Uttarakhand Lockdown: टिहरी पुलिस ने किया जिले का बॉर्डर सील, आवश्यक सेवाओं को छूट
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक टिहरी गढ़वाल के आदेश पर मुनिकीरेती पुलिस ने टिहरी जनपद की सीमा को पूरी तरह से सील कर दिया। सिर्फ आवश्यक सेवाओं को ही आवागमन की अनुमति होगी।
ऋषिकेश, जेएनएन। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक टिहरी गढ़वाल के आदेश पर मुनिकीरेती थाने की पुलिस ने टिहरी जनपद की सीमा को पूरी तरह से सील कर दिया है। जनपद की सीमा पर सिर्फ बीमार लोगों, आवश्यक सेवाओं और सरकारी कर्मचारियों को ही आने-जाने की अनुमति होगी।
मुनिकीरेती पुलिस ने ढालवाला तथा कैलाश गेट में जनपद की सीमा को सील कर दिया है। थाना प्रभारी निरीक्षक मुनिकीरेती आरके सकलानी ने बताया कि टिहरी जनपद की पौड़ी तथा देहरादून जनपद से लगी सीमा को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि सीमा सील होने के बाद अब दुपहिया और पैदल व्यक्तियों को भी यहां से आगे नहीं जाने दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि सिर्फ एम्स, अन्य निजी चिकित्सालय, सरकारी चिकित्सालय जाने वाले मरीजों को ही छूट दी जाएगी। इसके लिए भी पुलिस को मेडिकल प्रपत्र दिखाने होंगे। मीडियाकर्मियों और सरकारी कर्मचारियों के अलावा अन्य किसी को भी देहरादून क्षेत्र से आने-जाने की अनुमति नही होगी। लोगों से अपील है लॉकडाउन का पालन करें।
उत्तरकाशी से तीन दिन में ऋषिकेश पहुंचे 13 श्रमिक
लॉकडाउन के चलते उत्तराखंड में चारधाम ऑल वेदर रोड व ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल समेत अन्य परियोजनाओं के काम भी ठप हो गए हैं। इन परियोजना में काम कर रहे श्रमिकों के आगे भी अब रहने और खाने का संकट खड़ा हो गया है। ऐसे में अधिकांश श्रमिक पैदल ही अपने गांवों को लौटने लगे हैं। उत्तरकाशी में चारधाम ऑल वेदर रोड के काम में लगे तेरह श्रमिकों का एक दल ऋषिकेश पहुंचा। यह सभी श्रमिक मुरादाबाद के रहने वाले हैं।
यह भी पढ़ें: नृसिंह मंदिर में भगवान के लिए हक-हकूकधारी जुटा रहे खाद्यान्न
ऋषिकेश पहुंचे इन श्रमिकों में से एक महेंद्र ने बताया कि वह उत्तरकाशी क्षेत्र में ऑल वेदर रोड के निर्माण कार्य में लगे थे। मगर, काम बंद होने के कारण अब उनके सामने भोजन व रहने की बड़ी समस्या आ गई है। महेंद्र ने बताया कि ठेकेदार ने भी अभी तक उन्हें पैसे नहीं दिए हैं, जिससे उनके आगे बड़ा संकट खड़ा हो गया है। अचानक हुए लॉकडाउन से वह समय पर निकल भी नहीं पाए। उन्होंने बताया कि वह लॉकडाउन होने के बाद 27 मार्च को उत्तरकाशी से पैदल चले थे। उनका रास्ते में कही भी चेकअप नहीं हुआ है।
यह भी पढ़ें: Coronavirus: हरिद्वार की मस्जिदों से हुआ ऐलान, घर में अदा करें नमाज Haridwar News