91 लाख की धोखाधड़ी में वांछित आरोपित गिरफ्तार, ऐसे आया पकड़ में
टिहरी पुलिस ने 91 लाख रुपये की धोखाधड़ी के वांछित आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित ने कर्इ लोगों के नाम पर पीएनबी से लोन लेकर हड़प दिया था।
टिहरी, [जेएनएन]: पंजाब नेशनल बैंक की देवप्रयाग शाखा से लोगों के नाम पर फर्जी तरीके से 91 लाख रुपये लोन लेकर हड़पने के आरोपित को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आरोप है कि बैंक के तत्कालीन प्रबंधक के साथ मिलीभगत करके यह धोखाधड़ी की गर्इ। मामला नौ साल पुराना है। बताया गया कि आरोपित बैंक प्रबंधक ने गिरफ्तारी के खिलाफ स्थगनादेश ले रखा है।
पालकोट पट्टी के जिमाण गांव निवासी रामानंद सती ने वर्ष 2016 में देवप्रयाग थाने में इस संबंध में मुकदमा दर्ज कराया था। आरोप है कि वर्ष 2009 में भगवती प्रसाद नामक व्यक्ति ने गांव के कई लोगों के नाम से बैंक से ऋण लिया। उसने बैंक के तत्कालीन प्रबंधक केबी कुलश्रेष्ठ की मदद से ग्रामीणों के नाम से फर्जी फर्मों के खाते खुलवाए और इनमें लोन की रकम जमा करवाई और इसके बाद इसे हड़प लिया। 11 लोगों के नाम से 91 लाख ऋण लेने की बात सामने आई। लोगों को इसका पता तब चला, जब उनके घर ऋण अदायगी न करने के नोटिस पहुंचे। उन्होंने बैंक पहुंचकर मालूमात की तो भगवती प्रसाद की करतूत से पर्दा उठा।
देवप्रयाग थानाध्यक्ष विनोद राणा ने बताया कि तहरीर के आधार पर भगवती प्रसाद और बैंक प्रबंधक के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की गई। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को आरोपित भगवती प्रसाद को देवप्रयाग स्थित उसके घर से गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तारी से बचने के लिए आरोपित बैंक मैनेजर ने स्टे लिया हुआ है। मामले की जांच अभी जारी है।
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