Kedarnath Helicopter Crash: आर्यन हेली कंपनी के हेलीकॉप्टर की 3 वर्ष में 2 बड़ी दुर्घटनाएं, 14 ने गंवाई जान
रूद्रप्रयाग में आर्यन हेली कंपनी के हेलीकॉप्टर की तीन साल में दो बड़ी दुर्घटनाएं हुई हैं जिनमें 14 लोगों की जान गई। दोनों दुर्घटनाएं केदारनाथ से लौटते समय हुईं जहाँ हेलीकॉप्टर जलकर राख हो गए। केदारघाटी में हेली सेवाओं की वृद्धि के साथ दुर्घटनाओं का खतरा भी बढ़ गया है खासकर आर्यन हेली कंपनी के हेलीकॉप्टरों के साथ।

संवाद सहयोगी जागरण, रुद्रप्रयाग। केदारघाटी में हेलीकॉप्टर दुर्घटनाओं का सिलसिला लगातार बना हुआ है। पिछले तीन वर्षो में आर्यन हेली कंपनी की यह दूसरी सबसे बड़ी दुर्घटना है। इस दुर्घटना में भी सात यात्रियों ने जान गवाई थी, जबकि रविवार को हुई दुर्घटना में भी सात की मौत हुई है। कुल 14 लोगों को मौत आर्यन हेलीकाप्टरों से हो चुकी है। दोनों दुर्घटनाओं में हेलीकाप्टर जलकर राख हो गए थे। केदारनाथ धाम से लौटते समय ही यह दुर्घटनाएं हुई हैं।
केदारनाथ आपदा के बाद केदारघाटी में लगातार हेली सेवाओं में काफी वृद्धि हुई है। साथ ही लोगों का हेली सेवाओं के प्रति क्रेज भी बढ़ा है। केदारघाटी में वर्तमान में नौ हेलीपैडों से आठ हेली सेवाओं का संचालन हो रहा है। जिसमें गुप्तकाशी से आर्यन व ट्रांस भारत, फाटा से पवनहंस, थंबी एविएशन, ग्लोबल विक्ट्रा एविएशन, ट्रांस भारत, शेरसी से हिमालयन, क्रिस्टल एवं ऐरो एविएशन शामिल है।
वर्ष 2022 में गरुडचट्टी देवदर्शनी में भी दुर्घटनाग्रस्त हुआ था आर्यन का हेली
प्रतिवर्ष डेढ लाख से अधिक यात्री हेली सेवा से भोले बाबा के दर्शनों को पहुंचते है, लेकिन मानकों के अनुसार हेली उड़ाने न होने से लगातार हेलीकाप्टर दुर्घटनाएं भी होती आ रही है। जिससे खामियाजा भोले बाबा के दर्शन का आने वाले भोले भाले यात्रियों को जान गया कर देनी पड़ती है।
आर्यन हेली कंपनी के हेलीकॉप्टर की तीन वर्ष में दो बड़ी दुर्घटनाएं, 14 ने गवाई जान
पिछले चार वर्षों में कुल छह दुर्घटनाएं घटित हो चुकी है। जिसमें से चार दुर्घटनाओं में कोई भी जनहानि नहीं हुई थी। जबकि आर्यन हेलीकॉप्टर की दो दुर्घटनाओं में पायलेट समेत 14 लोग अपनी जानें गंवाई है।
पहली दुर्घटना 8 अक्तूबर 2022 को केदारनाथ से यात्रियों को लेकर गुप्तकाशी लौट रहा आर्यन कपंनी का हेलीकॉप्टर गरूडचटटी के पास पहाड़ी से टकराने से क्रैश हो गया था। जिसमें महाराष्ट्र के पायलेट के साथ ही तीन गुजरात व तीन तमिलनाडू समेत 7 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई थी।
जबकि दूसरी रविवार को केदारनाथ से गुप्तकाशी लौट रहा हेली गौरी माई खर्क के पास क्रैश होने से हुई है। जिसमें जयपुर निवासी पायलेट के साथ ही दो उत्तर प्रदेश, तीन महाराष्ट्र, एक स्थनीय रुद्रप्रयाग समेत सात की मौत हुई है।
खास बात यह है कि दोनों हेलीकाप्टरों में आग लगने के बाद धू धूकर लोग जिंदा जले है। अभी तक अन्य हेली कंपनियों के सापेक्ष आर्यन हेली कंपनी के उक्त दोनों सबसे बड़ी दुर्घटनाएं है। जिसमें 14 लोगों की दर्दनाक मौत हुई है।
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