सुबह सारज्यूला पट्टी के बुडोगी गांव के पास जंगल में आग लगी और उसके बाद आग विकराल हो गई और नई टिहरी के पास डाइजर क्रू स्टेशन के पास के चीड़ के जंगल में फैल गई। आग इतनी तेज थी कि उससे निकलने वाले धुएं से नई टिहरी के कई इलाकों में स्थानीय निवासी दिनभर परेशान रहे।

    तीन क्रू स्टेशन की टीम ने आग पर काबू पाने का प्रयास किया

    वन विभाग की एसडीओ रश्मि ध्यानी और उनके साथ तीन क्रू स्टेशन की टीम ने आग पर काबू पाने का प्रयास किया, लेकिन उसमें सफलता नहीं मिली। फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को भी आग बुझाने में लगाया गया। एसडीओ रश्मि ध्यानी ने बताया कि बुडोगी गांव के पास किसी ने जंगल में आग लगाई। उसके बाद आग आरक्षित वन क्षेत्र में फैल गई।

    आग बुझाने के लिये कंट्रोल फायर भी दिया गया, जिससे आग ज्यादा नहीं फैली। हालांकि जंगल में चट्टानी क्षेत्र होने के कारण आग से काफी नुकसान हुआ है। आग बुझाने में रेंज अधिकारी आशीष डिमरी, रेंज अधिकारी आजम खान, होशियार सिंह, लक्ष्मण सिंह सजवाण आदि शामिल रहे।

    वनकर्मियों के पास नहीं कोई संसाधन

    जंगल की आग बझ़ाने के लिये वन कर्मियाें के पास कोई संसाधन नहीं हैं। हरे पत्तों के झांपों से ही वनकर्मी आग बुझाते नजर आये। इस दौरान तेज तापमान और तेज हवाओं के चलने से आग बुझाने में काफी मशक्कत का सामना करना पड़ा। पिछले वर्ष नई टिहरी के पास ही डाइजर में एक दैनिक श्रमिक वनकर्मी की आग बुझाने के दौरान पहाड़ी से गिरकर मौत हो गई थी।