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भावी इंजीनियर्स की सेहत से हो रहा है खिलवाड़, बिना फूड लाइसेंस के चल रहा मैस

टीएचडीसी हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज में बिना फूड लाइसेंस के ही मैस संचालक छात्र-छात्राओं को खाना खिला रहा था। खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने मैस में छापा मारा तो वहां अनियमितताएं मिली।

By Edited By: Published: Wed, 05 Sep 2018 11:51 PM (IST)Updated: Thu, 06 Sep 2018 04:48 PM (IST)
भावी इंजीनियर्स की सेहत से हो रहा है खिलवाड़, बिना फूड लाइसेंस के चल रहा मैस
भावी इंजीनियर्स की सेहत से हो रहा है खिलवाड़, बिना फूड लाइसेंस के चल रहा मैस

नई टिहरी, [जेएनएन]: टीएचडीसी हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज में छात्र-छात्राओं की सेहत से खिलवाड़ किया जा रहा है। कॉलेज में बिना फूड लाइसेंस के ही मैस संचालक छात्र-छात्राओं को खाना खिला रहा था। खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने बुधवार को कॉलेज के हॉस्टल की मैस में छापा मारा तो वहां अनियमितताएं मिली। किचन में काफी गंदगी थी और मसालों के पैकेट भी खुले थे। किचन में डस्टबीन भी खुला था और साफ सफाई नहीं रखी गई थी।

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पहले भी कई बार छात्र-छात्राएं मैस में घटिया गुणवत्ता का खाना मिलने की शिकायत कर चुके हैं। बुधवार को खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने भागीरथीपुरम स्थित हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज हास्टल की मैस का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान टीम ने पाया कि किचन में बेहद गंदगी है और वहां पर खुले में मसाले मिर्च, हल्दी आदि रखे गए हैं। किचन में डस्टबीन भी खुले में रखा गया है।

टीम ने जब मैस संचालक से फूड लाइसेंस मांगा तो उसके पास फूड लाइसेंस भी नहीं था। नियमों के तहत किसी भी कैंटीन या मैस में फूड लाइसेंस के बगैर खाना बनाया और खिलाया नहीं जा सकता। कॉलेज प्रबंधन की लापरवाही से हास्टल की मैस में बिना फूड लाइसेंस के ही छात्र-छात्राओं को खाना खिलाया जा रहा था और उनकी सेहत से खिलवाड़ किया जा रहा था।

इस संबंध में विभाग ने कॉलेज प्रबंधन को भी नोटिस दिया है और हॉस्टल की मैस से खाद्य पदार्थों के सैंपल भरे। इससे पहले भी कई बार कॉलेज के छात्र- छात्राएं मैस में खराब खाना मिलने की शिकायत कर चुके हैं लेकिन मैस संचालक के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। पिछले साल तो छात्र-छात्राओं ने खाने का सामूहिक बहिष्कार भी कर दिया था। कॉलेज में दो बालिका और एक बालक हास्टल है। जहां पर लगभग 180 छात्र- छात्राएं रहते हैं। कॉलेज की मैस में बहुत गंदगी थी और वहां पर मसाले खुले में रखे गए थे। बिना फूड लाइसेंस के ही वहां पर छात्रों को खाना खिलाया जा रहा था।

प्रो. जीएस तोमर (निदेशक टीएचडीसी हाइड्रो इंजीनियरिंग कालेज टिहरी) का कहना है कि कॉलेज प्रबंधन को नोटिस देकर खाद्य पदार्थों के सैंपल भरकर प्रयोगशाला भेजे जा रहे हैं महिमानंद जोशी, खाद्य सुरक्षा अभिहित अधिकारी, टिहरी कॉलेज की मैस का विभागीय टीम ने निरीक्षण किया है। जो कमियां हैं वह दूर की जाएंगी।

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