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    सीएम धामी ने किया बाल विज्ञान महोत्सव का शुभारंभ, बोले- 'उत्तराखंड नई शिक्षा नीति लागू करने वाला पहला राज्य'

    Updated: Wed, 15 Oct 2025 01:23 PM (IST)

    मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बाल विज्ञान महोत्सव का शुभारंभ किया और कहा कि उत्तराखंड नई शिक्षा नीति लागू करने वाला पहला राज्य है। राज्य में तकनीकी ज्ञान को प्राथमिकता दी जा रही है और युवाओं को नवाचार के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। रुद्रप्रयाग में आयोजित इस महोत्सव में 300 छात्र और वैज्ञानिक भाग ले रहे हैं, जिसका उद्देश्य सीमांत क्षेत्रों में विज्ञान को बढ़ावा देना है।

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    प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने किया महोत्सव का शुभारंभ। फाइल

    संवाद सहयोगी, जागरण रुद्रप्रयाग। प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चतुर्थ सीमांत पर्वतीय जनपद बाल विज्ञान महोत्सव कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उन्‍होंने कहा कि उत्तराखंड नई शिक्षा नीति लागू करने वाला पहला राज्य है। प्रदेश में किताबी ज्ञान के साथ ही तकनीकी ज्ञान को  प्राथमिकता दी जा रही है। प्रदेश में पहली बार 12वीं के व्यवसायिक छात्रों के लिए रोजगार मेला आयोजित किया गया। प्रदेश में तकनीक और एआई को बढ़ावा दिया जा रहा है। राज्य के विद्यार्थियों को भविष्य की तकनीकों से जोड़ने के लिए स्मार्ट क्लास, रोबोटिक्स और इनोवेशन लैब्स की स्थापना की जा रही है। नवाचार और स्टार्टअप कल्चर को बढ़ावा देने के लिए युवाओं में वैज्ञानिक सोच और प्रयोगशीलता को प्रोत्साहन दिया जा रहा है।

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    जनपद में बुधवार से शुरू होने वाले राज्य स्तरीय चतुर्थ सीमांत पर्वतीय जनपद बाल विज्ञान महोत्सव को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गईं। जिसमें 300 स्कूली छात्र, देश के प्रतिष्ठित वैज्ञानिक, विज्ञान संचारक तथा विज्ञान प्रर्दशक प्रतिभाग कर रहे हैं।

    उत्तराखण्ड विज्ञान एंव प्रौद्योगिकी परिषद के तत्वाधान में चतुर्थ सीमांन्त पर्वतीय जनपद बाल विज्ञान महोत्सव का राज्य स्तरीय आयोजन 15 व 16 अक्टूबर को रुद्रप्रयाग जनपद के पीएम श्री जवाहर नवोदय विद्यालय, बणसू, जाखधार, गुप्तकाशी में शुरू हुआ। सीमान्त सशक्त राष्ट्र सशक्त की अवधारणा के साथ, सीमान्त जनपदों का विकास व वैज्ञानिक अवधारणा के उद्देश्य से परिषद सीमांत पर्वतीय जनपदों में स्कूली छात्र-छात्राओं में विज्ञान, प्रौद्योगिकी एंव नवाचार को बढ़ावा देने के लिए ब्लॉक, जनपद तथा राज्य स्तर पर सीमान्त पर्वतीय जनपद बाल विज्ञान महोत्सव का आयोजन करता आ रहा है।

    सीएम पुष्कर सिंह धामी के मार्गदर्शन एवं महानिदेशक यूकॉस्ट प्रो दुर्गेश पंत के दिशा निर्देशों पर यह कार्यक्रम हो रहा है। चतुर्थ सीमांत पर्वतीय जनपद बाल विज्ञान महोत्सव के लिए प्रस्तावित थीम जलवायु परिवर्तन अनुकूलन रणनीतियों तथा आपदा जोखिम प्रबंधन एकीकरण रखा गया है।

    प्रदेश में प्रथम सीमांत पर्वतीय जनपद बाल विज्ञान महोत्सव चम्पावत, द्वितीय चमोली एवं तृतीय महोत्सव जनपद पिथौरागढ़ में संम्पन्न हुए हैं। चतुर्थ सीमांन्त पर्वतीय जनपद बाल विज्ञान महोत्सव में 300 स्कूली छात्र-छात्राओ, देश के प्रतिष्ठित वैज्ञानिक, विज्ञान संचारक तथा विज्ञान प्रर्दशक प्रतिभाग करेंगे। सभी प्रतियोगिता में जूनियर वर्ग में कक्षा 6 से 8 तक एवं सीनियर वर्ग में कक्षा 9 से 12 तक के छात्र प्रतिभाग किया जा रहा है। प्रत्येक प्रतियोगिता विज्ञान कविता पाठन हिन्दी, अंग्रजी, विज्ञान माडल प्रतियोगिता, विज्ञान प्रश्नोत्तरी एवं बाल चौपाल में प्रतिभागियों का चयन दोनों वर्गों में किया जाएगा।