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टिहरी : लामरीधार में ढोल सागर का शंखनाद, पद्मश्री प्रीतम भरतवाण ने दी प्रस्तुति

ढोल वितरण कार्यक्रम लामरीधार स्टेडियम में ढोल सागर का शंखनाद हुआ। पद्मश्री प्रीतम भरतवाण ने कार्यक्रम में जागर और गढ़वाली गीतों की शानदार प्रस्तुति दी। शुक्रवार को जाखणीधार ब्लाक के लामरीधार स्टेडियम में जागर सम्राट प्रीतम भरतवाण और टिहरी विधायक धन सिंह नेगी ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

By Sunil NegiEdited By: Published: Fri, 22 Oct 2021 02:01 PM (IST)Updated: Fri, 22 Oct 2021 02:01 PM (IST)
टिहरी : लामरीधार में ढोल सागर का शंखनाद, पद्मश्री प्रीतम भरतवाण ने दी प्रस्तुति
ढोल वितरण कार्यक्रम लामरीधार स्टेडियम में शुकवार को ढोल सागर का शंखनाद हुआ।

जागरण संवाददाता, नई टिहरी। लामरीधार स्टेडियम में पद्मश्री प्रीतम भरतवाण के साथ अन्य 37 ढोल वादकों ने ढोल सागर की प्रस्तुति दी तो पूरा क्षेत्र ढोल की थाप पर थिरक उठा। जागर सम्राट प्रीतम भरतवाण ने ढोल वितरण कार्यक्रम में जागर और गढ़वाली गीतों की शानदार प्रस्तुति दी।

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शुक्रवार को जाखणीधार ब्लाक के लामरी धार स्टेडियम में जागर सम्राट प्रीतम भरतवाण और टिहरी विधायक धन सिंह नेगी ने कार्यक्रम की शुरुआत की। कार्यक्रम में 37 ढोल वादकों को ढोल-दमाऊं वितरित किया गया। कार्यक्रम में विधायक धन सिंह नेगी ने कहा कि हमारी संस्कृति में देवी-देवताओं का आह्वान ढोल वादक ढोल बजाकर करते हैं। आज हमारी संस्कृति को बचाने की जरूरत है। इसलिए उन्होंने ढोल वादकों को ढोल वितरित करने की सोची। 

इस कार्य के लिए उन्होंने जागर सम्राट एवं पद्मश्री प्रीतम भरतवाण को बताया तो वह भी तुरंत तैयार हो गए। उनका प्रयास है कि अपनी संस्कृति को बचाने के लिए कार्य किए जाएं। पद्मश्री प्रीतम भरतवाण ने कहा कि ये बेहद अद्भुत कार्यक्रम है। बताया कि इस समय वो दुनिया के 18 विश्वविद्यालय में ढोल विधा पर काम कर रहे हैैं। लगभग साढ़े चार हजार छात्र मेरे साथ ढोल पर शोध कर रहे हैं। पूरी दुनिया में हमारी संस्कृति के प्रसार के लिए ऐसे कार्यक्रम जरूरी हैं।

कार्यक्रम में प्रीतम भरतवाण ने अन्य ढोल वादकों के साथ ढोल पर प्रस्तुति भी दी। साथ ही ग्रामीणों की मांग पर जागर और भजन गाए। इस दौरान शहीद जवानों और उत्तराखंड आपदा में मृतकों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना भी की गई। कार्यक्रम में जाखणीधार प्रमुख सुनीता देवी, चंबा प्रमुख शिवानी बिष्ट, पूर्व प्रमुख बेबी असवाल, दुग्ध संघ अध्यक्ष जगदंबा बैलवाल, अनिता कंडियाल, रविंद्र सेमवाल, भूपेंद्र चौहान, नरेश नेगी, महाजन पंवार आदि मौजूद रहे।

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