केदारनाथ धाम में दूसरे दिन भी जमकर बर्फबारी, बर्फ से ढके उत्तरकाशी के 30 गांव; गंगोत्री-यमुनोत्री हाईवे बंद
Snowfall in Uttarakhand केदारनाथ में दूसरे दिन भी जमकर बर्फबारी हुई जिससे यहां 3 फीट से अधिक बर्फ जम गई है। बर्फबारी से तापमान में गिरावट आई है और पुननिर्माण कार्य प्रभावित हुआ है। दुगलविट्टा-चोपता में बीते दो दिनों से बर्फबारी होने से मक्कू बैंड से आगे बर्फ के बीच आवाजाही करने में दिक्क्तें हो रही है। उत्तरकाशी के 30 गांव बर्फ से ढक गए हैं! गंगोत्री-यमुनोत्री हाईवे बंद है।

संवाद सहयोगी, जागरण रुद्रप्रयाग। Snowfall in Uttarakhand: पिछले दो दिनों से केदारनाथ समेत ऊंची चोटियों पर बर्फबारी हो रही है। वहीं निचले इलाकों में बारिश होने से जनपद में शीतलहर का प्रकोप बढ़ गया है। पर्यटक स्थलों में अच्छी बर्फवारी होने से बर्फ का आनंद उठाने के लिए पर्यटक भी पहाड़ों का रूख कर रहे है। दुगलविट्टा-चोपता में बीते दो दिनों से बर्फबारी होने से मक्कू बैंड से आगे बर्फ के बीच आवाजाही करने में दिक्क्तें हो रही है।
गत शुक्रवार से शुरू हुई जनपद में बारिश शनिवार को भी जारी रही। वहीं केदारनाथ धाम समेत तुंगनाथ, मदमहेश्वर, दुगलविट्टा, चोपता, देवरियाताल, कार्तिक स्वामी समेत कई स्थानों पर दूसरे दिन भी जोरदार बर्फवारी हुई। केदारनाथ में लगभग 3 फीट से अधिक बर्फ जमने से यहां तापमान में भी गिरावट आ गई है। केदारनाथ धाम में चल रहे पुननिर्माण कार्य भी प्रभावित हो गए है।
जिससे ऊपरी क्षेत्रों के साथ ही निचले इलाकों में भी शीतलहर का प्रकोप बढ़ गया है। ठंड एवं बारिश के चलते लोग अपने घरों में दुबके रहे। जिला मुख्यालय समेत कई जनपद के कई स्थानों पर ठंड से बचने के लिए अलाव भी जलाए गए।
वहीं पर्यटक स्थलों पर बर्फवारी होने से पर्यटकों की आवाजाही भी बढ़ गई है। पर्यटक स्थल चोपता दुलबिटटा पर्यटक बर्फबारी का आनंद लेने पहुंच रहे हैं। लगातार हो रही बर्फबारी के चलते मक्कू बैंड से दुगलविट्टा तक बर्फबारी के चलते वाहनों की आवाजाही में दिक्कतें हो रही है।
कई यात्री वाहन भी यहां बर्फ में फंस रहे हैं जिनकी मदद के लिए चोपता पुलिस और डीडीआरएफ की टीम मौके पर पर्यटकों की सहायता कर रही है। जिला मुख्यालय सहित तिलवाड़ा, अगस्त्यमुनि, जखोली, मयाली, गुप्तकाशी, ऊखीमठ, फाटा, सीतापुर, त्रियुगीनारायण, सोनप्रयाग और गौरीकुंड में रिमझिम बारिश होने से मौसम ठंडा हो गया है। जिससे बाजारों में लोगों की आवाजाही कम देखी गई।
बर्फ से ढके उत्तरकाशी के 30 गांव, छह सड़कें अवरुद्ध
उत्तरकाशी। सीमांत जनपद उत्तरकाशी के ऊंचाई वाले सीमांत क्षेत्रों में शुक्रवार की शाम से शुरू हुई बर्फबारी शनिवार पूरे दिन जारी रही। जनपद के करीब 30 गांव बर्फ से ढक गए हैं। यह बर्फबारी पर्यटन, जल संरक्षण और खेती बागवानी के लिए काफी अच्छी मानी जा रही है।
वर्षा और बर्फबारी के कारण जनपद में शीत लहर बढ़ गई है। शनिवार को उत्तरकाशी में अधिकतम तापमान 11 डिग्री और न्यूनतम तापमान 4 डिग्री दर्ज किया गया। जनपद उत्तरकाशी में स्थित गंगोत्री, यमुनोत्री धाम सहित हर्षिल घाटी, रुपीन व सुपीन घाटी में गत शुक्रवार की शाम को बर्फबारी शुरू हुई। ऊंचाई वाले इलाकों में रात के समय भी बर्फबारी होती रही है। शनिवार सुबह से भी जनपद उत्तरकाशी के ऊंचाई वाले क्षेत्र में बर्फबारी होती रही। जबकि निचले क्षेत्र में वर्षा हुई है।
जनपद में हुई बर्फबारी का असर सड़क, बिजली, पानी पर भी पड़ा है। बर्फबारी वाले क्षेत्रों में ग्रामीण पानी का इंतजाम बर्फ को पिघलाकर कर रहे हैं। इसके अलावा गंगोत्री सहित ऊंचाई वाले दस से अधिक गांवों में बिजली आपूर्ति सुचारू नहीं है। जनपद की छह से अधिक सड़कें बर्फबारी के कारण अवरुद्ध हुई है।
सीमा सड़क संगठन भी गंगोत्री हाईवे को सुचारू करने के लिए बर्फबारी के थमने का इंतजार कर रहा है। यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग हनुमान चट्टी से लेकर जानकी चट़्टी और खरसाली के बीच बंद है। हर्षिल मुखवा, झाला मोटर मार्ग, जसपुर पुराली मोटर मार्ग और सांकरी तालुका मोटर मार्ग अवरुद्ध हैं।
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