अगर सेहत रखनी है तंदुरुस्त तो फास्ट फूड से रहें दूर
जब आपका खानपान सही रहेगा तो बीमारियां भी आपसे दूर रहेंगी। फास्ट फूड के सेवन से पेट संबंधी रोग होने की संभावना काफी बढ़ जाती है।
देहरादून, [जेएनएन]: फास्ट फूड आधुनिक जीवन का हिस्सा बन गया है। बच्चों से लेकर युवा तक इसे बड़े चाव से खाते हैं। लेकिन इससे आपके शरीर में धीरे-धीरे कई बीमारियों घर बनाने लगती हैं।
असल में पहले तली-भुनी चीजें तीज-त्योहारों पर ही बना करती थीं। लेकिन अब स्थिति बदल चुकी है। अब ऐसे फूड ज्वाइंट, टेक अवे, रेस्तरां आदि बन गए हैं, जहां ऐसी चीजें चौबीसों घंटे मिल जाती हैं। इनका प्रचार भी ऐसे किया जाता है कि जब चाहे, जहां चाहे इन्हें खाएं। अगर दिनभर ऐसी हाई कैलोरी, तेज नमक, शक्कर वाली चीजों को जमकर खाया जाएगा तो नुकसान तो होगा ही।
वरिष्ठ गैस्ट्रो सर्जन डॉ. विपुल कंडवाल का कहना है कि जब आपका खानपान सही रहेगा तो बीमारियां भी आपसे दूर रहेंगी। ध्यान देने वाली बात यह है कि हमारे शरीर की 80 प्रतिशत बीमारियां पेट से जुड़ी होतीं हैं। फास्ट फूड के सेवन से पेट संबंधी रोग होने की संभावना काफी बढ़ जाती है। क्योंकि किसी भी फास्ट फूड में फाइबर की मात्रा बहुत कम होती है, जिसका सीधा असर पाचन क्रिया पर पड़ता है और शरीर का मेटाबोलिच्म बिगड़ जाता है। फास्ट फूड से पेट तो भर जाता है, लेकिन प्रोटीन, कार्बोहाईड्रेट और विटामिन जैसे जरूरी पोषक तत्व शरीर को नहीं मिल पाते।
फास्ट फूड के सेवन से मोटापा तेजी से बढ़ता है। जिस कारण डायबिटीज और दिल से जुड़ी बीमारी होने का खतरा बना रहता है। फास्ट फूड में शुगर की मात्रा अधिक और पोषक तत्व की कमी होने के कारण यह शरीर को सुस्त बनाता है। कोलेस्ट्रोल बढ़ने में भी फास्ट फूड आग में घी का काम करता है। जिससे हृदयघात का भी खतरा बढ़ जाता है।
तनाव
अगर आप हर बार-बार भूख लगने पर फास्ट फूड खाते हैं तो यह आपके तनाव का कारण भी बन सकता है। जो लोग ज्यादा मात्रा में फास्ट फूड खाते हैं, उनके तनाव का स्तर उतना ही तेजी से बढ़ता है।
थकान
फास्ट फूड खाने से आपका पेट तो भर जाता है, लेकिन इनमें पोषक तत्वों की कमी से आपके शरीर को पर्याप्त प्रोटीन, विटामिन आदि नहीं मिल पाते हैं, जो आपको सेहतमंद बनाए रखने के लिए जरूरी है। इससे आपको थकान की समस्या होने लगती है।
मोटापा
फास्ट फूड में कैलोरी और शुगर ज्यादा होती है। जिससे आपका वजन बढ़ने लगता है। फास्ट फूड में पोषक तत्वों की कमी होती है, जिससे शरीर को फायदा पहुंचने की बजाय नुकसान होता है।
दिल से जुड़ी बीमारियां
फास्ट फूड बॉडी में कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ा देते हैं। जिससे दिल संबंधी बीमारियों की जोखिम बढ़ने लगती है। साथ ही यह वजन भी बढ़ाते हैं। जितना वजन बढ़ेगा, उतना ही हार्टअटैक का जोखिम भी।
किडनी
फास्ट फूड में बहुत ज्यादा नमक होता है। फैट और नमक के बढ़ते लेवल से ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है, जो किडनी पर बुरा असर डालता है। फ्राइज और चिप्स में नमक की मात्रा बहुत ज्यादा होती है।
कैंसर
यूरोपियन जर्नल में छपे एक अध्ययन के मुताबिक शुगर और फैट से भरे फास्ट फूड को खाने से पेट से संबंधित कैंसर कोलोन कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। एक अन्य शोध के मुताबिक, इससे प्रोटेस्ट कैंसर का खतरा भी बढ़ता है।
डायबिटीज
फास्ट फूड से टाइप 2 डायबिटीज भी हो सकता है। टाइप 2 डायबिटीज इस तरह के खाने, बिगड़ी हुई लाइफस्टाइल जैसे मोटापा, शारीरिक रूप से ज्यादा एक्टिव ना रहने से होता है। फास्ट फूड से बढ़ने वाला मोटापा आगे चलकर टाइप 2 डायबिटीज का कारण बनता है।
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