Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Rudraprayag: बारिश की वजह से रोकी गई केदारनाथ यात्रा, वापस लौट रहे यात्रियों को पुलिस ने पहुंचाया सोनप्रयाग

    By Jagran NewsEdited By: Mohammad Sameer
    Updated: Sat, 05 Aug 2023 05:30 AM (IST)

    वर्षा के चलते गौरीकुंड से सोनप्रयाग तक हाईवे काफी खतरनाक बना है। जिसको देखते हुए प्रशासन ने यात्रा को रोका। सोनप्रयाग में ही यात्रियों को रोकने से सोनप्रयाग सीतापुर फाटा रामपुर में एक हजार से अधिक यात्री सुरक्षित स्थानों पर ठहरे हुए हैं। मौसम ठीक रहा तो शनिवार को यात्रियों को जाने की अनुमति दी जाएगी। बदरीनाथ गंगोत्री यमुनोत्री राजमार्ग भी पूरे दिन खुलने बंद रहने का क्रम जारी रहा।

    Hero Image
    Rudraprayag: बारिश की वजह से रोकी गई केदारनाथ यात्रा।

    संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: रुद्रप्रयाग जिले में गुरुवार की रात से वर्षा का सिलसिला जारी रहने से प्रशासन ने सुरक्षा के दृष्टिगत शुक्रवार को केदारनाथ यात्रा पर जाने वाले यात्रियों को सुबह से ही सोनप्रयाग से आगे केदारनाथ धाम जाने की अनुमति नहीं दी। यात्रियों को सोनप्रयाग में ही रोका गया। हालांकि केदारनाथ से लौट रहे यात्रियों को पुलिस कर्मियों की मदद से सकुशल सोनप्रयाग तक पहुंचाया गया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    मौसम ठीक रहा तो शनिवार को यात्रियों को जाने की अनुमति दी जाएगी। उधर बदरीनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री राजमार्ग भी पूरे दिन खुलने व बंद रहने का क्रम जारी रहा। इससे तीर्थयात्रियों को घंटों तक इंतजार करना पड़ा। चमोली जिले में गुरुवार की रात्रि भर से हो रही वर्षा शुक्रवार की सुबह तक जारी रही।

    वर्षा के चलते गौरीकुंड से सोनप्रयाग तक हाईवे काफी खतरनाक बना है। जिसको देखते हुए प्रशासन ने यात्रा को रोका। सोनप्रयाग में ही यात्रियों को रोकने से सोनप्रयाग, सीतापुर, फाटा, रामपुर में एक हजार से अधिक यात्री सुरक्षित स्थानों पर ठहरे हुए हैं।

    यमुनोत्री हाईवे चार घंटे रहा अवरुद्ध

    उत्तरकाशी यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग शुक्रवार सुबह वर्षा के चलते हुए भूस्खलन से ब्रह्मखाल के निकट महरगांव के पास करीब चार घंटे तक अवरुद्ध रहा। राजमार्ग को आलवेदर रोड निर्माण करने वाली कंपनी ने सुचारू किया है। वहीं शाम पांच बजे गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग धरासू के पास अवरुद्ध हुआ है।

    पहाड़ी से भारी भूस्खलन होने से बोल्डर हाईवे पर गिरे हैं। गनीमत रही कि उस दौरान हाईवे पर कोई आवाजाही नहीं कर रहा था। सीमा सड़क संगठन की टीम ने करीब डेढ़ घंटे बाद राजमार्ग को सुचारू किया।