केदारघाटी में बारिश ने मचाया कोहराम, सात वाहन बहे; लोगों को याद आया केदारनाथ आपदा का भयानक मंजर
अगस्त्यमुनि में भारी बारिश के कारण विजयनगर गदेरे में पानी भर गया जिससे सात दोपहिया वाहन बह गए। गदेरे में अतिक्रमण के कारण यह तबाही हुई। प्रशासन ने अतिक्रमण के मामले में सभासद के पिता पर जुर्माना लगाया है। स्थानीय लोगों ने नगर पंचायत पर लापरवाही का आरोप लगाया और जल स्रोतों में मलबा न डालने की अपील की है।

संवाद सहयोगी जागरण, रुद्रप्रयाग। शुक्रवार देर रात्रि को अगस्तमयुनि समेत केदारघाटी में कई स्थानों पर तेज बारिश हुई, जिससे विजयनगर गदेरा ऊफान पर आ गया, लेकिन गदेरा चोक होने के कारण आस पास खड़े सात दोपहिया वाहन बह गया, जो सीधे मंदाकिनी नदी तक पहुंच गए। वहीं प्रशासन व पालिका ने गदेरे में अतिरक्रमण को लेकर सभाषद के पिता पर चार हजार का जुर्माना लगाया है।
शुक्रवार रात को अगस्त्मयुनि में काफी तेज बारिश हुई, जिससे नगर पंचायत के अंतर्गत विजयनगर गदेरा ऊफान पर आ गया। जिससे गदेरे के आस पास खड़ी 6 बाइक और एक स्कूटी बह गई। बताया जा रहा है कि गदेरे में आने वाला पानी अतिक्रमण के चलते रुक गया, और फिर अचानक तेजी से आ गया, जिससे गदेरे के आस पास खड़ी बाइक बह गई।
सभी वाहन क्षतिग्रस्त
सभी वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन की ओर से नायब तहसीलदार प्रणव पांडे समेत उनकी टीम नगर पंचायत की अधिशासी अधिकारी निकिता भट्ट भी मौके पर पहुंचे। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि गदेरे में मलबा डाला जा रहा है, जिससे पानी में अवरोध पैदा हो गया।
नगर पंचायत अधिशासी अधिकारी निकिता भट्ट ने बताया कि गदेरे में मलबा डाला गया था, जिससे पानी रुक गया, और भारी नुकसान हुआ। उन्होंने बताया कि विजयनगर वार्ड सभासद के पिता सते सिंह सजवाण पर चार हजार का जुर्माना लगाया गया है। गदेरे व सड़क की आया मलबा हटा दिया गया है।
जल स्रोतों में मलबा न डालने की अपील
स्थानीय लोगों ने भी आरोप लगाया कि गदेरे में अतिक्रमण व मलबा डालने की शिकायत कई बार नगर पंचायत से की गई, लेकिन तंत्र सोया रहा। समय पर शिकायत पर यदि कोई कार्रवाई की जाती तो यह तबाही नहीं मचती। वहीं नायब तहसीलदार प्रणव पाण्डे ने गदेरों और जल स्रोतों में मलबा न डालने की अपील की है।
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