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coronavirus: ड्रोन की निगरानी में होम क्वारंटाइन, निर्देशों का पालन न करने पर 15 लोगों का चालान

रुद्रप्रयाग में 2000 से अधिक लोगों को घर पर क्वारंटाइन किया गया है। प्रशासन अब इन लोगों के घरों पर ड्रौन कैमरे से नजर रख रहा है।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Mon, 30 Mar 2020 01:08 PM (IST)Updated: Mon, 30 Mar 2020 01:08 PM (IST)
coronavirus: ड्रोन की निगरानी में होम क्वारंटाइन, निर्देशों का पालन न करने पर 15 लोगों का चालान
coronavirus: ड्रोन की निगरानी में होम क्वारंटाइन, निर्देशों का पालन न करने पर 15 लोगों का चालान

रुद्रप्रयाग, जेएनएन। जिले में 2000 से अधिक लोगों को घर पर क्वारंटाइन किया गया है। बावजूद इसके लोग निर्देशों का पालन नहीं कर रहे हैं। इसे देखते हुए प्रशासन अब इन लोगों के घरों पर ड्रौन कैमरे से नजर रख रहा है। साथ ही होम क्वारंटाइन का पालन न करने पर 15 लोगों के खिलाफ धारा 188 के तहत चालान की कार्रवाई की गई है। 

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जिले में बाहरी क्षेत्रों से बड़ी संख्या में प्रवासी गांवों में रहने आए हैं। इनमें से दो हजार लोग ऐसे हैं, जिन्हें प्रशासन ने 14 दिनों के लिए घर पर ही क्वारंटाइन रहने के निर्देश दिए हैं। बावजूद इसके लोग गांवों में घूम रहे हैं, जिसके चलते अब जिला प्रशासन ड्रोन के जरिये सभी पर नजर रख रहा है। इसी का नतीजा है कि बाहर घूमने पर 15 होम क्वारंटाइन लोगों के खिलाफ चालान की कार्रवाई की गई।

लॉकडाउन अवधि में नियमों का उल्लघंन करने पर पुलिस अब तक कुल 186 लोगों का चालान कर चुकी है। डीएम मंगेश घिल्डियाल का कहना है कि लोग लॉकडाउन को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। इसके लिए प्रशासन ड्रोन से निगरानी कर रही है। फिलहाल पुलिस ऐसे 15 लोगों के विरुद्ध धारा-188 के तहत कार्रवाई कर चुकी है। इसमें दो साल तक कारावास की सजा है। 

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'मेरो गौं, मिन बचाण' 

डीएम मंगेश घिल्डियाल ने बाहरी राज्यों से आए लोगों को घर पर क्वारंटाइन रहने की अपील की है। साथ ही उन्होंने सभी प्रवासियों और स्थानीय लोगों को मेरो गौं, मिन बचाण का संदेश भी दिया है। गढ़वाली भाषा में दिए गए संदेश में जिलाधिकारी घिल्डियाल ने कहा कि अब तक जिले में चार हजार से अधिक लोग जिले के विभिन्न गांवों में आ चुके हैं। प्रशासन ने सबको होम क्वारंटाइन करने के निर्देश दिए हैं। बावजूद ये लोग गांव में खुलेआम घूम रहे हैं, इसकी शिकायत स्थानीय लोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुछ लोग 20 साल बाद कोरोना जैसी महामारी से बचने के लिए अपने गांव आए हैं। ऐसे में उन्हें 14 दिन होम क्वारंटाइन में रहकर अपने गांव के प्रति प्यार जताना चाहिए। 

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